वेस्ट बैंक में हिंसा की तीव्रता अधिक बढ़ेगी – इस्रायली सेना के गुप्तचर विभाग के प्रमुख की चेतावनी

जेरूसलम – ‘अपनी अंदरुनि सुरक्षा के लिए इस्रायल ने स्थापित की हुई रक्षा व्यवस्था को अब तक काफी बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। लेकिन, अब इसकी रचना को झटके लग रहे हैं। इससे इस्रायल की अंदरुनि सुरक्षा प्रभावित होकर पैलेस्टिनी युवाओं में बढ़ रहा असंतोष वेस्ट बैंक में हिंसा की तीव्रता अधिक बढ़ाएगा। सन २०२३ में ईरान के खतरे के साथ वेस्ट बैंक में बढ़ती हिंसा इस्रायल के लिए दूसरे क्रमांक का खतरा बनेगी’, ऐसी चेतावनी इस्रायली सेना के गुप्तचर विभाग के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल एमिट सार ने दी।

वेस्ट बैंकसन २०२१ में वेस्ट बैंक के चरमपंथियों ने इस्रायल पर हमले करने की ९१ वारदातें हुई थीं। लेकिन, इस वर्ष वेस्ट बैंक से हो रहे हमलों में काफी बढ़ोतरी हुई है। पिछले ११ महीनों में इस्रायली नागरिक एवं सैनिकों पर २८१ हमलों की घटनाएं सामने आयी हैं। इन हमलों में मारे गए लोगों में इस्रायली सैनिकों की संख्या काफी बड़ी है। मार्च से इस्रायली सुरक्षा बलों ने वेस्ट बैंक में कार्रवाई करके ढ़ाई हज़ार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।

वेस्ट बैंकवेस्ट बैंक के चरमपंथियों ने चाकू-छुरे जैसे तेज़ हथियारों के बजाय बंदूकें, राईफल्स का इस्तेमाल बढाने की बात भी स्पष्ट हुई है। ब्रिगेडियर जनरल सार ने इस पर ध्यान आकर्षित किया। एक सैनिकी अध्ययन मंडल द्वारा आयोजित समारोह में उन्होंने इस मुद्दे पर गौर किया। पैलेस्टिनी युवापीढ़ी का इस हिंसा में सहभाग बढ़ रहा है और वेस्ट बैंक के पैलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास का प्रशासन युवाओं पर प्रभाव डालने में असफल रहा है। इसके बजाय हमास, इस्लामिक जिहाद जैसे आतंकी संगठनों का इस युवापीढ़ी पर बढ़ रहा प्रभाव चिंताजनक है, ऐसा ब्रिगेडियर जनरल सार ने कहा।

वेस्ट बैंक में जारी हिंसा, इस्रायली नागरिक और सैनिकों पर बढ़ रहे हमले इस्रायल के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं। ईरान के खतरे के बाद वेस्ट बैंक की हिंसा इस्रायल की सुरक्षा के लिए दूसरे क्रमांक का खतरा है, यह दावा सार ने किया। इसी बीच वेस्ट बैंक में हिंसा को रोकने के लिए फिर से विचार करने की आवश्यकता है। इस हिंसा के पीछे की वजह तलाशकर इस पर आवश्यक कार्रवाई करने की जरुरत है, यह सेना के गुप्तचर विभाग के प्रमुख ने स्पष्ट किया।

इसी बीच, लगभग तीन महीनों में ईरान से हो रहे प्रदर्शनों पर भी ब्रिगेडियर जनरल सार ने अपने विचार रखे। ईरान में हो रहे हिजाब सख्ति के खिलाफ प्रदर्शन जल्द ही शांत हो जाएंगे, ईरान की हुकूमत इसमें सफल हो जाएगी। लेकिन, इन प्रदर्शनों की वजह से ईरान की हुकूमत के सामने आनेवाले दौर में अधिक बड़ी चुनौतियां खड़ी होंगी, यह दावा सार ने किया।

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