पश्चिमी देश यूक्रेन युद्ध से तंग हुए हैं – यूक्रेन के वित्त मंत्री की कबुली

किव/वॉशिंग्टन – ‘यूक्रेन के समर्थन में खड़े पश्चिमी देश युद्ध से तंग हुए हैं। कई पश्चिमी देशों का ध्यान अब खाड़ी क्षेत्र के तनाव और अंदरुनि मुद्दों की ओर मुड़ा है। वह अब कमज़ोर हुए दिख रहे हैं। ऐसे में अब समर्थक देशों से सहायता पाने के लिए यूक्रेन को पहले से अधिक कोशिश करनी पड़ रही हैं’, ऐसा दावा यूक्रेन के वित्त मंत्री सर्गेय मार्शेन्को ने ने किया। रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ने भी इसकी पुष्टि की है और यह भी कहा है कि अब पश्चिमी देशों की यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर झेलेन्स्की के प्रति होने वाली बर्दाश्त की हद खत्म हुई है।

पश्चिमी देश यूक्रेन युद्ध से तंग हुए हैं - यूक्रेन के वित्त मंत्री की कबुलीरशिया-यूक्रेन युद्ध के ६०० दिन पूरे हुए हैं और रशिया के हमले रोकने में यूक्रेन के साथ पश्चिमी गुट स्पष्ट तौर पर नाकाम हुए दिख रहे हैं। पिछले साल फ़रवरी महीने के बाद रशिया ने कब्ज़ा किया यूक्रेन का अधिकांश हिस्स अभी भी रशिया के नियंत्रण में ही हैं। कुछ गांव और सैकड़ों किलोमीटर के मैदानी इलाके के अलावा अहम हिस्सा वापस पाने में यूक्रेनी सेना कामयाब नहीं हो सकी है। जून महीने में यूक्रेन ने शुरू किया ‘काऊंटर ऑफेन्सिव’ भी पुरी तरह से नाकाम हुआ है और यूक्रेन को भारी मात्रा में जान-माल का नुकसान उठाना पड़ा हैं।

दूसरी ओर रशिया ने खार्किव प्रांत पर नए हमले शुरू किए हैं और यूक्रेन पर ड्रोन एवं मिसाइल हमले करना जारी रखा हैं। पश्चिमी देश यूक्रेन युद्ध से तंग हुए हैं - यूक्रेन के वित्त मंत्री की कबुलीपिछले कुछ महीनों में रशिया ने दोनों का उत्पादन भारी मात्रा में बढ़ाने की जानकारी भी सामने आयी हैं। अगले कुछ महीनों में रशिया यूक्रेन के प्रमुख शहरों पर मिसाइल और ड्रोन के तीव्र हमले करेगी, ऐसी चेतावनी पश्चिमी यंत्रणा ने दी है। रविवार की रात एवं सोमवार की सुबह सुबह भी रशिया ने यूक्रेन के विभिन्न प्रांतों पर ड्रोन और मिसाइलों के हमले किए और इसमें भारी मात्रा में नुकसान होने का बयान यूक्रेन ने किया है।

पिछले महीने में ही यूक्रेन को ‘काउंटर ऑफेन्सिव’ में हासिल हुई नाकामी को लेकर पश्चिमी देशों में हिचकिचाहट शुरू होने के दावे सामने आना शुरू हुआ था। पश्चिमी देश यूक्रेन युद्ध से तंग हुए हैं - यूक्रेन के वित्त मंत्री की कबुलीइसमें पोलैण्ड जैसे पड़ोसी देश ने ‘ग्रेन डील’ के मुद्दे पर आक्रामक भूमिका अपनाकर यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करना बंद करने का निर्णय किया था। इसी बीच अमेरिका और यूरोपिय देशों के माध्यमों ने हथियारों का भंड़ार खत्म होने की चिल्लाहट शुरू की थी। अमेरिका की संसद में भी यूक्रेन को अतिरिक्त सहायता मुहैया करने के प्रावधान का विधेयक ठुकराया गया था।

इसी बीच यूक्रेन में सैन्य भर्ती के साथ कई क्षेत्रों में भ्रष्टाचार होने के मामले सामने आना शुरू हुआ था। यूक्रेन के रक्षा मंत्री के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी और सलाहकार को निष्कासित करके उनकी जगह नई नियुक्ति की गई है। पश्चिमी देश यूक्रेन युद्ध से तंग हुए हैं - यूक्रेन के वित्त मंत्री की कबुलीराष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की की कार्यपद्धती से नाराज़ कुछ लोगों ने इस्तीफा भी दिए है। इन सभी घटनाओं की वजह से यूक्रेन में सभी कुछ सामान्य न होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। इस वजह से पश्चिमी देशों में बेचैनी बढ़ी है और वित्त मंत्री मार्शेन्को के बयान इसकी पुष्टि करते हैं।

मार्शेन्को के बाद यूक्रेन के पूर्व सलाहकार एलेक्सी अरेस्टोविच ने झेलेन्स्की के कारोबार पर नाराज़गी जताई है। राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की ने कई रणनीतिक गलतियां की है और यूक्रेन में नेतृत्व बदल होना चाहिये, ऐसी मांग की है। यूक्रेन में एक सर्वे मे भी यह सामने आया है कि, झेलेन्स्की लड़ रहे युद्ध से देश की जनता भी तंग हुई हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.