रशिया पर प्रतिबंध लगाए गए तो वह अमरीका और मित्रदेशों पर ही ‘बूमरैंग’ होंगे – विश्‍लेषक एवं माध्यमों का दावा

us-russia-sanctions-boomerangमास्को/वॉशिंग्टन – यूक्रैन की सीमा पर तनाव के मुद्दे को लेकर रशिया पर आक्रामक प्रतिबंध लगाने का इशारा अमरीका और मित्रदेशों ने दिया है। रशिया को नुकसान पहुँचानेवाले यह प्रतिबंध असल में अमरीका और मित्रदेशों पर ही ‘बूमरैंग’ हो सकते हैं, ऐसा दावा विश्‍लेषक एवं माध्यम कर रहे हैं। रशिया पर लगाए गए प्रतिबंध अमरीका समेत वैश्‍विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचा सकते हैं, यह इशारा अमरीका के विश्‍लेषकों ने दिया है। यूक्रैन के मुद्दे पर अमरीका ने रशिया पर प्रतिबंध लगाए गए तो वह अमरीका की बड़ी गलती होगी और इससे दोनों देशों के संबंध हमेशा के लिए बिगड़ेंगे, ऐसी तीव्र चेतावनी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने पहले ही दी है।

अगले दो दिनों में रशिया और अमरीका एवं मित्रदेशों की यूक्रैन समेत कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा होनी है। इस चर्चा से पहले दोनों ओर से जुबानी विवाद शुरू हुआ है और अमरीका, नाटो एवं यूरोपिय देश रशिया को लगातार इशारे दे रहे हैं। अमरीका एवं यूरोपिय देशों ने रशिया पर बड़े प्रतिबंध लगाने के संकेत दिए हैं। इसमें रशिया की र्इंधन कंपनी ‘गाज़प्रोम’, रशिया की सेंट्रल बैंक एवं हवाई क्षेत्र और स्मार्टफोन पर प्रतिबंध लगाने का समावेश होगा, ऐसा कहा जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के कारोबार के लिए सक्रिय ‘स्विफ्ट’ यंत्रणा से रशिया को बाहर करने के दावे भी किए जा रहे हैं।

इस पृष्ठभूमि पर अमरीका और यूरोप के कुछ विश्‍लेषक रशिया पर प्रतिबंध लगाने को लेकर सावधानी का इशारा दे रहे हैं। रशिया पर प्रतिबंध लगाए गए तो इसका अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर तीव्र असर पड़ेगा, यह दावा अमरिकी प्रशासन के सूत्रों ने किया। वैश्‍विक बाज़ार में र्इंधन की कीमतों में उछाल आएगा और यूरोप के व्यापार एवं निवेश को बड़ा नुकसान पहुँचेगा, यह इशारा सूत्रों ने दिया है। अमरीका और यूरोप के अहम क्षेत्रों पर बड़े सायबर हमले हो सकते हैं, यह इशारा भी दिया गया है।

इससे पहले अमरीका समेत पश्‍चिमी देशों ने क्रिमिया, सायबर हमले, एलेक्सी नैवेल्नी पर हुई कार्रवाई, जासूसी एवं ज़हर देने की साज़िश जैसे मुद्दों पर रशिया पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं। रशिया को इन प्रतिबंधों से नुकसान पहुँचा है, फिर भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन अर्थव्यवस्था को संभालने में सफल हुए थे। अगले दिनों में प्रतिबंधों की वजह से बड़ा नुकसान ना पहुँचे, इसके लिए अमरिकी डॉलर्स की निर्भरता कम करनेवाली आक्रामक नीति रशिया ने अपनाई है।

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