इस्रायल गाजा पट्टी को हमास या फताह के हाथ लगने नहीं देगा – इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू

जेरूसलम – हमास के बाद गाजा पट्टी पर नियंत्रण रखने के मुद्दे को लेकर इस्रायल और अमेरिका में अभी भी मतभेद है। अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के साथ हुई चर्चा के बाद भी इस मसले का हल प्राप्त नहीं हो सका है। जल्द ही राष्ट्राध्यक्ष बायडेन इस्रायल की भूमिका से सहमत होंगे। लेकिन, कुछ भी हो नाकाम ऑस्लो समझौता दोहराने नहीं देंगे। गाजा पट्टी को ‘हमास्तान’ या ‘फतास्तान’ होने नहीं देंगे, यह ऐलान इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने किया। इसी बीच इस्रायल ने गाजा पट्टी में हमास विरोधी सैन्य कार्रवाई की तीव्रता बढ़ाई है और इसमें हमास के वरिष्ठ कमांडर के मारे जाने का दावा किया है। साथ ही इस्रायल ने दक्षिण गाजा में खान युसून के कुछ हिस्से की पानी सप्लाइ बंद की है और हमास की घेराबंदी करने के लिए इस्रायल की सेना ने ऐसा किया है।

इस्रायल गाजा पट्टी को हमास या फताह के हाथ लगने नहीं देगा - इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहूइस्रायल के रक्षाबलों ने मंगलवार के दिन गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर शुरू कार्रवाई की तीव्रता अधिक बढ़ाई। गाजा के उत्तरी ओर स्थित जबालिया शहर में इस्रायल की सेना हमास के आतंकियों को खोज कर खत्म कर रही है। साथ ही वहां हमास ने बनाए कमांड सेंटर और ठिकानों को भी नष्ट किया जा रहा है। उसी क्षेत्र से हमास के कई आतंकवादियों ने इस्रायली सेना के सामने आत्मसमर्पण किया है। दक्षिण गाजा स्थित खान युनूस शहर में इस्रायल के टैंक आग बरसाने लगे हैं। वहां इमारतों का मलबा बढ़ रहा है और इसके नीचे हमास के कमांडर ढ़ेर होने की जानकारी सामने आ रही है।

इस्रायल गाजा पट्टी को हमास या फताह के हाथ लगने नहीं देगा - इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहूइस्रायल के इन हमलों में १८ हज़ार से भी अधिक लोगों के मारे जाने का आरोप गाजा के हमास नियंत्रित स्वास्थ्य विभाग लगा रहा है। वहीं, इस्रायल की इस सैन्य कार्रवाई की वजह से गाजा पट्टी में अब सीर्फ ११ अस्पताल थोड़ा-बहूत काम कर रहे हैं, ऐसी आलोचना हमास कर रही है। गाजा के उत्तरी ओर स्थित एक अस्पताल में हमास के आतंकी अभी भी छुपकर बैठे होने की जानकारी सामने आ रही है। इस्रायली सेना ने अब अपना रुख इसी अस्पताल की ओर किया है। गाजा पट्टी की तरह वेस्ट बैंक में भी इस्रायली सेना हमास विरोधी कार्रवाई कर रही हैं, ऐसा दावा किया जा रहा है।

गाजा में हमास का विनाश होने तक कार्रवाई खत्म नहीं होगी, ऐसा बयान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने बड़े विश्वास से किया है। साथ ही गाजा में हमास पर हो रही सैन्य कार्रवाई को अमेरिका का पूरा समर्थन प्राप्त हो रहा है, यह जानकारी भी नेत्यान्याहू ने साझा की। अमेरिका ने यह समर्थन देने पर नेत्यान्याहू ने आभार भी जताया है। लेकिन, गाजा पट्टी की हमास के आतंकवादियों को खत्म करने के बाद इस क्षेत्र पर हमारा ही नियंत्रण में रहेगा। इस्रायल गाजा पट्टी को हमास या फताह के हाथ लगने नहीं देगा - इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहूहमास या फताह जैसे पैलेस्टिनी गुटों को इस क्षेत्र का कब्ज़ा नहीं देंगे। इस्रायल गाजा पट्टी को ‘हमास्तान’ या ‘फतास्तान’ होने नहीं देगा, यह ऐलान भी नेत्यान्याहू ने किया। नाकाम हुए ओस्लो समझौते को दोहराने नहीं देंगे, यह कहकर नेत्यान्याहू ने पुरानी गतलियों की याद ताज़ा की।

वर्ष १९९३ में अमेरिका के उस समय के राष्ट्राध्यक्ष रहे बिल क्लिंटन ने इस्रायल के प्रधानमंत्री राबिन और पैलेस्टिन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन के प्रमुख यासिर अराफत के बीच ऑस्लो में विशेष समझौता करवाया था। इसके अनुसार इस्रायल को वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी के कुछ क्षेत्र का कब्ज़ा अराफत के पैलेस्टिनी गुट को सौंपना था। आगे इस्रायल को वेस्ट बैंक एवं गाजा पट्टी का प्रशासन पैलेस्टिनी यंत्रणा को देना पड़ा था। इससे इस्रायल का द्वेष करने वाली आतंकवादी संगठनों को बल प्राप्त हुआ था, ऐसा दावा इस्रायली नेता और विश्लेषक कर रहे हैं। इस समझौते का ज़िक्र करके नेत्यान्याहू अमेरिका को आगाह करते दिख रहे हैं।

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