आतंकी इस्रायल-वेस्ट बँक पर भी कर सकते हैं हमला

इस्रायल-पॅलेस्टाईन शांतिचर्चा के नाक़ामयाब होने की संभावना पर पॅलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष की चेतावनी

abbas-netanyahu-AFP

इस्रायल एवं पॅलेस्टाईन के बीच चल रही शांतिचर्चा नाक़ामयाब होने का सत्र यदि आगे भी इसी तरह चलता रहा, तो ‘आयएस’ के आतंकी इस्रायल एवं वेस्टबँक के दरवाज़े तक पहुँच जायेंगे, उनके समर्थकों की संख्या बढ़ेगी, ऐसी चेतावनी पॅलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास ने दी। इजिप्त ने इस्रायल एवं पॅलेस्टाईन के बीच की चर्चा में मध्यस्थता करने की तैयारी दर्शाने के बाद अब्बास द्वारा यह प्रतिक्रिया दी गयी है।

वेस्टबँक के रामल्ला शहर में अब्बास ने एक बैठक बुलायी थी। इस बैठक के लिए इस्रायल की ‘मेरेत्झ’ इस राजनीतिक पार्टी के कुछ नेता उपस्थित थे। उस समय अब्बास ने सिरिया में चल रहे संघर्ष पर चिंता ज़ाहिर की। साथ ही, ‘आयएस’ एवं ‘अल-क़ायदा’ संलग्न ‘जबात अल-नुस्र’ इन आतंकवादी संगठनों की गतिविधियाँ इस्रायल की सीमा तक आ धमकी होने की ख़बर भी अब्बास ने दी। ‘हमने यदि फिर से चर्चा शुरू नहीं की, तो सिरिया में चल रहा हिंसाचार और कट्टरवाद यहाँ पर भी प्रवेश करेगा। ‘आयएस’ और ‘जबात’ के आतंकी इस्रायल और वेस्टबँक तक घुस आयेंगे। इस्रायल, वेस्टबँक में रहनेवाले उनके समर्थकों की संख्या में काफ़ी बढ़ोतरी होगी’, ऐसी चेतावनी अब्बास द्वारा इस समय दी गयी होने की जानकारी, इस बैठक में उपस्थित रहनेवाले एक इस्रायली नेता ने दी।

इस्रायल की सुरक्षायंत्रणाओं ने दी जानकारी के अनुसार, इस्रायल, वेस्टबँक एवं गाज़ापट्टी में से कई कट्टरपंथिय युवक इराक़ एवं सिरिया में चल रहे ‘आयएस’ के संघर्ष में सहभागी हुए हैं। इनमें से कुछ युवाओं की पहचान भी प्राप्त हो चुकी है। जनवरी महीने में इस्रायल के राष्ट्राध्यक्ष रुवेन रिव्हलीन ने, इस्रायली युवाओं के ‘आयएस’ में सहभागी होने की कड़ी आलोचना की थी। ‘इस्रायलस्थित अरब जनता में ‘आयएस’ अपनी जड़ें जमा रहा है’ ऐसी टिप्पणी भी रिव्हलीन ने की थी।

पिछले हफ़्ते फ़्रान्स ने, इस्रायल एवं पॅलेस्टाईन पॅरिस की आंतर्राष्ट्रीय शांतिचर्चा में शरीक़ हों, ऐसा आवाहन किया था। दो दिन पहले इजिप्त के राष्ट्राध्यक्ष सिसी ने भी, इस्रायल-पॅलेस्टाईन चर्चा में मध्यस्थता करने का प्रस्ताव रखा था। इस्रायली प्रधानमंत्री नेतान्याहू ने इजिप्त के प्रस्ताव का समर्थन किया था। वहीं, पॅलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष अब्बास ने फ़्रान्स का प्रस्ताव स्वीकृत किया है। लेकिन चर्चा में शरीक़ होते समय इस्रायल कोई शर्तें न रखें, ऐसा अब्बास ने स्पष्ट किया। ‘लेकिन क्या आप भी इसी भूमिका को अपनायेंगे’ यह सवाल पूछा जाने पर अब्बास ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

इसी दौरान, सिरियास्थित संघर्ष की आग इस्रायल की सीमाओं तक पहुँच चुकी है। ‘आयएस’ के आतंकवादी और सिरियन विद्रोही इस्रायल के कब्ज़े में रहनेवालीं ‘गोलन’ पहाड़ियों की सीमा के पास डेरा डालकर बैठे होने का दावा किया जाता है। गोलन सीमा के नज़दीक, आतंकवादी तथा सिरियन लष्कर के बीच संघर्ष भड़क उठा है। इस संघर्ष के दौरान इस्रायल के गोलन इलाक़े में रॉकेट हमलें हुए थे। जवाब के तौर पर, इस्रायल ने भी सिरिया के सीमावर्ती इलाक़े में हवाई हमले किये थे। उसके बाद इस्रायल ने गोलन सीमा के पास बड़े पैमाने पर लष्कर को एकत्रित करना शुरू किया था।

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