ईरान संबंधी बना तनाव युद्ध का कारण बन सकता है – रशियन विदेशमंत्री का इशारा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तररिओ दि जानिरो – ईरान के साथ बना तनाव खतरनाक स्थिति तक जा पहुंचा है और इससे युद्ध शुरू होने की संभावना है, यह इशारा रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लॅव्हरोव्ह ने दिया है| ईरान ने ब्रिटीश टैंकर कब्जे में करना, अराक परमाणु केंद्र फिर से कार्यान्वित करना और ‘शहाब-३’ के परीक्षण की पृष्ठभूमि पर रशियन विदेशमंत्री ने दिया यह इशारा ध्यान आकर्षित कर रहा है| ईरान ने ब्रिटेन का टैंकर कब्जे में लेने के बाद अमरिका और ब्रिटेन ने पर्शियन खाडी में सेना की तैनाती बढाने के संकेत दिए थे|

पिछले कुछ दिनों में ईरान के परमाणु केंद्र के मुद्दे पर बना तनाव भी हर दिन और भी बढता दिखाई दे रहा है| पिछले महीने में ईरान ने अमरिकी ड्रोन को लक्ष्य करने के बाद राष्ट्राध्यक्ष ट्रमप ने ईरान पर हमलें करने के आदेश जारी करने का समाचार प्रसिद्ध हुआ था| इसके बाद अमरिका और सहयोगी देशों ने ईरान के निकट लष्करी तैनाती को लेकर अलग अलग ऐलान किए है और यह युद्ध की तैयारी होने के दावे माध्यमों द्वारा हो रहे है| ब्रिटेन ने जिब्राल्टर की खाडी में ईरान का टैंकर कब्जे में करने की घटना इस का समर्थन करनेवाली साबित हुई है|

इसी बीच ईरान ने भी काफी आक्रामक भूमिका अपनाकर पर्शियन खाडी में अपना प्रभाव दिखाने की कोशिश शुरू की है| कुछ दिन पहले ईरान ने पर्शियन खाडी में ब्रिटीश टैंकर पर कब्जा किया था| ईरान के जहाज और लडाकू विमान पर्शियन खाडी में लगातार गश्त कर रहे है और विदेशी जहाजों के निकट काफी खतरनाक तरीके से उडान भर रहे है| प्रसिद्ध हो रही ऐसी खबरों की पृष्ठभूमि पर ईरान ने पिछले सप्ताह में ही ‘शहाब-३’ इस मध्यम दूरी के मिसाइल का परीक्षण किया है|

करीबन एक हजार किलोमीटर दूरी तक हमला करने की क्षमता रखनेवाले इस बैलस्टिक मिसाइल का किया यह परीक्षण नियमित परीक्षण था, यह दावा ईरान ने किया है| लेकिन, कुछ प्रसारमाध्यमों ने यह संकेत दिए है की, ईरान का यह परीक्षण इस्रायल के लिए संदेश देने के लिए था| अमरिका, ब्रिटेन के साथ अन्य देशों के साथ बना तनाव काफी हदतक बढने की स्थिति में होते समय ईरान ने यह परीक्षण करके तनाव में और भी बढोतरी की है|

इसी पृष्ठभूमि पर रशियन विदेशमंत्री ने दिया इशारा अहमियत रखता है| विदेशमंत्री लॅव्हरोव्ह ने ईरान के साथ बढ रहे तनाव के बारे में बोलते समय अन्य देशों का जिक्र किया नही है, फिर भी उनका रूख अमरिका की तरफ ही था, यह समझा जा रहा है| साथ ही पर्शियन खाडी में बना तनाव खतम करना है तौ खाडी बाहर के देशों ने इस क्षेत्र से अपनी लष्करी तैनाती पीछे हटाने की जरूररत है, यह भूमिका भी रशियन विदेशमंत्री ने रखी है|

कुछ दिन पहले पर्शियन खाडी में तनाव बढकर अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए खतरा बना तो अमरिका ईरान के विरोध में बडा युद्ध किए बिना ईरान के लष्करी अड्डों पर हमलें करेगी, यह दावा अमरिका के एक विश्‍लेषक ने किया था|

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