विश्व असंतोष की दहलीज पर खड़ा है – अमेरिकी उद्यमि एवं निवेशक केनेथ ग्रिफिन का इशारा

वॉशिंग्टन/सिंगापूर – वैश्विक स्तर की शांति से प्राप्त हो रहे लाभ खत्म होने की कगार पर हैं और विश्व अब असंतोष की दहलीज पर पहुंचा हैं, ऐसी चेतावनी अमेरिका के शीर्ष उद्यमी एवं निवेशक केनेथ ग्रिफिन ने दी। सिंगापुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ग्रिफिन ने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में हो रहे कई बदलाव विश्व को ‘डि-ग्लोबलाइजेशन’ की ओर ले रहा हैं, ऐसा इशारा दिया। वैश्विक स्तर का असंतोष एवं डि-ग्लोबलाइजेशन की वजह से अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को कई दशकों तक महंगाई के उछाल का मुकाबला करना पड़ेगा, इसपर भी उन्होंने ध्यान आकर्षित किया।

विश्व असंतोष की दहलीज पर खड़ा है - अमेरिकी उद्यमि एवं निवेशक केनेथ ग्रिफिन का इशाराकेनेथ ग्रिफिन ‘सिटाडेल एलएलसी’ नामक ‘हेज फंड’ और वित्तीय सेवा कंपनी के संस्थापक एवं अध्यक्ष हैं। अमेरिका के साथ विश्व के ५० देशों में यह कंपनी सक्रिय है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मार्केट मेकर के तौर पर भी इसकी पहचान बनी है। ग्रिफिन रिपब्लिकन पार्टी के समर्थक हैं और करों की बढ़ोतरी एवं बिग गव्हर्मेंट की उन्होंने लगातार आलोचना की है।

सिंगापूर में आयोजित ‘ब्लूमबर्ग न्यू इकॉनॉमी फोरम’ में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शुरू संघर्ष, अर्थव्यवस्था और अमेरिकी सरकार के फिजूल खर्चों के मुद्दों पर उन्होंने अपनी भूमिका रखी। विश्व असंतोष की दहलीज पर खड़ा है - अमेरिकी उद्यमि एवं निवेशक केनेथ ग्रिफिन का इशाराअंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनी शांति से लाभ प्राप्त होना अब बंद होने की कगार पर हैं और विश्व को अशांति का सामना करना पड़ रहा है। यह बयान करते समय उन्होंने विश्व में शुरू रशिया-यूक्रेन और इस्रायल-हमास युद्ध पर ध्यान आकर्षित किया। इस संघर्ष की पृष्ठभूमि पर वैश्विक अर्थव्यवस्था को ब्याज दरों की बढ़ोतरी का सामना करना पड़ेगा, यह भी ग्रिफिन ने कहा।

‘ब्याज दरों की इस बढ़ोतरी के अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर असर हो सकते हैं। पिछले कुछ सालों में फिजूल खर्चे करके अमेरिकी प्रशासन ने कर्ज का बोजा ३३ ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ाया हैं। ऐसा करते समय बढ़ते ब्याज दरों का विचार ही नहीं किया है। अमेरिकी प्रशासन ने अपने खर्चे को सही ढ़ंग से नियंत्रित करना आवश्यक है। पिछले कुछ सालों में प्रशासन ने नशे में धूत नाविक की तरह सरकारी पैसों को जाया किया है’, इन शब्दों में केनेथ ग्रिफिन ने बायडेन प्रशासन के कारोबार की आलोचना की।

विश्व असंतोष की दहलीज पर खड़ा है - अमेरिकी उद्यमि एवं निवेशक केनेथ ग्रिफिन का इशाराअमेरिकी अर्थव्यवस्था में फिलहाल दिख रही कमी स्थिर नहीं है और अमेरिकी जनता को भी सब कुछ ठीक न होने का अहसास हो रहा है, इसपर ग्रिफिन ने ध्यान आकर्षित किया। अमेरिकी सेंट्रल बैंक ‘फेडरल रिज़र्व बैंक’ दिवालियां होने से बचने के लिए अपनी इच्छा के अनुसार डॉलर की छपाई कर सकती है, लेकिन, इसके परिणाम काफी खतरनाक होंगे, ऐसी चेतावनी भी ग्रिफिन ने इस दौरान दी। जब भी कभी दिवालियां होने से बचने के लिए डॉलर की छपाई शुरू होगी, उसी क्षण अमेरिकी अर्थव्यवस्था के हालात बेकाबू विमान जैसे होंगे, यह इशारा भी ग्रिफिन ने दिया है।

‘यूक्रेन में शुरू युद्ध की वजह से यूरोप ने किफायती कीमत पर ईंधन पाने का स्रोत खो दिया है। इस वजह से यूरोपिय देशों को अर्थव्यवस्था ठिकठाक रखने के लिए झुझना पड़ रहा हैं। इसके साथ ही विश्व में कई बदलाव हो रहे हैं और यह बदलाव हमें डि-ग्लोबलाइजेशन की ओर धकेल रहे हैं’, यह दावा भी ग्रिफिन ने इस दौरान किया।

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