‘विश्व के सेंट्रल बैंकों ने सोने में निवेश बढ़ाया – अक्टूबर महीने में की ४२ टन सोने की खरीद

लंदन – वैश्विक स्तर की भू-राजनीतिक गतिविधियों के कारण बढ़े तनाव और प्राप्त हो रहे आर्थिक मंदी के संकेत के चलते केंद्रीय बैंकों ने सुरक्षित निवेश करने के लिए अपना रुख सोने की ओर मोड़ दिया है। अक्टूबर महीने में सेंट्रल बैंकों ने ४२ टन सोने की खरीद करने की जानकारी ‘वर्ल्ड गोल्ड कौन्सिल’ ने दी है। इन खरीदार देशों में चीन, तुर्की, पोलैण्ड, भारत और झेक रिपब्लिक का समावेश है।

‘विश्व के सेंट्रल बैंकों ने सोने में निवेश बढ़ाया - अक्टूबर महीने में की ४२ टन सोने की खरीदचीन ने अक्टूबर महीने में सबसे अधिक २३ टन सोना खरीदा है। इसके साथ ही चीन की सेंट्रल बैंक के सोने का भंड़ार २,२१५ टन तक जा पहुंचा है। चीन पिछले १२ महीनों से लगातार सोने की खरीद कर रहा हैं और इस दौरान चीन ने अपने भंड़ार में २०४ टन सोने का इजाफा किया है। चीन और रशिया सोने पर आधारित मुद्रा पेश करने की तैयारी में जुटे होने के दावे कुछ विश्लेषकों ने किए थे। इस पृष्ठभूमि पर चीन ने यह खरीद करना ध्यान आकर्षित कर रहा है।

चीन के साथ ही पोलैण्ड, तुर्की, भारत और झेक रिपब्लिक के सेंट्रल बैंक ने भी सोने का भंड़ार बढ़ाया है। ‘विश्व के सेंट्रल बैंकों ने सोने में निवेश बढ़ाया - अक्टूबर महीने में की ४२ टन सोने की खरीदतुर्की के सेंट्रल बैंक ने १९ टन सोना खरीद किया है और अपना सोने का भंड़ार ४९८ टन तक बढ़ाया है। इस बीच पोलैण्ड ने अक्टबूर महीने में छह टन सोना खरीद करके अपने सोने का कुल भंड़ार ३४० टन किया है। वर्ष २०२३ में पोलैण्ड की सेंट्रल बैंक ने अब तक १०० टन से भी अधिक सोना खरीद किया है। भारत की सेंट्रल बैंक ने तीन टन और झेक रिपब्लिक की सेंट्रल बैंक ने दो टन सोना खरीद किया है।

पिछले महीने में ही ‘वर्ल्ड गोल्ड कौन्सिल’ ने वर्ष २०२३ के पहले तीन महीनों में हुई सोने की खरीद बयान करने वाली रपट जारी की थी। इसी में विश्व के सेंट्रल बैंक सोने में भारी मात्रा में निवेश करने की ओर ध्यान आकर्षित किया गया था। वर्ष २०२३ के पहले नौ महीनों में सेंट्रल बैंक ने कुल ८०० टन से भी अधिक सोना खरीद किया था। ‘वर्ल्ड गोल्ड कौन्सिल’ ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार सोने की सबसे ज्यादा सोना खरीद रहे देशों में चीन, पोलैण्ड, सिंगापूर, लीबिया और भारत का समावेश हैं।

‘पिपल्स बैंक ऑफ चाइना’, ‘नैशनल बैंक ऑफ पोलैण्ड’, सेंट्रल बैंक ऑफ लीबिया, ‘मॉनेटरी ऑथॉरिटी ऑफ सिंगापूर’ और ‘रिज़र्व्ह बैंक ऑफ इंडिया’ इन सेंट्रल बैंक ने जनवरी से सितंबर के दौरान ५०० टन से भी अधिक सोना खरीद किया है। इसके अलावा झेक रिपब्लिक, कतर, किरगिझिस्तान, इराक की सेंट्रल बैंक के साथ यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने भी सोना खरीद करने कीजानकारी ‘वर्ल्ड गोल्ड कौन्सिल’ ने प्रदान की थी।‘विश्व के सेंट्रल बैंकों ने सोने में निवेश बढ़ाया - अक्टूबर महीने में की ४२ टन सोने की खरीद

वर्ष २०१० से विश्व में सेंट्रल बैंकों ने भारी मात्रा में सोना खरीदना शुरू किया था। वर्ष २०२२ में इन बैंकों ने १,१३८ सोना खरीद करके ध्यान खींचा था। यह खरीद वर्ष १९६७ के बाद हुई सोना खरीद का सर्वोच्च बना था। अक्टूबर महीने के आंकड़े वर्ष २०२३ में भी वहीं रुख कायम होने की बात स्पष्ट हुई है। पिछले एक साल से सोने की कीमत लगातार दो हजार डॉलर प्रति औंस का स्तर पार कर रहा हैं और कुछ दिन पहले ही सोने की किमत ने २,१०० प्रति औंस का रिकार्ड स्थापित किया था। फिर भी सोने में निवेश बढ़ना ध्यान खींच रहा है।

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