नाटो का पूर्व युरोप में किया जा रहा लष्करी एकत्रीकरण असमर्थनीय होने की रशिया की आलोचना

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‘रशिया किसी भी नाटो सदस्य देश पर कभी भी हमला नहीं करेगा और हमारी वैसी योजना भी नहीं है । यह बात युरोप के तथा आंतर्राष्ट्रीय समुदाय के नेता जानते हैं । इस कारण, पूर्व युरोप को कोई भी ख़तरा न होकर, नाटो द्वारा इस इलाक़े में जारी रहनेवाली लष्करी गतिविधियों का किसी भी प्रकार से समर्थन नहीं किया जा सकता’ इन शब्दों में रशियन विदेशमंत्री ने नाटो पर स्पष्ट रूप में नाराज़गी व्यक्त की । सोमवार से पोलंड में नाटो की ओर से ‘अ‍ॅनाकोंडा-२०१६’ इस भव्य लष्करी अभ्यास की शुरुआत हुई होकर, शीतयुद्ध के ख़त्म होने के बाद का यह सबसे बड़ा अभ्यास है, ऐसा कहा जाता है ।

नाटो एवं अमरीका ने पूर्व युरोप में ‘सेबर स्ट्राईक-२०१६’ इस व्यापक युद्धअभ्यास का आयोजन किया है । पिछले हफ़्ते से इस अभ्यास के विभिन्न पड़ाव शुरू हुए हैं । पोलंड में शुरू हुआ ‘अ‍ॅनाकोंडा-२०१६’ यह इस अभ्यास का सबसे बड़ा एवं महत्त्वपूर्ण भाग है । ‘अ‍ॅनाकोंडा-२०१६’ में पोलंड के साथ २४ नाटो सदस्य एवं साज़ेदार देश सहभागी हुए हैं । इन देशों के कुल मिलाकर ३१ हज़ार सैनिक, तीन हज़ार सशस्त्र वाहन, १०५ लड़ाकू विमान एवं १२ से भी अधिक युद्धनौकाएँ लष्करी अभ्यास में सहभागी हुए हैं ।

१७ जून तक चलनेवाले इस अभ्यास में, पारंपरिक युद्ध के विभिन्न दाँवपेंचों का एवं मुहिमों का समावेश होगा, ऐसी जानकारी लष्करी सूत्रों ने दी । ‘युएस आर्मी इन युरोप’ इस अभ्यास का नेतृत्व कर रही होकर, ‘पोलंड तथा नाटो के कंधे से कंधा मिलाकर अमरीका खड़ी है’ यह जताना, यही इस अभ्यास के पीछे का मुख्य उद्देश्य है, ऐसा अमरीका के लष्करप्रमुख लेफ्टनंट जनरल मार्क मिली ने कहा । इस अभ्यास के उपलक्ष्य में अमरीका की ‘युएसएस पोर्टर’ यह, गाइडेड मिसाईल यंत्रणा रहनेवाली विनाशिका इस साल में पहली ही बार ब्लॅक सी सागरी क्षेत्र में दाख़िल हुई है ।

पोलंड में आयोजित अभ्यास के साथ युरोप में चल रही इस लष्करी गतिविधि पर रशिया ने तीव्र नाराज़गी जतायी है । नाटो की लष्करी गतिविधियाँ तथा नये नये सदस्यों का समावेश करने के लिए जारी कोशिशें रशिया को नापसन्द हैं, ऐसा विदेशमंत्री सर्जेई लावरोव्ह ने स्पष्ट किया । एक संगठन के तौर पर हालाँकि नाटो से रशिया को कोई ख़तरा नहीं है, मग़र फिर भी रशियन सीमा के पास चल रहीं नाटों की गतिविधियाँ चिंता का विषय हैं, यह लावरोव्ह ने दृढ़तापूर्वक कहा ।

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