साल के अंत तक अमरीका इराक की लष्करी मुहिम खत्म करेगी – पेंटागन के प्रवक्ता की घोषणा

iraq-military-pentagon-2वॉशिंग्टन/मनामा – अफगानिस्तान के बाद इराक से भी सेना वापसी करने की अपनी भूमिका पर अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन अडिग हैं। आनेवाले ३१ दिसंबर तक इराक में चल रही अमरीका की लड़ाकू मुहिम ख़त्म होगी, ऐसी घोषणा अमरीका के रक्षा मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने की। अमरीका के रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन और इराक के रक्षामंत्री जुमाह इनाद सादून अल-जाबूरी के बीच हुई चर्चा के बाद पेंटागन ने यह फ़ैसला घोषित किया।

बाहरिन की राजधानी मनामा में ‘इंटरनैशनल इन्स्टिट्युट फॉर स्ट्रॅटेजिक स्टडिज्’ गुट की बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में जागतिक सुरक्षा, राजनीतिक ख़तरा और लष्करी संघर्ष पर आधारित मुद्दे उपस्थित किए गए। इस उपलक्ष्य में शनिवार को अमरीका और इराक के रक्षामंत्रियों में स्वतंत्र चर्चा संपन्न हुई। पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने इस संदर्भ में माध्यमों से बात करते समय, अमरीका और इराक की सामरिक साझेदारी का महत्त्व स्पष्ट किया।

iraq-military-pentagon-1इस साल जुलाई महीने में अमरीका और इराक के बीच संपन्न हुई चर्चा में अमरीका ने दिए अभिवचनों का बायडेन प्रशासन पालन करनेवाला है, ऐसा किर्बी ने कहा। इसके अनुसार, इस साल के अंत तक अमरिकी लष्कर की इराक में चल रही लड़ाकू मुहिम ख़त्म होगी और अमरीका के जवान इराक से वापसी करेंगे, ऐसी जानकारी पेंटागन के प्रवक्ता ने दी। लेकिन उसके बाद भी आईएस विरोधी कार्रवाई के लिए अमरीका और इराक के रक्षाबलों के बीच लष्करी मशवरे और गोपनीय जानकारियों का आदान-प्रदान जारी रहेगा, ऐसा किर्बी ने कहा।

अमरीका और इराक के रक्षामंत्रियों में हुई चर्चा में अक्तूबर महीने में इराक में संपन्न हुए चुनाव पर रक्षामंत्री ऑस्टिन ने संतोष ज़ाहिर किया। साथ ही, प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कधीमी के निवासस्थान पर हुए ड्रोन हमले के विरोध में अमरीका इराक का साथ देगी, ऐसा ऑस्टिन ने घोषित किया।

नवंबर महीने की शुरुआत में इराक के प्रधानमंत्री कधीमी के शासकीय निवास स्थान पर विस्फोटकों से लैस होनेवाले ड्रोन्स के हमले हुए थे। प्रधानमंत्री कधीमी हालाँकि इस हमले से बच गए थे, लेकिन इससे अमरीका ने सप्लाई की हुई ‘सी-रॅम’ इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा की क्षमता पर इराकी यंत्रणाओं ने सवाल उपस्थित किए थे। ड्रोन हमले के समय इस यंत्रणा ने सायरन नहीं बजाया। साथ ही, ड्रोन्स पर मशीनगन्स ने फायरिंग भी नहीं की, ऐसी आलोचना हुई थी।

अफगानिस्तान से वापसी करने के बाद अमरीका ने मित्रदेशों का विश्वास गँवाया होने की आलोचना हो रही है। इराक से सेनावापसी अमरीका पर और भी अविश्वास बढ़ानेवाली घटना साबित हो सकती है। 

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