अफगानिस्तान की तालिबानी हुकूमत में हज़ार से अधिक मारे गए – संयुक्त राष्ट्र संघ की नई रपट

न्यूयॉर्क – तालिबान ने अफ़गानिस्तान में हुकूमत स्थापित करने के बाद अब तक कुल १,०९५ लोग मारे गए हैं, ऐसी आलोचना संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपनी नई रपट में की हैं। लेकिन वर्ष २०२० में अफ़गानिस्तान अमरिकी सेना के नेतृत्व में होने के दौरान हुए आतंकी हमलों में ३,०३५ लोग मारे गए थे, इसपर भी ध्यान आकर्षित किया जा रहा हैं। फिर भी संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपनी नई रपट में तालिबान को फटकार लगाने की आलोचना माध्यम कर रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र संघ के अफ़गान विभाग ने मंगलवार को जारी किए रपट में जारी की हुई जानकारी ध्यान आकर्षित कर रही है। १५ अगस्त २०२१ को अमरिकी सेना पीछे हटने के बाद तालिबान ने अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा किया था। तभी से वर्ष २०२३ के मई महीने तक अफ़गानिस्तान में हुए आतंकी हमलों में हज़ार से भी अधिक लोग मारे गए हैं और २,६७९ घायल हुए हैं। इनमें ९२ महिला और २८३ बच्चे हैं, यह कहकर राष्ट्रसंघ ने तालिबान की आलोचना की।

तालिबान की हुकूमत में अफ़गानिस्तान के प्रमुख शहरों को आतंकवादी लक्ष्य कर रहे हैं। पिछले डेढ़ वर्ष में तालिबान देश में आतंकवादी संगठनों की गतिविधियां रोकने में असफल होने का आरोप राष्ट्र संघ ने लगाया है। इनमें से ७०० से अधिक लोग बम विस्फोट में मारे गए हैं। साथ ही प्रार्थना स्थान, शिक्षा केंद्र और बाज़ार इलाकों को लक्ष्य किया गया हैं। तालिबानी हुकूमत में आत्मघाती हमलों की मात्रा कम हुई है, यह राष्ट्र संघ ने स्वीकार किया है। फिर भी तालिबान पर आतंकी हमले रोकने में असफल होने का आरोप राष्ट्र संघ ने लगाया है।

साथ ही तालिबानी हुकूमत में महिला, बच्चियां और अल्पसंख्यक के अधिकारों का हनन हो रहा है, इसकी याद राष्ट्र संघ ने दिलाई। इसके विपरित तालिबान की हुकूमत से पहले अफ़गानिस्तान में अमरीका के नेतृत्व की सरकार बागड़ोर संभाले थी। वर्ष २०२० में अफ़गानिस्तान में हुए आतंकी हमले और सैन्य कार्रवाई में ३,०३५ लोग मारे गए थे और आठ हज़ार से अधिक घायल हुए थे। इस वजह से तालिबानी हुकूमत से पहले अफ़गानिस्तान में किए गए आतंकवादी हमलों में दोगुनी से भी अधिक संख्या में लोग मारे जा रहे थे, इसपर खाड़ी के माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। साथ ही तालिबानी हुकूमत ने अफ़गानिस्तान में नशिलें पदार्थों की खेती पर बड़ी कार्रवाई करने के मुद्दे पर भी माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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