‘भारत को ‘अझहर’ पर की कार्रवाई का लाभ उठाने नहीं देंगे’ : चीन के उपविदेशमंत्री की टिप्पणी

बीजिंग, दि. १० (पीटीआय) – नकाराधिकारों (वेटो) का ग़लत इस्तेमाल करते हुए चीन ने, ‘जैश-ए-मोहम्मद’ का प्रमुख मौलाना ‘मसूद अझहर’ पर सुरक्षा परिषद में की जानेवाली कार्रवाई पर रोक लगाई थी| इसके बाद भारत ने चीन को डटकर कहा था कि वह इस तरह आतंकवाद के खिलाफ दोमुँही नीति ना अपनाएँ| लेकिन ‘अझहर’ के सिलसिले में अपने देश की नीति का समर्थन करते हुए चीन के उपविदेशमंत्री ने, ‘आतंकवादियों पर की जानेवाली कार्रवाई का किसी को भी राजनीतिक लाभ नहीं उठाने देंगे’ ऐसी टिप्पणी की है| साथ ही, चीन भारत की ‘एनएसजी’ सदस्यता के बारे में चर्चा करने के लिए तैयार है, ऐसे संकेत देते हुए चीन के उपविदेशमंत्री ने भारत की नाराज़गी कम करने की कोशिश की है|

 ‘अझहर’१ अक्तूबर को ‘टेक्निकल रीज़न’ की आड़ लेकर चीन ने ‘अझहर’ पर की कार्रवाई को फिर से रोका था| इसके बाद भारत से तीख़ी प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं| भारतीय लोगों ने चीन के उत्पादनों का बहिष्कार करने की तैयारी की है और भारत सरकार ने भी चीन को इस संदर्भ में खरी खरी सुनाने की तैयारी की है|

आतंकवादियों के सिलसिले में दोमुँही भूमिका अपनाई नहीं जा सकती, ऐसा भारत के विदेश मंत्रालय ने चीन को कड़े शब्दों में कहा था| उसके जवाब में, चीन के उपविदेशमंत्री ‘ली बाओदोंग’ ने ‘अझहर’ के सिलसिले में अपनाई भूमिका का समर्थन किया है| आतंकवादियों के सिलसिले में दोमुँही भूमिका अपनाई नहीं जा सकती; साथ ही, आतंकवादियों के उपर कार्रवाई करने के नाम पर किसी को भी अपना राजनीतिक मक़सद हासिल करने का मौका नहीं दिया जा सकता, ऐसा बाओदोंग ने कहा है|

उनके इस बयान से, ‘भारत आतंकवादियों पर की कार्रवाई का राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल कर रहा है’ ऐसा इल्ज़ाम सामने आ रहा है| भारत में आतंकी हमलों की साज़िश रचनेवाला ‘जैश-ए-मोहम्मद’ का सरगना ‘मसूद अझहर’ पाकिस्तान में खुलेआम घुम रहा है| उसको ‘आंतर्राष्ट्रीय आतंकी’ घोषित करते हुए सुरक्षा परिषद ने कार्रवाई करने का फैसला किया, तो सबसे पहले पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ेंगी और ‘भारत यही चाहता है’ ऐसे संकेत ‘बाओदोंग’के बयान से मिल रहे हैं| लेकिन इस आतंकवादी सरगने का बचाने के पीछे चीन के भारतविरोधी और पाकिस्तानपरस्त हितसंबंध हैं, इस बात को ‘बाओदोंग’ ने पूरी तरह से नज़रअंदाज़ कर दिया है, ऐसा दिखाई दे रहा है|

