केवल रशिया ही नहीं बल्कि, अन्य साम्राज्यों के हित भी यूक्रेन युद्ध से जुड़े हैं – पोप फ्रान्सिस का दावा

वैटिकन सिटी – यूक्रेन युद्ध के लिए केवल रशिया ही नहीं बल्कि, अन्य साम्राज्य भी ज़िम्मेदार हैं, ऐसा ईसायों के सर्वोच्च धर्मगुरू सम्माननीय पोप फ्रान्सिस ने कहा। एक समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार में पोप फ्रान्सिस ने यूक्रेन युद्ध का ठिकरा केवल रशिया पर ही नहीं फोड़ा जा सकता, इसका अहसास कराया। अब तक प्रसारित न किए गए इस साक्षात्कार के कुछ अंश माध्यमों में प्रसिद्ध हुए हैं। पोप फ्रान्सिस ने साक्षात्कार में कहा कि, हम शांति स्थापित करने के लिए राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से बातचीत करने के लिए तैयार हैं, ऐसा दावा माध्यमों ने किया है।

पोप फ्रान्सिसयूक्रेन युद्ध शुरू होते ही पोप फ्रान्सिस ने इस हिंसा से हम व्यथित हैं, ऐसा कहा था। यह युद्ध जल्द से जल्द रोका जाए और जनता की पीडाओं को खत्म करें, ऐसा आवाहन पोप फ्रान्सिस ने कई बार किया था। साथ ही यूक्रेन को नाटो में शामिल करने की तैयारी करके अमरीका और अन्य यूरोपिय देश रशिया तक जा पहुंचे है, ऐसी आलोचना पोप फ्रान्सिस ने की थी। इसकी वजह से रशिया ने यह युद्ध शुरू किया और ऐसे में रशिया को ऐसे उकसाने वाले भी यूक्रेन युद्ध के लिए ज़िम्मेदार हैं, ऐसा पोप फ्रान्सिस ने कहा था। उनके इस बयान पर अमरीका और यूक्रेन ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की थी।

शुक्रवार को प्रसिद्ध हुई खबर के अनुसार ‘आरएसआई’ नामक समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार में भी पोप फ्रान्सिस ने यूक्रेन युद्ध की ओर ध्यान आकर्षित करनेवाले बयान किए। यह साक्षात्कार रविवार को प्रसारित होगा। इससे पहले इस साक्षात्कार के कुछ अंश माध्यमों में प्रसिद्ध हुए हैं। इसमें भी पोप फ्रान्सिस ने यूक्रेन युद्ध का ठिकरा केवल रशिया पर नहीं फोडा जा सकता, यह स्पष्ट किया। इस युद्ध के लिए रशियन एम्पायर अर्थात रशियन साम्राज्य ज़िम्मेदार नहीं है, बल्कि अन्य साम्राज्य भी ज़िम्मेदार हैं, ऐसा पोप फ्रान्सिस ने कहा। इन साम्राज्यों के हितों के लिए यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ, यह कहकर पोप फ्रान्सिस ने इस मुद्दे पर पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित किया है।

स्पष्ट शब्दों नहीं कहा हो, फिर भी पोप फ्रान्सिस इस युद्ध के लिए अमरीका काफी हद तक ज़िम्मेदार होने के संकेत दे रहे हैं। अमरीका के ‘इंडस्ट्रियल मिलटरी कॉम्प्लेक्स’ अर्थात हथियार और सेना से जुड़े उद्योग के मालिक होनेवाले धनिक और प्रभावी लोगों ने यूक्रेन युद्ध छेडा है। इससे उन्हीं का काफी बडा लाभ होगा, ऐसी आलोचना अमरीका से की जा रही है। ऐसे में कुछ नेता, सामरिक विश्लेषक और जानकारों ने ‘इंडस्ट्रियल मिटलरी कॉम्प्लेक्स’ के प्रभाव में वाली अमरीका की मानसिकता साम्राज्यवादी होने का आरोप भी लगाया है।

इस पृष्ठभूमि पर पोप फ्रान्सिस ने यूक्रेन युद्ध में अन्य साम्राज्यों के हित जुड़े हैं, यह कहकर इस युद्ध के पीछे साम्राज्यवादी मानसिकता होने के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की है।

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