सौदी के साथ रहें तो ‘यूएई’ का भविष्य भयावह होगा – येमन के हौथी विद्रोहियों ने धमकाया

तेहरान – ‘‘यूएई’ येमन युद्ध में शामिल ना हो, इस युद्ध में सौदी का साथ ना करें। नहीं तो यूएई का भविष्य काफी भयावह होगा’, ऐसी धमकी येमन की विद्रोही संगठन ‘हौथी’ ने दी है। येमन का युद्धविराम पिछले हफ्ते ही खत्म हुआ था। हौथी विद्रोहियों ने युद्धविराम का अवधि बढ़ाने से इन्कार करने से यह संघर्ष फिर से छिड़ेगा, ऐसा दावा किया जा रहा हैं। इस साल के शुरू में हौथी ने यूएई की राजधानी अबुधाबी पर ड्रोन और बैलेस्टिक मिसाइल्स से हमलें किए थे। इस वजह से हौथी ने दी हुई इस धमकी की गंभीरता बढ़ी हैं।

संयुक्त राष्ट्रसंघ की पहल से छह महीनों से येमन में रहा युद्धविराम पिछले हफ्ते खत्म हुआ। येमन की सेना की तरह हौथी विद्रोहियों ने भी युद्धविराम का अवधि बढ़ाने की तैयार रहें, यह आवाहन संयुक्त राष्ट्रसंघ और सौदी अरब ने किया था। लेकिन, हौथी विद्रोहियों ने युद्धविराम का अवधि बढ़ाने से इन्कार किया और इसके कारण येमन में संघर्ष भड़केगा, ऐसीं चेतावनी अमरीका एवं अरब मित्रदेश दे रहे थे।

‘यूएई’ का भविष्यहौथी विद्रोहियों के राजनीतिक विभाग ‘अन्सरुल्ला’ का सदस्य अब्दुल्ला मोहम्मद अल-नईम ने सोशल मीडिया पर ‘यूएई’ को लक्ष्य करके धमकाया। पिछले सात सालों से येमन में जारी गृहयुद्ध मे सौदी अरब का साथ देनेवाले यूएई के हौथी के कमांडर ने आनेवाले समय के संघर्ष से दूर रहने का इशारा दिया। ‘सौदी ने येमन में शुरू किए युद्ध में यूएई शामिल हुआ तो इस देश का भविष्य भयावह होगा। इस युद्ध में यूएई अपना सबकुछ खो देगा। कौए और सापों से भरे रेगिस्तान, दशकों पहले के ऐसें दौर में यूएई को वापस भेजेंगे’, ऐसा इशारा नईमी ने दिया।

हौथी के हमलों की वजह से उद्यमी और निवेषक जल्द ही यूएई छोड़कर जाएँगे, यह दावा नईमी ने किया। पिछले हफ्ते युद्धविराम से पीछे हटें हौथी विद्रोहियों ने सौदी और यूएई को धमकाना शुरू किया हैं। इसमें भी हौथी विद्रोही यूएई को सबसे ज्यादा लक्ष्य कर रहे हैं। कुछ दिन पहलें हौथी के अन्य कमांडर मोहम्मद अल-बुखैती ने भी एक साक्षात्कार में हौथी की माँगों पर ध्यान आकर्िषत किया था। पश्चिमी देशों ने हमारी माँगे स्वीकार नहीं की तो सौदी अरब और यूएई के दूर दूर के शहरों तक हमलें किए जाएँगे, यह चेतावनी बुखैती ने दी थी।

साथ ही सौदी और यूएई में निवेष करनेवाली विदेशी कंपनियाँ तूरंत इन दोनों देशों से पीछे हटे, ऐसा अन्य एक हौथी कमांडर ने कहा था। इस साल के शुरू में हौथी विद्रोहियों ने सौदी की राजधानी रियाध और यूएई की राजधानी दुबई के ईंधन प्रकल्पों पर ड्रोन और बैलेस्टिक मिसाइल्स के हमलें किए थे। इसी बीच सौदी और यूएई के समुद्री क्षेत्र में तैनात विदेशी जहाज़ों को भी हौथी के ड्रोन्स ने लक्ष्य किया था। ऐसी स्थिति में हौथी ने सौदी और यूएई की विदेशी कंपनियों को लक्ष्य करने की धमकी दी थी। इसके बाद यूरोप से तीव्र बयान सामने आया था। यूरोपिय महासंघ ने हौथी की धमकी की आलोचना करके खाड़ी क्षेत्र अस्थिर करने की हरकतें बर्दाश्त नहीं होंगी, ऐसी फटकार लगायी थी।

इसी बीच, पिछले २४ घंटों में हौथी ने येमन की सेना पर हमलें शुरू किए होने की खबरें प्राप्त ह ोरही हैं। इनमें कम से कम छह सैनिकों के मारे जाने का दावा किया जा रहा हैं। येमन की सेना ने भी मारिब प्रांत पर मंड़राते हौथी के दो ड्रोन्स मार गिराने का दावा किया था। येमन में फिर से संघर्ष छिड़ा हैं और हौथी ने यूएई पर हमलें किए तो इसका सीधा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असर हो सकता हैं।

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