इस्रायल-अरब देशों में हुए अब्राहम समझौते की उपेक्षा ना करें – बायडेन प्रशासन को पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के सलाहकार की चेतावनी

वॉशिंग्टन – ‘इस्रायल और अरब देशों को एकसाथ लाने के लिए साल भर पहले संपन्न हुए अब्राहम समझौते की उपेक्षा ना करें। अगर इस सहयोग को योग्य प्रोत्साहन नहीं दिया, तो यह बात अमरीका पर ही बूमरैंग होगी’, ऐसी चेतावनी अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के सलाहकार जॅरेड कश्‍नर ने दी। बायडेन प्रशासन अब्राहम करार को लेकर सक्रिय ना होने की आलोचना कश्‍नर ने की। साथ ही, फिलिस्तीन का नेतृत्व भी इस समझौते का फायदा उठाएँ, ऐसा सुझाव कश्‍नर ने दिया है।

israel-arab-countries-abraham-dealअमरीका की मध्यस्थता से इस्रायल और युएई तथा बाहरिन इनके बीच हुए ऐतिहासिक अब्राहम समझौते का हाल ही में एक साल पूरा हुआ। इस उपलक्ष्य में वॉशिंग्टन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते समय अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के सलाहकार जॅरेड कश्‍नर ने इस समझौते का महत्व अधोरेखांकित किया और बायडेन प्रशासन को चेतावनी दी। ‘इस्रायल और अरब देशों के संबंध सुचारू करनेवाले इस समझौते का उचित संगोपन नहीं किया, उसे प्रोत्साहित नहीं किया, तो यह सहयोग खारिज हो जाएगा और यह बात अमरीका पर ही बूमरैंग होगी। लेकिन अगर इस समझौते को समर्थन दिया, तो उससे मिलनेवाले फायदे प्रचंड और अपनी उम्मीद से भी परे जानेवाले होंगे’, ऐसा कश्‍नर ने स्पष्ट किया।

राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने अमरीका के सूत्र हाथ में लेने के बाद अब्राहम समझौते के समर्थन में कुछ बयान किए थे। लेकिन वास्तव में राष्ट्राध्यक्ष बायडेन तथा उनका प्रशासन इस्रायल और अरब देशों के बीच के इस सहयोग के लिए उत्सुक ना होने की बात स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। इस सहयोग के लिए विशेष दूत की नियुक्ति करना भी बायडेन प्रशासन ने टाला है। दो दिन पहले इस समझौते का साल पूरा होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में, बायडेन प्रशासन ने विदेश मंत्रालय की उपसचिव येल लेम्पर्ट को रवाना किया था। अन्य अरब देशों को इस समझौते में सहभागी करने के लिए बायडेन प्रशासन प्रयास नहीं कर रहा है, ऐसी आलोचना की जा रही है। इस पृष्ठभूमि पर कश्‍नर ने दी चेतावनी गौरतलब साबित होती है।

इसी बीच, इस्रायल और अरब देशों के बीच के इस सहयोग के सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगे हैं यह बताकर, अब्राहम समझौते में सहभागी हुए देशों के राजदूतों ने वॉशिंग्टन में आयोजित कार्यक्रम में उस पर संतोष जाहिर किया। अगले दशक भर में युएई और इस्रायल के बीच का व्यापार एक ट्रिलियन डॉलर्स पर ले जाने का लक्ष्य सामने है, ऐसा अमरीका में नियुक्त युएई की राजदूत युसेफ अल-ओतैबा ने कहा। वहीं, इस सहयोग के कारण बहरीन के नागरिकों को जेरूसलम स्थित अल-अक्सा प्रार्थनास्थल की भेंट करना संभव हुआ और बाहरिनी जनता का इस्रायल की ओर देखने का नज़रिया बदला, ऐसा बाहरीन के राजदूत शेख अब्दुल्ला बिन राशिद अल-खलिफा ने कहा है। अब्राहम समझौते के कारण ईरान के परमाणु खतरे के विरोध में इस्रायल और अरब देशों के बीच सहयोग स्थापित करने का अवसर उपलब्ध हुआ है, ऐसा इस्रायल के राजदूत गिलाड एर्डान ने कहा।

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