इसी दौरान, चीन ने अझहर के सिलसिले में पाकिस्तान को भी कड़ी नसीहत दी है, ऐसी ख़बर हाल ही में प्रकाशित हुई थी| चीन बहुत समय तक अझहर के खिलाफ़ की कार्रवाई को नहीं रोक सकता, ऐसा कहते हुए चीन ने पाकिस्तान को अपनी आतंकवादी नीति में बदलाव करने की नसीहत दी है| ऐसा होते हुए भी चीन ने खुलेआम, अझहर के सिलसिले में रहनेवाली अपनी नीति का समर्थन करने की भूमिका अपनायी है| लेकिन इस भूमिका पर भारत से तिखी प्रतिक्रिया ना आयें, इसके लिए समतोल बनाए रखने की कवायत भी चीन कर रहा है| इसीलिए परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता भारत को दिलाने हेतु चर्चा करने के लिए चीन तैयार है, ऐसा दावा उपविदेशमंत्री बाओदोंग ने किया है| लेकिन फिलहाल तो चीन ‘एनएसजी’ का जो गाजर भारत को दिखा रहा है, उसे भारत ने अनदेखा कर दिया है, ऐसा दिखाई दे रहा है|

‘अझहर’ को बचाने का पैंतरा लेकर चीन ने इस बार भारतीयों के गुस्से को न्यौता दिया होकर, आनेवाले समय में इसका झटका चीन को लगेगा, ऐसी कड़ी चेतावनी भारतीयों द्वारा दिया जा रहा है| ख़ास तौर पर सोशल मीडिया में, चीन की भारतविरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना की जा रही है| साथ ही, भारत की वाणिज्यमंत्री निर्मला सीतारामन ने यह ठोस माँग की है कि चीन भारतीय कंपनियों के लिए चीन का मार्केट और खुला कर दें| इस सिलसिले में फ़ैसला करने में चीन ने पहले से ही बहुत समय गँवाया है| दोनों देशों के आपसी व्यापार में भारत को काफी घाटा सहन करना पड़ रहा है| लेकिन अब और अधिक समय न गँवाते हुए चीन ने भारतीय कंपनियों को चीन के मार्केट का लाभ उठाने का अवसर देना चाहिए, ऐसी माँग वाणिज्यमंत्री सीतारामन ने की है|

‘सर्जिकल स्ट्राईक’ का बदला लेने के लिए ‘अझहर’ द्वारा संसद पर हमले की नई साज़िश

नई दिल्ली, दि. १० (वृत्तसंस्था) – भारत ने ‘पीओके’ में किए ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ का बदला लेने के लिए ‘जैश-ए-मोहम्मद’ का सरगना मौलाना मसहूद अझहर, भारत की संसद पर हमला करने की साज़िश रच रहा है| इसके लिए पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजन्सी ‘आयएसआय’ ‘अझहर’ को मदद कर रही है, ऐसी जानकारी भारतीय खुफिया एजन्सियों को मिली है| इससे पहले सन २००१ में ‘अझहर’ ने, ‘अफजल गुरु’ और अन्य साथीदारों की मदद से भारत की संसद पर हमला किया था|

जम्मू-कश्मीर पुलीस का अन्वेषण विभाग और भारतीय खुफिया एजन्सियों को एक ही समय मिली जानकारी के अनुसार, इस प्रकार की साज़िश रची जा रही होने के बारे में पता चला है|

यह जानकारी प्राप्त होने के बाद सुरक्षायंत्रणाओं को आगाह कर दिया होने की जानकारी ख़ुफ़िया एजन्सियों के सूत्रों ने दी। ख़ुफ़िया एजन्सियों के रिपोर्ट के अनुसार संसद पर फिर एक बार हमला करके, ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ का बदला लेने की साज़िश ‘अझहर’ रच रहा है। लेकिन यदि वह मुमक़िन न हो पाया, तो दिल्ली के कुछ क्राऊड़ेड़ इलाक़ें, धार्मिक स्थल तथा सरकारी कार्यालयों को लक्ष्य बनाने की दूसरी साज़िश पर भी ’अझहर’ और उसके साथी काम कर रहे हैं।

 

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