जर्मनी के ज्यूधर्मी देश छोडने की तैयारी में – विदेशमंत्री हैको मास ने जताई चिंता

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

फ्रैंकफर्ट – ‘जर्मनी में ज्यू धर्मियों पर हो रहे हमलें और इंटरनेट पर हो रहा अवमान समय पर रोकना जरूरी है| ज्यूधर्मियों के विरोध में द्वेष की भावना इसी तरह से बरकरार रही तो जर्मनी के ज्यूधर्मियों की संख्या आधी होगी और अन्य ज्यूधर्मी जर्मनी छोडकर बाहर निकल जाएंगे’, यह इशारा जर्मनी के विदेशमंत्री हैको मास ने दिया| सीर्फ जर्मनी ही नही, बल्कि पुरे यूरोप में यह द्वेष की भावना रोकने के लिए कदम बढाने की जरूरत मास ने व्यक्त की|

दुसरें विश्‍वयुद्ध में हिटलर ने बलि चढाए ज्यूधर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए इस्रायल में काफी बडे कार्यक्रम का आयोजन किया गया था| इस अवसर पर जर्मनी के शीर्ष पत्रिका से बातचीत करते समय विदेशमंत्री मास ने अपने देश में ज्यूधर्मियों के विरोध में देखी जा रही द्वेष की भावना पर कडी चिंता व्यक्त की|

‘ज्यूधर्मियों पर हो रहे हमलें और सोशल मीडिया में उनका हो रहा अवमान अब हमेशा की बात बनी है| इससें परेशान हो रहे ज्यूधर्मी अब देश छोडने की तैयारी कर रहे है| दो में से कम से कम एक ज्यूधर्मी जर्मनी छोडने के विचार में है| नाजीयों के युग में काफी दर्द में रहें ज्यूधर्मियों पर हो रहे यह हमलें रोकना अब जरूरी है’, यह बयान विदेशमंत्री मास ने किया है|

‘ज्यूधर्मियों को जर्मनी छोडने से रोकना है तो यह द्वेष से भरी भावना खतम करने के लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है’, ऐसा मास ने कहा| अगले जुलाई महीने में ‘यूरोपिय महासंघ’ का अध्यक्ष पद जर्मनी को प्राप्त हो रहा है| तभी, इसी समय में ‘यूरोपिय कौन्सिल’ का अध्यक्ष पद और मानव अधिकार संगठन का प्रमुख पद भी जर्मनी के हाथ में रहेगा| ऐसे समय में ज्यूधर्मियों के विरोध में बढ रही द्वेष की भावना रोकने के लिए कार्रवाई को प्राथमिकता दी जाएगी’, यह भरोसा विदेशमंत्री मास ने व्यक्त किया|

सीर्फ जर्मनी ही नही, पुरे यूरोप में ज्यू धर्मियों के विरोध में बनी द्वेष की भावना खतम करने के लिए जर्मनी कोशिश करेगी, यह दावा जर्मनी के विदेशमंत्री ने किया| तभी यूरोपिय देशों में ज्यूधर्मियों की प्रार्थना स्थलों की सुरक्षा के लिए जर्मनी ५.५ लाख डॉलर्स की सहायता करेगी, यह भी मास ने कहा| साथ ही दुसरे विश्‍वयुद्ध का भयंकर इतिहास छात्रों तक पहुंचाने के लिए जर्मनी कदम उठाएगी, यह भी जर्मनी के विदेशमंत्री मास ने इस दौरान स्पष्ट किया है|

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