आतंकवादी हमलों के खिलाफ़ फ्रान्स नॅशनल गार्ड की स्थापना करेगा : राष्ट्राध्यक्ष हॉलांदे

पॅरिस, दि. २९ (वृत्तसंस्था) – देश में होनेवाले बढ़ते आतंकवादी हमलों का सामना करने के लिए फ्रान्स द्वारा ‘नॅशनल गार्ड’ नामक अलग एजन्सी की स्थापना करने का फैसला किया गया है| राष्ट्राध्यक्ष फ्रँकोईस हॉलांदे ने यह ऐलान किया| कुछ दिन पहले, नॉर्मंडी में ‘आयएस’ के दो आतंकवादियों द्वारा एक धर्मगुरु की हत्या की गयी थी| दो हफ्तों के बीच फ्रान्स में हुआ यह दूसरा आतंकवादी हमला है| इससे पहले १४ जुलाई को नीस में हुए हमलें में ८४ लोगों की मौत हुई थी|पिछले एक साल में, फ्रान्स को आतंकवादी हमलों की फटकार सहनी पडी है| जनवरी २०१५ से देश में तक़रीबन १० से ज़्यादा आतंकवादी हमले हुए हैं और उसमें २५० से अधिक लोगों को जानें गँवानी पड़ी हैं| सन २०१५ के नवंबर महीने में पॅरिस में हुए आतंकवादी हमले के बाद, देश में आपातकाल का ऐलान किया गया था| शुरू शुरू में सिर्फ़ तीन महीनों के लिए जारी हुए आपातकाल की कालावधि को जनवरी २०१७ तक बढ़ाया दिया गया है।

france-hollande_AFPलेकिन आपातकाल जारी होने के बावजूद भी फ्रान्स में आतंकवादी हमलों का सत्र शुरू है| पिछले कुछ दिनों से मीडिया में सामने आयी जानकारी के अनुसार, आतंकवाद के मसले पर जनता सरकार पर काफ़ी नाराज़ है| नीस में किये गए आतंकवादी हमलों के बाद हुए एक समारोह में, प्रधानमंत्री मॅन्युअल वॉल्स को भी जनता के असंतोष का सामना करना पड़ा था| नॉर्मंडी में हुए हमले में ‘आयएस’ का हाथ होने की बात सामने आने से, फ़्रेंच सरकार की मुश्किलें और भी बढने के आसार दिख रहे हैं|

इस पृष्ठभूमि पर, फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष हॉलांदे द्वारा किया गया ‘नॅशनल गार्ड’ की स्थापना का ऐलान ध्यान बटोर रहा है| गुरुवार को यह ऐलान करते हुए हॉलांदे ने, ‘रिझर्व्ह फोर्सेस’ में से ‘नॅशनल गार्ड’ की स्थापना होगी, ऐसी जानकारी दी है| उन्होंने आगे कहा कि अगले महीने ‘डिफेन्स कौन्सिल’ की बैठक में, नये एजन्सी की संरचना पर फ़ैसला होगा तथा सितंबर महीने में, संसद में चर्चा करने के बाद जल्द ही स्थापना की प्रक्रिया शुरु होगी| ‘नॅशनल गार्ड’ में पुलिस, अर्धसैनिक पुलिस दल और सेना के जवानों का सहभाग होगा|

france_AFP (thestar)नवंबर महीनें में राष्ट्राध्यक्ष हॉलांदे द्वारा, आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सुरक्षादलों के विस्तार का ऐलान किया गया था| इस ऐलान के अनुसार, पाँच हज़ार अतिरिक्त पुलिस, कस्टम्स तथा सरहद सुरक्षा बल के एक हज़ार जवान, ढ़ाई हज़ार से अधिक न्यायिक अधिकारी और नौ हज़ार से अधिक सेना के जवानों की भर्ती होनेवाली थी| मगर इसपर अंमल हुआ कि नहीं, इसकी जानकारी खुली नहीं हुई है| सुरक्षा एजन्सियों के विस्तार के अलावा, आतंकवाद के खिलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई और सख़्त करने के भी संकेत दिये गये थे|

लेकिन नीस और नॉर्मंडी पर हुए हमलों से यह स्पष्ट हो गया है कि फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष के ऐलान का कोई विशेष असर नहीं हुआ है| इसलिए ‘नॅशनल गार्ड’ की स्थापना का ऐलान विशेष माना जा रहा है| मंगलवार को हुए हमले के बाद राष्ट्राध्यक्ष हॉलांदे ने कहा था कि देश में युद्धकालीन स्थिति पैदा हुई है| इसके बाद, विदेशी लोगों की भीड़ से भरे सागर किनारें तथा अन्य महत्त्वपूर्ण जगहों पर सशस्त्र जवानों की तैनाती करने का ऐलान भी हुआ है|

इस दौरान, नॉर्मंडी में हुए आतंकवादी हमलों में शामिल हमलावरों का, फ्रेंच खुफ़िया एजन्सियों की संदिग्ध आतंकवादियों की सूचि में समावेश था, ऐसी जानकारी सामने आयी है| इस कारण, नॉर्मंडी में हुए हमलों के लिए, सुरक्षा एजन्सियों में रहनेवाला समन्वय का अभाव ज़िम्मेदार है, ऐसा आरोप बढती संख्या में विश्लेषकों द्वारा किया जा रहे है।

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