यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की ने ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रान्सिस से मुलाकात की

रोम/बर्लिन – यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर झेलेन्स्की ने शनिवार को ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरु सम्माननीय पोप फ्रान्सिस से वैटिकन सिटी पहुंचकर मुलाकात की। लगभग ४० मिनिटों की इस बैठक में यूक्रेन की मानवीय और सियासी स्थिति पर चर्चा होने की जानकारी ‘वैटिकन सिटी’ के सुत्रों ने साझा की। कुछ दिन पहले ही ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रान्सिस ने रशिया-यूक्रेन युद्ध में शांति से हल निकालने के लिए हम कोशिश कर रहे हैं, ऐसा बयान किया था। इस पृष्ठभूमि पर झेलेन्स्की ने उनसे मुलाकात करना ध्यान आकर्षित कर रहा हैं। 

धर्मगुरु पोप फ्रान्सिसयूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की शुक्रवार से यूरोप दौरे पर दाखिल हुए हैं और इस दौरान वह इटली और जर्मनी की यात्रा करेंगे। शनिवार सुबह उन्होंने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिआ मेलोनी से मुलाकात करके यूक्रेन को मुहैया हो रही सहायता को लेकर चर्चा की। इसके बाद दोपहर करीबन चार बजे झेलेन्स्की वैटिकन सिटी पहुंचे। इस दौरान झेलेन्स्की ने ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रान्सिस के सा मुलाकात करना बड़ा सम्मान होने का बयान करके कृतज्ञता व्यक्त की।

पोप फ्रान्सिस और यूक्रेनी राष्ट्राध्यक्ष ने इस दौरान लगभग ४० मिनिटों तक चर्चा की। इस समय राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की ने ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रान्सिस को यूक्रेन के संघर्ष और मौजूदा स्थिति की जानकारी प्रदान की। पोप फ्रान्सिस ने इस संघर्ष में मारे गए नागरिकों के प्रति संवेदन व्यक्त करके युद्ध में फंसे सभी को उचित सहायता प्राप्त होनी चाहिए, ऐसी उम्मीद जताई। यूक्रेन में शांति स्थापित हो, इसके लिए हम प्रार्थना करेंगे, इन शब्दों में ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रान्सिस ने यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष को आश्वासन दिया।

रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद पोप फ्रान्सिस ने लगातार अपने स्पष्ट विचार व्यक्त किए हैं। रशिया-यूक्रेन युद्ध पर तीव्र शोक व्यक्त करने के साथ ही इसमें मासूम लोग पिड़ीत होते हैं, ऐसा पोप फ्रान्सिस ने कहा था। यूक्रेन युद्ध के बाद मानवता तीसरे विश्व युद्ध की दिशा में सफर कर रही हैं, यह कहने के साथ ही यह संघर्ष अमरीका और नाटो की आक्रामकता के कारण शुरू होने का दावा करके उन्होंने बड़ी सनसनी निर्माण की थी। उनके इस दावे पर यूक्रेन ने बड़ी नाराज़गी जताई थी। इसके बाद यूक्रेन सरकार और ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रान्सिस के बीच तनाव निर्माण होने का वृत्त भी प्रसिद्ध हुआ था। 

पिछले वर्ष नवंबर महीने में पोप फ्रान्सिस ने रशिया-यूक्रेन युद्ध में मध्यस्थता करने के लिए हम तैयार है, ऐसा बयान किया था। इसके बाद हाल ही में उन्होंने रशिया-यूक्रेन युद्ध से संबंधित विभिन्न पक्षों के साथ बातचीत कर रहे हैं, यह जानकारी साझा की थी। इस पृष्ठभूमि पर यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ने उनसे मुलाकात करना अहम घटना बनती है। 

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