यूक्रैन में जैविक लैब होने की बात अमरीका ने कबूली

वॉशिंग्टन – जैविक हथियारों का निर्माण करनेवाली लैब अमरीका ने यूक्रैन में स्थापित की है, यह आरोप रशिया ने लगाया था| इसके सबूत अपने हाथ लगे हैं और कुछ सबूत रशिया ने यूक्रैन पर हमला किया उसी दिन अमरीका ने नष्ट किए, ऐसा रशिया ने कहा था| अमरिकी विदेश मंत्रालय की उपमंत्री विक्टोरिया नुलैण्ड ने यूक्रैन में जैविक लैब होने की बात स्वीकारी| लेकिन, अब इसका अनुसंधान रशियन सेना के हाथ लगेगा, ऐसा कहकर नुलैण्ड ने इस पर तीव्र चिंता जताई है|

ukraine-bio-lab-us-1यूक्रैन परमाणु या जैविक हथियारों का निर्माण कर रहा है, यह आरोप लगाकर रशिया यूक्रैन पर किए गए अपने हमलों का समर्थन कर रही है, यह आरोप ब्रिटेन की सैन्य गुप्तचर यंत्रणा ने लगाया था| इसके कुछ ही घंटों बाद अमरिकी विदेश मंत्रालय की उपमंत्री विक्टोरिया नुलैण्ड ने सिनेट के सामने सुनवाई के दौरान यूक्रैन में हो रहे हमलों के लिए रशिया से सवाल किए|

‘यूक्रैन में जैविक अनुसंधान के केंद्र बने हुए हैं| लेकिन, अब यह केंद्र रशियन सेना के कब्ज़े में जा सकते हैं| इस वजह से इन केंद्रों का अनुसंधान रशिया के हाथ ना लगे, इसके लिए अमरीका अब यूक्रैन को सहायता मुहैया कर रही है’, ऐसा कहकर नुलैण्ड ने यूक्रैन में स्थित जैविक अनुसंधान केंद्र और इसके सहयोग का समर्थन किया|

इसके बाद अमरीका के वरिष्ठ सिनेटर मार्को रुबियो ने नुलैण्ड से उल्टा सवाल किया| यूक्रैन नाटो की सहायता से जैविक हमला करने की तैयारी में होने का दावा रशियन माध्यम कर रहे हैं और इसमें कितनी सच्चाई है? आनेवाले दिनों में यूक्रैन में जैविक या रासायनिक हमला हुआ तो क्या उसके लिए रशिया को ज़िम्मेदार ठहराया जाएगा? ऐसे सवाल रुबियो ने किए| इसके जवाब में अमरीका की उपमंत्री नुलैण्ड ने कहा कि, रशिया यूक्रैन में जैविक हमला करवा सकती है और इसका ठिकरा अन्य देशों पर फोड़ेगी|

ukraine-bio-lab-us-2लेकिन, इसके ज़रिये अमरीका की उपमंत्री यह मान रही है कि, यूक्रैन के जैविक लैब्स में हथियारों का निर्माण हो रहा था, इस पर कुछ माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं| और अमरीका इन लैब्स को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, रशिया के इन आरोपों को मज़बूती प्राप्त होने की बात नुलैण्ड की प्रतिक्रिया से स्पष्ट हो रही है, यह भी माध्यमों का कहना है|

रशियन विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़ाखारोवा ने यूक्रैन के जैविक लैब्स के मुद्दे पर अमरीका को लक्ष्य किया| ‘अमरीका को रशिया की सीमा के करबी यूक्रैन में जैविक हथियारों का निर्माण करनेवाले लैब शुरू करने की ज़रूरत क्यों महसूस हुई, इस पर अमरीका सिर्फ रशिया ही नहीं, बल्कि पूरे विश्‍व को जवाब दे| यूक्रैन के ३० लैब्ज का इस्तेमाल शांति या वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए हो रहा था, इस पर हमें खुलासा नहीं चाहिये बल्कि, रशिया की सीमा के करीब इन लैब्स का निर्माण क्यों हुआ और इसके लिए अमरीका ने आर्थिक सहायता प्रदान की, इसके जवाब अमरीका दे’, यह माँग ज़ाखारोवा ने रखी|

यूक्रैन के जैविक लैब्स में प्लेग, एंथ्रैक्स, कॉलेरा, ट्युलारेमिया और कुछ अन्य ज़हरिले विषाणुओं पर शोधकार्य जारी होने का आरोप रशिया के रक्षा मंत्रालय ने लगाया था| अमरीका के इन जैविक लैब्स पर रशिया ने सवाल करने के बाद चीन ने भी अमरीका के रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन से खुलासा माँगा है| पेंटॅगॉन विश्‍वभर में स्थित अपने जैविक लैब्स की जानकारी सार्वजनिक करे, यह बयान चीन के विदेश मंत्रालय ने किया है|

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