युद्धविराम का विस्तार, द्विराष्ट्रवाद के मुद्दे को लेकर अमेरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने इस्रायल पर दबाव बढ़ाया

वॉशिंग्टन – गाजा के युद्ध विराम को लेकर अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन और इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू के मतभेद फिर से सामने आए हैं। हमास ने बंधक बनाए इस्रायली नागरिकों की रिहाई होने तक इस्रायल युद्ध विराम बढ़ाए, ऐसी मांग राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने की है। साथ ही द्विराष्ट्रवाद के सिद्धांत के अनुसार इस्रायल, पैलेस्टिन की समस्या का हल निकलेगा, इस्रायली और पैलेस्टिनियों की सुरक्षा के लिए लंबी गारंटी मिलेगी, यह दावा बायडेन ने किया है।

पिछले हफ्ते इस्रायल और हमास ने चार दिन के युद्ध विराम का ऐलान किया। इसके अनुसार हमास ने अपने कब्ज़े से ५० बंधकों को रिहा करना आवश्यक था। रविवार रात हमास ने और कुछ अगवा नागरिकों को रिहा किया। इनमे एक चार वर्ष की बच्ची का समावेश हैं और उसकी आंखों के सामने हमास के आतंकवादियों ने उसके माता-पिता की हत्या की थी। युद्धविराम का विस्तार, द्विराष्ट्रवाद के मुद्दे को लेकर अमेरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने इस्रायल पर दबाव बढ़ायाइसकी अमेरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने कड़ी निंदा की है। साथ ही हमास अपने कब्ज़े से सभी अगवा नागरिकों को रिहा करें, इसकी कोशिश जारी होने का बयान राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने किया। इसके लिए युद्ध विराम बढ़ाना आवश्यक होने का बयान अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने किया।

साथ ही द्विराष्ट्र यानी इस्रायल के साथ पैलेस्टिन को स्वतंत्र देश के तौर पर स्विकृति प्रदान हुई तो यह विवाद खत्म हो जाएगा, ऐसा दावा बायडेन ने किया। बायडेन ने इससे पहले भी द्विराष्ट्रवाद पर जोर दिया था। इस्रायल के प्रधानमंत्री ने वेस्ट बैंक की पैलेस्टिनी सरकार से बातचीत करें, ऐसा आवाहन बायडेन प्रशासन ने किया था। लेकिन, प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने बायडेन का यह प्रस्ताव ठुकराया था। हमास ने ७ अक्टूबर के दिन भीषण आतंकवादी हमला करने के बाद इस्रायल के प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर अधिक आक्रामक भूमिका अपनाई है।

अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की तरह गाजा की हमास के आतंकवादियों ने भी युद्ध विराम बढ़ाने की मांग की है। इस्रायल की कैद से हमारे आतंकवादी सहयोगियों को मुक्त करने के लिए हमास को युद्ध विराम बढ़ाना है। इसके लिए हमास ने कतर की मध्यस्थता से कोशिश भी शुरू की है, ऐसा दावा किया जा रहा है। इस्रायल के प्रधानमंत्री ने युद्ध विराम बढ़ाने से स्पष्ट इनकार किया है और इस्रायली सेना के अधिकारी, सैनिक भी गाजा की सैन्य कार्रवाई ज्यादा देर तक न रोके, ऐसी मांग कर रहे हैं।

पैलेस्टिन को इस्रायल स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर स्वीकृति प्रदान करें और वर्ष १९६७ के युद्ध से पहले की सीमा मंजूर करके पैलेस्टिन मसले का हल निकाले, यह प्रस्ताव अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने अपने कार्यकाल के दौरान पेश किया था। अरब देश भी इस्रायल से यह मांग कर रहे हैं। लेकिन, वर्ष १९६७ और मौजूदा सुरक्षा की स्थिति पुरी तरह से बदली है और इस्रायल अपनी मौजूदा सीमा पर समझौता नहीं करेगी, ऐसी सख्त भूमिका इस्रायल ने अपनाई है। साथ ही पैलेस्टिन को मंजूरी प्रदान करके यह समस्या खत्म होगी, इस पर हमें विश्वास नहीं है, ऐसा इस्रायल का कहना है। हमास ने इस्रायल पर किए आतंकी हमले के बाद पूरा गणित बदल गया है और इस्रायली नागरिकों की सुरक्षा और हमास का पूरा खात्मा ही हमारा उद्देश्य है, ऐसा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू कह रहे हैं। ऐसी स्थिति में अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने युद्ध विराम बढ़ाने की मांग करके द्विराष्ट्रवाद के मुद्दे पर जोर देना इस्रायल की बेचैनी बढ़ा सकता है। इसके साथ ही राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू के मतभेद अधिक बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं।

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