रशियन राष्ट्राध्यक्ष की भारत यात्रा में महत्त्वपूर्ण रक्षा समझौते होंगे

नई दिल्ली, दि. ११ (पीटीआय)- गोवा में होनेवाली ‘ब्रिक्स’ परिषद के लिए आनेवाले रशियन राष्ट्राध्यक्ष की भारत यात्रा में दोनों देशों के बीच महत्त्वपूर्ण चर्चा और समझौते होनेवाले हैं, ऐसे स्पष्ट संकेत मिल रहे है| रक्षाविषयक समझौते में हवाई रक्षा यंत्रणा, हेलिकॉप्टर्स की ख़रीदारी और लड़ाक़ू प्लेन का अत्याधुनिकीकरण, अकुला श्रेणी की पनडुब्बी के खरीदारी इन मुद्दों पर चर्चा होनेवाली है, ऐसे सामने आया है| रशिया ने पाकिस्तान के साथ किये संयुक्त युद्धाभ्यास के बाद भारत की चिंता बढ गयी थी| इस पृष्ठभूमि पर, रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की भारत यात्रा और दोनो देशों के बीच के रक्षाविषयक सहयोग का महत्त्व अधिक बढ़ गया है|

 russiaकुछ ही दिन पहले, रशिया ने पाकिस्तानी सेना के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास किया था| दोनो देशों के बीच हुआ यह पहला ही संयुक्त युद्धाभ्यास था| इसी कारण यह चिंता जतायी जा रही थी कि क्या भारत का पारंपरिक दोस्त देश रहनेवाले रशिया की भूमिका में परिवर्तन हुआ है? लेकिन उरी के आतंकी हमले का निषेध करते हुए, ‘पाकिस्तान ने अपने आतंकी नीति में बदलाव लाना चाहिए’ यह माँग रशिया ने की थी| साथ ही, भारत ने ‘पीओके’ में किये ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ को रशिया ने पूरी तरह समर्थन दिया था| रशिया के भारत स्थित राजदूत अलेक्झँडर कडाकीन ने, दोनों देशों के बीच के संबंध उतने ही मित्रतापूर्ण हैं, यह आश्‍वासन कुछ ही दिन पहले दिया था|

इस पृष्ठभूमि पर, राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ब्रिक्स परिषद के लिए भारत आनेवाले हैं| उस समय प्रधानमंत्री मोदी के साथ पुतिन की विस्तृत चर्चा होने की संभावना है| इस चर्चा से पहले भारत ने, पाकिस्तान और रशिया के बीच के संयुक्त युद्धाभ्यास पर रशिया के पास चिंता जतायी, यह जानकारी रशिया स्थित भारत के राजदूत सरन ने दी| लेकिन दोनों देशों के सहयोग पर संयुक्त युद्धाभ्यास का असर नहीं होगा, यह स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं|

रशियन राष्ट्राध्यक्षरशियन राष्ट्राध्यक्ष की भारत यात्रा में मुख्य तौर पर पारंपरिक रक्षा सहयोग बढ़ाने पर विशेष बातचीत होगी| भारत ने रशिया से खरीदारी किये हाथियारों के आधुनिकीकरण के साथ ही, रशिया द्वारा निर्मित प्रगत ‘सुखोई-३० एमकेआय’ प्लेन के आधुनिकीकरण का मुद्दा भी भारत-रशिया चर्चा में होगा| भारतीय वायुसेना के पास करीबन २४० ‘सुखोई-३० एमकेआय’ प्लेन्स हैं| अगले दो सालों में, भारत रशिया से और २०० लड़ाकू प्लेन्स की ख़रीदारी करेगा| साथ ही, भारतीय वायुसेना के दल में रहनेवाले २४० प्लेन का अत्याधुनिकीकरण करने की माँग भारत रशिया से कर रहा है| इसके साथ ही, पाँचवी श्रेणी के ऍडवान्स लडाकू प्लेन्स के संयुक्त निर्माण पर भारतीय प्रधानमंत्री की राष्ट्राध्यक्ष पुतिन से बातचीत होगी| पिछले कई सालों से इस अतिप्रगत प्लेन के संयुक्त निर्माण का प्रस्ताव प्रलंबित था|

इसके अलावा, भारत रशिया से आधुनिक प्रक्षेपास्त्रभेदी ‘एस-४०० ट्रम्फ’ यंत्रणा की ख़रीदारी करने की कोशिश में है| इसकी ख़रीदारी के बारे में फ़ैसला होगा, यह जानकारी विशेषज्ञ दे रहे हैं| पाकिस्तान और चीन की सेनाओं के पास रहनेवालें बॅलेस्टिक प्रक्षेपास्त्रों को और उससे भी अधिक विध्वंसक हवाई हमले को रोकने की क्षमता रखनेवाली ‘एस-४००’ यंत्रणा से भारत की हवाई सुरक्षा मज़बूत होगी, ऐसा दावा किया जाता है| इसके साथ ही, रशिया निर्मित लडाकू ‘कामोव्ह-२८’ हेलिकॉप्टर्स की ख़रीदारी के प्रस्ताव पर दोनों देश फैसले करेंगे, ऐसा कहा जाता है| वहीं, रशिया से अकुला श्रेणी की पनडुब्बी किराये पर लेने की कोशिश भारत कर रहा है|

रशिया यह भारत को सर्वाधिक मात्रा में हाथियारो की आपूर्ति करनेवाला देश था| लेकिन पिछले कई सालों से भारत ने, हाथियारों के लिए एक ही देश पर निर्भर न रहते हुए अन्य देशों से भी हथियारों की खरीदारी करने का फ़ैसला किया था| अमरिका, इस्त्रायल, फ्रान्स इन देशों से  भारत ने, हाथियार और रक्षा सामग्री की खरीदारी शुरू की थी| ऐसा होते हुए भी, भारत रशिया से भी बडी मात्रा में हाथियारों की खरीदारी कर रहा है| लेकिन यह संतुलन बनाये रखना भारत के लिए आसान नहीं है| दूसरे देशों के साथ किये रक्षासंदर्भ व्यवहारों पर रशिया से प्रतिक्रिया आती दिखायी दे रही थी|

भारत और रशिया के बीच की दूरियों का फ़ायदा लेने की तैयारी पाकिस्तान ने शुरू की थी| पाकिस्तानी नेता और सेना के अधिकारी रशिया की यात्रा करते हुए भारत पर का दबाव बढ़ाने लगे थे| रशिया ने पाकिस्तान को हेलिकॉप्टर्स देने की भी तैयारी की थी| कुछ ही दिन पहले रशिया ने पाकिस्तान के साथ पहला युद्धाभ्यास भी किया था| लेकिन ‘यह युद्धाभ्यास आतंकवाद के खिलाफ़ की कार्रवाई का भाग था| अत: भारत को इससे किसी भी प्रकार का ख़तरा नहीं है, ऐसा रशिया के भारत स्थित राजदूत अलेक्झँडर कडाकीन ने कहा था| साथ ही, रशिया आज भी भारत का निकटतम मित्रदेश है, यह आश्‍वासन भी कडाकीन ने दिया था|

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