अमेरिका और रशिया में संघर्ष अटल, अमेरिकी विदेशमंत्री की रशिया को चेतावनी

रशिया द्वारा सीरियाई राष्ट्रपति अस्साद को मदद करने के लिए सेना भेजने की रिपर्ट पर अमेरिका ने चिंता जताई है। सीरिया में ‘आयएस’ के खिलाफ संघर्ष कर रही अमेरिका और दोस्त राष्ट्रों की सेना का रशियन सेना से सामना हो सकता है, ऐसी चेतावनी अमेरिकी विदेशमंत्री जॉन केरी ने दी। इस विषय में केरी ने रशियन विदेशमंत्री सर्जेई लॅव्हरोव्ह से फोन पर बातचीत की। लेकिन सीरिया में रशियन सेना के न होने का दावा रशिया कर रहा है। मात्र रशियन सेना सीरिया में सक्रीय होने की पुष्टी सोशल मीडिया में प्रसिद्ध हुई छायाचित्रों से हो रहीं है।US Russia

पिछले पाच सालों से सीरिया संघर्ष में झूलस रहा है। राष्ट्रपति अस्साद की सेना और विद्रोहियों के बीच पहले तीन साल संघर्ष चला। लेकिन पिछले दो सालों से सीरिया में आतंकी संगठनों ने अस्साद सरकार तथा विद्रोहियों के खिलाफ संघर्ष शुरू किया है। आतंकी संगठन ‘आयएस’ का सीरिया में बढ़ता उपद्रव पश्‍चिमी देशों के लिए चिंता का विषय बन रहा है। इसी कारण सीरिया तथा इराक को ‘आयएस’ से मुक्त करने के लिए अमेरिका, यूरोप और अरब मित्रदेश मिलकर आतंकी संगठनों के ठिकानों पर हवाई हमले कर रहें हैं।

मात्र अमेरिका सीरियन राष्ट्रपति अस्साद के खिलाफ ठोस कारवाई नहीं कर रहा, ऐसी नाराजगी अरब-आखाती देश व्यक्त कर रहें है। सौदी के राजा सलमान ने इस विषय पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से चर्चा की। इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्रसंघ की आम बैठक में सौदी और अरब देश इस विषय को उपस्थित करनेवाले है। इन परिस्थितीयों में रशिया द्वारा सीरिया में सेना तैनात करने की खबर अमेरिकी समाचारपत्र ‘द न्यूयॉर्क टाईम्स’ ने प्रकाशित की है। इस वृत्त पर विदेशमंत्री केरी ने अमेरिका की ओर से आपत्ति जताई है।

रशिया द्वारा सेना भेजने से सीरिया में चल रहा संघर्ष भड़क सकता है। इस संघर्ष में मासूम लोगों की जाने भी जा सकती है। साथही बेघर होनेवालों की तादात बढ़कर प्रादेशिक तनाव बढ़ सकता है, ऐसी चिंता केरी ने व्यक्त की। वहीं सीरिया में अमेरिका और मित्रदेशों की सेना से रशिया का आमनासामना भी हो सकता है, ऐसी चेतावनी अमेरिकी विदेशमंत्री ने दी। लेकिन संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक में बातचीत के जरिए इस संघर्ष को टालने के लिए प्रयास किए जा सकते है, ऐसा भी केरी और लॅव्हरोव्ह ने फोन पर हुई चर्चा में कहा।

हफ्तेभर पहले इस्रायली माध्यमों में रशियन सेना की सीरिया में उपस्थिती के विषय में खबरे प्रकाशित हुई थी। इस तैनाती के विषय में सीरिया और रशिया में चर्चा भी हुई थी, ऐसा भी इस्रायली माध्यमों ने लिखा था। इसके बाद अमेरिकी समाचारपत्र ने रशियन सेना की सीरिया में चल रहीं गतिविधियों पर खबर प्रकाशित की। रशिया के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने इन सभी खबरों को झूठला दिया है। साथही सीरिया की समस्या छुड़ाने के लिए रशिया मुख्य भूमिका स्वीकारने के लिए तैयार है, ऐसा भी रशियन राष्ट्रपति ने कहा?है।

दरमियान, सीरियाई राष्ट्राध्यक्ष अस्साद को रशिया से मिलनेवाली सहायता को रोकने के लिए अमेरिका ने ग्रीस को अपनी हवाईसीमा रशिया के लिए बन्द करने की सूचना की है। ग्रीस ने भी रशियाई विमानों के लिए अपनी हवाईसीमा निषिद्ध कर दी है। इराक और तुर्की में अमेरिकी सेना पहले से ही तैनात है। इसलिए सीरिया में सहायता पहुँचाने के लिए रशिया को पूर्व यूरोप से होकर जाना पड़ सकता है। रशियन विमानों के इस मार्ग पर ग्रीस की हवाईसीमा शामिल है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए अमेरिका ने ग्रीस के जरिए रशिया द्वारा सीरियाई सरकार को मिलनेवाली मदद खंड़ित कर दी है। रशिया ने भी ग्रीस की इस भूमिका पर खेद जताया है।

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