अल कायदा को रोकने के लिए अमरीका अफगानिस्तान में हवाई हमले करेगी – अमरीका के रक्षा मंत्री का दावा

us-afghanistan-attacks-al-qaeeda-3वॉशिंग्टन – अमरीका ने हालाँकि सेनावापसी की है, फिर भी अफगानिस्तान की ओर पीठ नहीं फेरी है। आनेवाले समय में अगर अल कायदा ने अफगानिस्तान में सिर उठाया, तो अमरीका यकीनन ही हवाई हमले करेगी, ऐसी चेतावनी अमरीका के रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने दी। पिछले महीने भर में अमरीका ने अफगानिस्तान में हवाई हमले करने के बारे में दी यह तीसरी चेतावनी है। लेकिन अमेरिकन सिनेटर और सिनेट की समिति ने ही रक्षा मंत्री ऑस्टिन के इस दावे पर संदेह ज़ाहिर किया। ‘रक्षा मंत्री ऑस्टिन के दावे काल्पनिक साबित होते हैं। क्योंकि खाड़ी क्षेत्र में होनेवाले लष्करी अड्डे अथवा अरबी सागर में मौजूद विमानवाहक युद्धपोत से ड्रोन हमले करना संभव नहीं है’, इस बात पर अमरीका के कुछ सिनेटर्स गौर फरमा रहे हैं।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने अफगानिस्तान के संदर्भ में किए फैसलों की अमरीका में ज़ोरदार आलोचना हो रही है। अमरीका के रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन, रक्षाबलप्रमुख जनरल मार्क मिले और सेंटकॉम के प्रमुख जनरल मॅकेन्झी ने, सिनेट की आर्म्ड्स सर्व्हिसेस कमिटी के सामने राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के फैसलों का समर्थन करने की ज़ोरदार कोशिश की। इस सेनावापसी के बाद अगर अलकायदा ने अफगानिस्तान में फिर से सिर उठाया तो? ऐसा सवाल अमेरिकन सिनेटर्स ने किया।

us-afghanistan-attacks-al-qaeeda-1उसके जवाब में रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने, अलकायदा पर हवाई हमले करने का विकल्प अभी भी उपलब्ध है, यह बताया। हालाँकि यह विकल्प मुश्किल है, फिर भी संभव है, ऐसा दावा ऑस्टिन ने किया। अफगानिस्तान से पूरी वापसी करने के बाद अमरीका अलकायदा पर कैसे हवाई हमले करेगी? इस सवाल का जवाब देना रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने टाला। लेकिन रक्षा मंत्री के इस दावे की अमेरिकन सिनेटर्स, पूर्व लष्करी अधिकारी और लष्करी विश्लेषकों ने जमकर आलोचना की।

हवाई हमलों का दावा करनेवाले राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और रक्षा मंत्री ऑस्टिन काल्पनिक कथाएँ रच रहे हैं, ऐसी तीखी आलोचना सिनेटर माईक वॉल्ट्झ ने की। अफगानिस्तान में हवाई हमले करने के लिए अमरीका के ड्रोन्स को ईरान अथवा पाकिस्तान की हवाई सीमा को लांघना पड़ेगा। इसी में ही ड्रोन्स का ७० से ८० प्रतिशत ईंधन खर्च होगा, इसका एहसास निवृत्त मरिन्स अधिकारी वॉल्ट्झ ने करा दिया। इस कारण, खाड़ी क्षेत्र के देशों में लष्करी अड्डों से अथवा अरबी समुद्र में तैनात विमानवाहक युद्धपोतों से अफगानिस्तान में ड्रोन हमले करना संभव नहीं है, इस पर वॉल्ट्झ ने गौर फरमाया।

us-afghanistan-attacks-al-qaeeda-2वहीं, हवाई हमले करने के लिए अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों में अमरीका के लष्करी अड्डे नहीं हैं, इसकी याद निवृत्त नौसेना अधिकारी और लष्करी विश्‍लेषक जेम्स होल्म्स ने करा दी। इसके बावजूद भी अगर रक्षा मंत्री ड्रोन हमले करवानेवाले हैं, तो हम उन्हें शुभकामनाएँ देते हैं, ऐसा ताना होल्म्स ने मारा।

सिनेटर्स और निवृत्त लष्करी अधिकारियों ने कैची में पकड़ने के बाद, रक्षाबलप्रमुख मिले ने मध्य एशिया में लष्करी अड्डा बनाने के लिए रशिया के साथ चर्चा शुरू होने की जानकारी दी। इस मामले में रशियन रक्षाबलप्रमुख से भेंट की है, ऐसा जनरल मिले ने कहा। इससे पहले भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुुतिन के साथ मध्य एशिया के लष्करी अड्डों के बारे में चर्चा की होने की खबरें जारी हुई थी। लेकिन रशिया ने इन खबरों की पुष्टि नहीं की थी।

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