‘हुवेई’ एवं ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ के मुद्दे पर अमरिका ने जर्मनी को सहयोग रोकने की दी धमकी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन/ बर्लिन – ‘गोपनीय जानकारी का आदान-प्रदान तथा सुरक्षा सहयोग के लिए सुरक्षित संपर्क यंत्रणा होना बहुत महत्वपूर्ण हैं| ‘हुवेई’ जैसी कंपनियां इसलिए मुसीबत साबित हो सकती हैं| जर्मनी ने ‘हुवेई’ अथवा अन्य चीनी कंपनी को ५जी नेटवर्क के निर्माण में शामिल किया तो अमरिका इससे आगे जर्मन यंत्रणा के साथ पहले जैसा सहयोग नहीं कर सकेगी इस पर ध्यान रखें’, ऐसे कठोर शब्दों में अमरिकी राजदूत ने जर्मनी को सूचित किया हैं| ‘हुवेई’ के मुद्दे पर कठोर भूमिका अपनाने के बाद अमरिका ने ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ गैस पाईपलाईन पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं, ऐसा कहकर जर्मनी को नया झटका दिया हैं|

अमरिका तथा चीन में पिछले वर्ष से व्यापार युद्ध शुरू होते हुए उसी समय राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीनी कंपनियों के विरोध में आक्रामक अभियान हाथ लिया हैं| चीन सरकार की मिली भगत होने वाले ‘हुवेई’, ‘झेडटीई’ जैसी कंपनियों पर अमरिका ने प्रतिबंध जारी किये है और अन्य प्रमुख चीनी कंपनियों का निवेश रोके रखा हैं| विश्वभर में अपने मित्र देश भी इसका अनुकरण करें, ऐसी अमरिका की मांग होते हुए उसमें संबंधित देशों से बातचीत जारी होने का खुलासा हुआ हैं| अमरिका की आग्रही नीति के कारण कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन के साथ यूरोप के कुछ देशों ने ‘हुवेई’ पर प्रतिबंध के संकेत दिए हैं|

परंतु जर्मनी, हंगेरी जैसे देशों को अमरिका ने दी सूचना को वर्जित कर ‘हुवेई’ के साथ अन्य चीनी कंपनियों पर पूर्ण बंदी जारी करने से इंकार कर दिया हैं| जर्मनी की चॅन्सेलर अँजेला मर्केल ने ‘हुवेई’ के मुद्दे पर चीन से संवाद साधने की जरूरत होने का कहकर सुरक्षा के उचित मापदंड लगाए जाएंगे, ऐसी भूमिका ली थीं| ‘हुवेई’ के मुद्दे के पहले ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ इंधन नलिका, ईरान का परमाणु कार्यक्रम, सीरिया के ‘आईएस’ के आतंकवादी द्विपक्षी व्यापार इन मुद्दों पर भी अमरिका और जर्मनी में लगातार संघर्ष शुरू हैं|

इस पृष्ठभूमि पर ‘हुवेई’ के मुद्दे पर अमरिका ने अधिक आक्रमक भूमिका लेते हुए सुरक्षा तथा गुप्त जानकारी के सहयोग का मुद्दा उपस्थित किया हैं| जर्मनी में अमरिकी राजदूत रिचर्ड ग्रेनिल ने जर्मनी के वाणिज्य मंत्री को भेजे पत्र में सहयोग का मुद्दा उपस्थित किया हैं| अमेरिकन दूतावास तथा जर्मनी के मंत्री ने पत्र की पुष्टि की हैं| परंतु जर्मनी के मंत्रियों ने उस पर प्रतिक्रिया देने से इंकार करते हुए उचित समय पर उत्तर देंगे, ऐसी भूमिका ली हैं|

अमरिकी दूतावास ने ग्रेनिल के पत्र के मुद्दों को दोहराते हुए भविष्य में जर्मनी के साथ गुप्त जानकारी का आदान-प्रदान मुश्किल में पड सकता हैं, ऐसी स्पष्ट चेतावनी दी हैं| दूरसंचार यंत्रणा के लिए अविश्वस्त कंपनियों का शामिल होना संबंधित देश के संवेदनशील जानकारी की गुप्तता तथा सत्यता पर संदेह उत्पन्न करने वाला साबित होगा, ऐसे शब्दों में दूतावास के प्रवक्ता ने ‘हुवेई’ का समावेश अमरिका किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं करने का सूचित किया हैं|

‘हुवेई’ के मुद्दे पर जर्मनी को फटकार रहे अमरिका ने ‘नॉर्ड स्ट्री’ २’ के मुद्दे पर भी आक्रामक भूमिका ली हैं| अमरिका के ऊर्जा मंत्री रिक पेरी ने रशिया तथा जर्मनी में निर्माण किए जाने वाले इस ईंधन पाइपलाईन के पीछे राजनीतिक उद्देश्य होने का दावा करते हुए अमरिका इस पर प्रतिबंध लाने का विचार कर रही हैं, ऐसे स्पष्ट संकेत दिए हैं| अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इससे पहले ही वर्णित इंधन गैस पाइपलाईन के विरोध में जर्मनी को फटकार लगाकर अमरिकी संसद में एक विधेयक भी मंजूर किया हैं|

हुवेई’ तथा ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ के मुद्दे पर अमरिका ने ली आक्रामक नीति के कारण अमरिका तथा जर्मनी के बीच तनाव अधिक तीव्र होने के संकेत विशेषज्ञ दे रहे हैं|

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