बुर्किना फासो में हुए आतंकी हमले में ३४ सैनिक मारे गए – आतंकवादियों ने सुरक्षा बल के और एक दल पर हमला करने की संभावना

औगादौगू – अफ्रीका के साहेल क्षेत्र का बुर्किना फासो आतंकवादी हमलों से दहल उठा है। नामसिगुईआ इलाके में छुपे बैठे आतंकवादियों ने सेना के वाहनों पर किए हमले में ३४ सैनिक मारे गए। बुर्किना फासो की सेना ने यह जानकारी सार्वजनिक की। इसके अलावा नोआका गांव में भी आतंकवादियों ने सेना के अन्य दल पर हमला करने से १२ से अधिक सैनिकों के मारे जानेकी संभावना जताई जा रही है। बुर्किना फासो में बनी राजनीति अस्थिरता आतंकवादी हमलों के लिए ज़िम्मेदार होने का दावा किया जा रहा है।

बुर्किना फासो के जिबो शहर से हथियारों का भंड़ार लेकर निकले सेना के वाहनों पर आतंकवादियों ने हमला किया। पिछले महीने से जिबो शहर पर आतंकवादी संगठनों का कब्ज़ा बना था। लेकिन, कुछ दिन पहले ही सेना और उससे जुड़े सशस्त्र गुटों ने इस शहर पर नियंत्रण पाया है। इस वजह से गुस्से में आकर आतंकवादियों ने सेना को लक्ष्य किया, ऐसा दावा हो रहा है। इस हमले में सेना के ३१ सैनिक और सशस्त्र गुट के तीन लड़ाकू मारे गए। वहीं, सेना ने अपनी कार्रवाई में ४० से अधिक आतंकवादी मारे जाने का दावा किया  है।

इसी क्षेत्र के नोआका गांव में भी आतंकवादियों ने सेना के दल पर हमला करने की जानकारी कुछ सैनिकों ने माध्यमों से साझा की। इस हमले में भी सेना के १२ से ज्यादा सैनिकों के मारे जाने की जानकारी इस दल के सैनिकों ने प्रदान की। साथ ही कुछ सैनिक लापता है। लेकिन, बुर्किना फासो की सेना ने अधिकृत स्तर पर इस खबर की पुष्टि नहीं की है।

पिछले आठ सालों से बुर्किना फासो आतंकवादी हमलों का लक्ष्य बना हैं। पड़ोस के माली और नायजेर इन साहेल देशों से ही बुर्किना फासो में आतंकवाद का फैलाव हुआ है और इससे अबतक १० हज़ार से भी अधिक लोग मारे गए हैं और २० लाख से ज्यादा विस्थापित हुए हैं। बुर्किना फासो में पिछले आठ महीनों में दो बार सेना ने विद्रोह करके वहां की हुकूमत का तख्तापलट किया था। फिलहाल कैप्टन इब्राहिम ताओरे इस देश का नेतृत्व कर रहे हैं। लेकिन, इस देश की सेना में दो गुट बने होने की जानकारी सामने आ रही है। आतंकवादियों की हरकतों के साथ ही इस अंदरुनि दरार का भी बुर्किना फासो की सेना को सामना करना पड़ रहा है।

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