सुरक्षा यंत्रणाओं की गलती से अमरिकी कांग्रेस में हुई भागादौड़ी – प्रतिनिधिगृह के सभापति ने की जोरदार आलोचना

वॉशिंग्टन – विश्‍व की सबसे प्रगत और आधुनिक तकनीक से लैस अमरिकी सुरक्षा यंत्रणा में बड़ी खामियां होने की बात नए से स्पष्ट हुई हैं| सुरक्षा यंत्रणाओं ने साझा की हुई गलत जानकारी के कारण बुधवार को अमरिकी कांग्रेस की इमारत को बड़ी भागादौड़ी से खाली करना पड़ा| इसपर प्रतिनिधि सदन की सभापति नैन्सी पेलोसी ने जोरदार आलोचना की| यह गलती अवमानकारी और अक्षम्य होने की फटकार नैन्सी पेलोसी ने लगायी|

११ सितंबर, २००१ को अल कायदा के आतंकियों ने ट्विन टॉवर्स एवं रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन पर यात्री विमानों को टकराया था| दो दशक पहले हुए इस हमले में सैकड़ों की मौत हुई थी| बुधवार शाम यूएस कैपिटल यानी अमरिकी कांग्रेस की हवाई सीमा से सैन्य विमान ने उड़ान भरने के बाद ९/११ के आतंकी हमलों की यादें ताज़ा हुई| अज्ञात विमान से खतरा होने का बयान करके कांग्रेस की सुरक्षा के लिए तैनात अमरिकी पुलिस ने इस इमारत से सबको बाहर निकाला|

लेकिन, अगले कुछ ही घंटों में यह विमान अमरिकी सेना का ही होने की बात स्पष्ट हुई| अमरिकी कांग्रेस की इमारत से कुछ ही दूरी पर स्थित नैशनल स्टेडियम में बेसबॉल का सामना शुरू हो रहा था| इसके लिए अमरिकी सेना के ‘गोल्डन नाईट स्काइडायवर्स’ को आमंत्रित किया गया था| इसकी पूर्व सूचना ‘एफएए’ को दी गई थी| लेकिन, इसके बाद भी ‘एफएए’ ने अमरिकी पुलिस से यह जानकारी साझा नहीं की|

ऐसी अव्यवस्था और समन्वय के कमी के कारण कुछ समय के लिए अमरिकी कांग्रेस की इमारत में सनसनी बनी रही| अमरिकी कांग्रेस के सांसदों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया था| लेकिन, आगे के कुछ ही घंटों में यह स्पष्ट हुआ कि, मात्र गलत जानकारी के कारण यह भागादौड़ी हुई| नैशनल स्टेडियम पर सेना के पैराट्रूपर्स के प्रदर्शन की जानकारी ‘एफएए’ ने वॉशिंग्टन पुलिस से साझा नही की थी और इसी वजह से यह घटना हुईष ऐसा सुरक्षा यंत्रणाओं ने स्पष्ट किया|

अमरिकी कांग्रेस की सभापति नैन्सी पेलोसी ने इस मामले को लेकर ‘एफएए’ पर काफी गुस्सा जताया| ‘एफएए’ की भूल को मॉंफ नहीं किया जा सकता, ऐसा पेलोसी ने कहा हैं| इस वजह से कांग्रेस सदस्यों के जानपर बनी होती, यह इशारा देकर पेलोसी ने पिछले साल अमरिकी कांग्रेस पर हुए हमले की याद बयान की| पिछले साल ६ जनवरी को कुछ सिरफिरों ने अमरिकी कांग्रेस पर कब्ज़ा किया था| इस घटना पर पूरे विश्‍व में प्रतिक्रिया दर्ज़ हुई थी| साथ ही अमरिकी सुरक्षा यंत्रणा की क्षमता पर सवाल खड़े हुए थे| बुधवार की घटना के बाद भी सोशल मीडिया पर यही सवाल किए जा रहे हैं|

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