ईरान को रोकने के लिए अमरीका खाड़ी क्षेत्र में रक्षात्मक तैनाती करेगी – व्हाईट हाऊस के प्रवक्ता का ऐलान

वॉशिंग्टन – अमरीका खाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा के इरादे से आवश्यक तैनाती करेगी, ऐसा ऐलान व्हाईट हाउस के प्रवक्ता जॉन किरबाय ने किया। अप्रैल महीने के अन्त में और मई महीने के शुरू में ईरान ने होर्मुझ की खाड़ी में दो ईंधन टैंकर पर कब्ज़ा किया था। साथ ही होर्मुझ की खाड़ी बंद करने की धमकियां भी ईरान ने दी थी। अपने ईंधन टैंकर पर ईरान ने कब्ज़ा करने के बाद अमरीका ने ईरान विरोधी गतिविधियां शुरू की हैं। किरबाय ने किया रक्षात्मक तैनाती का ऐलान अमरीका की इन्हीं गतिविधियों का हिस्सा बनता है। 

रक्षात्मक तैनातीहोर्मुझ की खाड़ी में ईरान बेताल हरकतें करके अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर रहा हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इसके लिए अमरीका खाड़ी क्षेत्र में रक्षात्मक तैनाती करेगी, यह ऐलान व्हाईट हाउस के प्रवक्ता ने किया।
साथ ही इस मुद्दे पर वर्णित क्षेत्र के सहयोगी देशों के साथ अमरीका काम कर रही हैं, यह भी किरबाय ने कहा। ईरान के विरोध में सहयोगी देशों की सहायता प्राप्त करने का ऐलान व्हाईट हाऊस के प्रवक्ता ने किया हो, फिर भी खाड़ी क्षेत्र के सहयोगी देश अमरीका पर नाराज़ होने की बात पहले ही स्पष्ट हुई थी।

इसी कारण से सौदी अरब ने चीन की मध्यस्थता से ईरान से बातचीत शुरू करके राजनीतिक संबंध नए से स्थापित किए हैं। सौदी के नेतृत्व में अन्य खाड़ी देश भी ईरान के साथ संबंध सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। इस सफलता के बाद ईरान ने अमरीका विरोधी अपनी कार्रवाईयों की तीव्रता अधिक बढ़ाई दिख रही है। ईंधन की यातायात कर रहे टैंकर पर कब्ज़ा करके ईरान अब अमरीका को सबक सिखाने की तैयारी में होने के दावे किए जा रहे हैं। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में ईंधन की यातायात कर रहे ईरान के जहाज़ों पर कब्ज़ा करके अमरीका ने कार्रवाई की थी। इसके प्रत्युत्तर में ईरान ने भी होर्मुझ की खाड़ी में तनाव बढ़ाता दिख रहा है।

इसी बीच, होर्मुझ की खाड़ी में अधिक तनाव बढ़ा और वहां की ईंधन यातायात बंद हुई तो अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में ईंधन की कीमतों में भारी उछाल हो सकता हैं। इससे अमरीका को भी बड़ा नुकसान पहुंच सकता हैं। अमरीका के बायडेन प्रशासन के सामने इससे नई चुनौती खड़ी हो सकती हैं। मौजूदा स्थिति में बायडेन प्रशासन के लिए यह बात मुश्किलों में धकेलने वाली होगी। इसी वजह से अमरीका ‘रक्षात्मक तैनाती’ करके ईरान को कठोर संदेश देने की तैयारी में हैं।

अपने नौसैनिक जहाज़ों पर करीबन दो हज़ार किलोमीटर मारक क्षमता के क्रूझ मिसाइलें तैनात करने का ऐलान ईरानी सेना अधिकारियों ने किया है। यह अमरीका की रक्षात्मक तैनाती पर ईरान का जवाब होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

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