युक्रेन पर किए हमले के बाद पुतिन अलग-थलग हुए हैं – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन का दावा

putin-alone-joe-biden-1वॉशिंग्टन/मॉस्को – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन को ‘तानाशाह’ बताकर, युक्रेन पर किए हमले के बाद पुतिन दुनिया से अधिक ही अलग और अकेले पड़ गए होने का दावा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने किया। अपने ‘स्टेट ऑफ द युनियन अ‍ॅड्रेस’ में बायडेन ने, युक्रेन का संघर्ष यह तानाशाही और लोकतंत्र के बीच का संघर्ष है और उसमें जनतंत्र जीत रहा है, यह कहा। अमरीका युक्रेन के साथ डटकर खड़ी है, ऐसा यकीन दिलाने वाले बायडेन ने, युक्रेन में अमरीका सेना नहीं भेजेगी, यह खुलासा भी किया है।

मंगलवार को देश को संबोधित करके किए हुए ‘स्टेट ऑफ द युनियन अ‍ॅड्रेस’ की शुरुआत राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने रशिया-युक्रेन संघर्ष के मुद्दे पर ही की। ‘रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने छह दिन पहले युक्रेन पर हमला करके मुक्त जागतिक व्यवस्था को हिलाने की कोशिश की। युक्रेन में सेना घुसाकर कब्ज़ा करेंगे और दुनिया देखती रहेगी, ऐसी उन्हें उम्मीद थी। लेकिन युक्रेन की जनता ने निर्धारपूर्वक खड़ी की दीवार ने पुतिन के सारे इरादे तहस-नहस कर दिए’, ऐसा दावा बायडेन ने किया।

putin-alone-joe-biden-2‘रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने युक्रेन पर किया हमला पूर्व नियोजित और बिना किसी उकसावे के किया गया था’, ऐसा आरोप अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने किया। राजनीतिक कोशिशें ठुकरानेवाले पुतिन ने, अमरीका समेत पश्चिमी जगत में फूट डालने की कोशिश की, ऐसा भी बायडेन ने कहा। लेकिन अमरिका समेत मित्र देश पुतिन को प्रत्युत्तर देने के लिए सिद्ध हैं और हमने पूर्व तैयारी की थी, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने कहा।

रशिया द्वारा छेड़ा गया यह युद्ध इतिहास में दर्ज होगा, यह बताकर, अमरीका और नाटो युक्रेन की रक्षा करेंगे, ऐसा दावा भी उन्होंने किया। लेकिन अमरीका युक्रेन में सेना तैनात नहीं करेगी, यह भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने आगे स्पष्ट किया। युक्रेन की जनता का उल्लेख करते समय बायडेन गलती से ईरान का किया ज़िक्र इस समय गौर फरमाने वाला साबित हुआ।

शुरू के लगभग दस मिनट युक्रेन को देने के बाद बायडेन ने कोरोना और अमरीका के सामने होनेवाली अन्य चुनौतियाँ और अपना प्रदर्शन इनका जिक्र किया। इसमें, अमरीका में गुनाहगारी कम करने के लिए पुलिस यंत्रणा को दी जाने वाली निधि बढ़ाने का आश्वासन गौरतलब साबित हुआ। बायडेन की सत्ताधारी डेमोक्रॅट पार्टी के एक गुट ने ‘डिफंड द पोलीस’ इस मुहिम का आक्रमक पुरस्कार किया था। लेकिन राष्ट्राध्यक्ष ने अधिक निधि प्रदान करने का उल्लेख करके इस मुहिम का महत्व कम किया बताया जाता है।

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