युद्ध की मंशा नहीं है, फिर भी अमेरिका विरोधी युद्ध से ईरान ड़रता नहीं

तेहरान – ‘ईरान को अमेरिका के विरोध में जंग शुरू नहीं करनी है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं होता कि, ईरान युद्ध से ड़रता है। ईरान जंगबाज नहीं है, लेकिन आत्मरक्षा और आत्मसम्मान की रक्षा कैसी करनी है, यह ईरान जानता है’, ऐसी चेतावनी ईरान के रक्षाबलप्रमुख जनरल हुसेन सलामी ने दी। साथ ही अमेरिका पर हमला करने के लिए ईरान हौथी विद्रोही या हिजबुल्लाह से कोई भी सूचना नहीं कर रहा है। ईरान ने सिर्फ गाजा की हमास को प्रशिक्षित किया था, ऐसी कबुली ईरान के वरिष्ठ राजनीतिक अधिकारी ने साझा की। इस बीच हफ्ते पहले जॉर्डन स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर हुए ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिक मारे गए थे। ईरान या ईरान से जुड़ी आतंकी संगठनों ने ही उस हमले को अंजाम देने के आरोप अमेरिका ने लगाए थे। इसके बाद सीधे ईरान पर हमले करने की मांग अमेरिका से हुई थी। इसपर ईरान के रक्षाबलप्रमुख ने यह इशारा दिया है।

युद्ध की मंशा नहीं है, फिर भी अमेरिका विरोधी युद्ध से ईरान ड़रता नहींतीन अमेरिकी सैनिकों की हुई मौत के लिए ज़िम्मेदार अपराधी को इराक की सीमा के करीब गिरफ्तार करने का दावा अमेरिका कर रही है। इराक की आतंकी संगठन ने यह हमला किया, ऐसा आरोप व्हाईट हाऊस की नैशनल सिक्योरिटी काउन्सिल के प्रवक्ते जॉन किरबाय ने किया। बायडेन प्रशासन ने स्पष्ट आरोप लगाया नहीं है, फिर भी इराक स्थित आतंकी संगठनों को ईरान का समर्थन प्राप्त होने का आरोप पहले लगाया गया था। इसी बीच, अमेरिका ने हाल ही के दिनों में इराक और सीरिया स्थित ईरान से जुड़े आतंकवादियों के ठिकानों पर जोरदार हमले किए हैं। इसमें ईरान से जुड़े आतंकवादियों के मारे जाने का दावा किया जा रहा है।

ऐसी स्थिति में ईरान के रक्षाबलप्रमुखों ने अमेरिका और मित्रदेशों ने लगाए आरोप ठुकराए है। अमेरिका ने लगाए आरोपों को ईरान ने बेबुनियाद बताया है। साथ ही ईरान पर आरोप लगाना अमेरिका बंद करें, ऐसा आवाहन भी ईरान के विदेश मंत्री आमिर हुसेन अब्दोल्लाहियान ने किया है। किसी भी देश ने ईरान में हमला करने की कोशिश की तो ईरान फैसला करने वाली कार्रवाई करेगा, ऐसा इशारा ईरानी विदेश मंत्री ने दिया है।

युद्ध की मंशा नहीं है, फिर भी अमेरिका विरोधी युद्ध से ईरान ड़रता नहींअमेरिका ने लगाए आरोपों को ईरान ने नकार दिया है। लेकिन, येमन की हौथी, इराक की कतैब हिजबुल्लाह और लेबनान की हिजबुल्लाह यह आतंकवादी संगठन ईरान से जुड़ी होने का मुद्दा भूल नहीं सकते, ऐसी चेतावनी ईरानवंशी अमेरिकी विश्लेषक ने दी है।

गौरतलब है कि, ईरान ने इसी दौरान इस्रायल, अमेरिका और ब्रिटेन को लक्ष्य करने की क्षमता के मिसाइल प्राप्त किए हैं। हमास, हिजबुल्लाह और हौथी यह आतंकी संगठन ईरान ने मुहैया किए हथियारों का इस्तेमाल कर रही हैं, ऐसी आलोचना भी हो रही है। इन आतंकी संगठनों की सहायता से ईरान खाड़ी में इस्रायल और अमेरिका के विरोध में गुप्त युद्ध छेड़ रहा है, यह आरोप भी जोर पकड़ रहा है। अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ईरान की आक्रामकता के विरोध में कमज़ोर नीति अपना रहे हैं, ऐसा अफसोस अमेरिका के पूर्व राजनीतिक अधिकारी जता रहे हैं। ऐसी नीति अपनाकर बायडेन प्रशासन ने पूरे विश्व में अमेरिका के सम्मान को ठेस पहुंचाई है, ऐसी आलोचना पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने की है।

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