रशिया के ‘नॅशनल वेल्थ फंड’ को सोने में निवेश करने की मंज़ुरी

मॉस्को – रशियन सरकार के पास होनेवाले फॉरेन रिजर्व्स में से बनाए गए ‘नॅशनल वेल्थ फंड’ को सोने में निवेश करने के लिए मंज़ुरी मिली। रशिया के प्रधानमंत्री मिखाईल मिशुस्तिन ने इस संदर्भ में आदेश जारी किया है। आर्थिक संकट के दौर में डिफिसिट की पूर्ति करने के लिए और अन्य संबंधित उपाय योजनाओं के लिए ‘नॅशनल वेल्थ फंड’ का निर्माण किया गया है। जनवरी महीने में दी गई जानकारी के ‘नॅशनल वेल्थ फंड’ में १८४ अरब डॉलर्स इतनी निधि है।

‘नॅशनल वेल्थ फंड में होने वाले फॉरेन रिजर्व्स को बँक ऑफ रशिया के माध्यम से, पारंपरिक दृष्टि से सुरक्षित मालमत्ता के रूप में जाने जानेवाले सोने के निवेश के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है’, ऐसा प्रधानमंत्री मिशुस्तिन द्वारा जारी किए गए आदेश में कहा गया है। फोन के निवेश के लिए अधिक विकल्प उपलब्ध हो और उसी समय वह सुरक्षित रहें, इसके लिए यह फैसला किया गया बताया जाता है। इस संदर्भ में प्रस्ताव पिछले साल प्रस्तुत किया गया था।

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने पिछले कुछ वर्षों में अमेरिकी डॉलर का इस्तेमाल कम करने के लिए आक्रामक कदम उठाए हैं। इसी के लिए सामरिक दृष्टि से अहम बात के रूप में सोने की ओर ध्यान दिया जा रहा है। देश में सोने का उत्पादन और निर्यात को बढ़ाना और रिजर्व राशि पर अधिक से अधिक जोर दिया जा रहा है। इस नीति को सफलता मिली हुई आंकड़ों से दिखाई दे रही है।

रशिया के पास होनेवाले सोने के रिजर्व भंडार २,२९८ टन पर जा पहुँचा है। सन २०१४ में यही भंडार १,११२ टन इतना था। रशिया के पास के फॉरेन रिजर्व्स ५९० अरब डॉलर पर पहुँचे होकर, उसमें से सोने का मूल्य लगभग १३० अरब डॉलर इतना है। रिजर्व में सोने की मात्रा २२ प्रतिशत तक पहुंची होकर, रशियन इतिहास में पहली ही बार अमरिकी डॉलर की तुलना में सोने की मात्रा बढ़ी है।

उसी समय, रशिया में सोने का उत्पादन और निर्यात भी तेजी से बढ़ती सामने आ रही है। सोने का सर्वाधिक उत्पादन करनेवालीं दुनिया की १० प्रमुख कंपनियों में से तीन कंपनियाँ रशियन हैं। सन २०२० में रशिया ने सोने का ३३१ टन उत्पादन किया होकर, वह दुनिया में दूसरे नंबर का उत्पादक देश साबित हुआ है। आनेवाले दशक भर में रशिया चीन को पिछड़कर दुनिया का पहले नंबर का सोने का उत्पादक देश बनेगा, ऐसा दावा ‘इन्स्टिट्यूट ऑफ जिओटेक्नॉलॉजिज्’ इस कंपनी ने किया है।

इसी बीच, रशिया ने सोने के निर्यात भी बढ़ाई होकर, इस वर्ष की पहली तिमाही में १५.८ टन सोने की निर्यात की होने की जानकारी दी गई है। पिछले साल की तुलना में यह बढ़ोतरी लगभग ७२ प्रतिशत इतनी है। सबसे बड़ा खरीदार साबित हुआ है। इस देश ने रशिया से २१ टन से अधिक सोने की खरीद करने की बात सामने आई है।

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