किसी भी स्थिति में ईरान परमाणु समझौते से पीछे हटना नही चाहिए – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमॉस्को/तेहरान – परमाणु समझौते से पीछे हटना ईरान के लिए कभी भी लाभ में नही रहेगा| कुछ भी हो, लेकिन आखिर में सभी दोष ईरान पर ही लगाए जाएंगे, यह कहकर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने ईरान को परमाणु समझौते से बाहर ना होने की सलाह दी है| कुछ दिन पहले ही रशिया के विदेशमंत्री ने ईरान को परमाणु समझौते का भंग करने पर जाहीर तौर पर समर्थन देनेवाला वक्तव्य किया था| उसके बाद रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने इसके विरोध दी सलाह ध्यान आकर्षित करती है|

सोमवार के दिन ईरान की ‘अटोमिक एनर्जी ऑर्गनायझेशन’ के प्रवक्ता बेहरोज कमालवंदी इन्होंने ईरान ने परमाणु समझौते का भंग करने के लिए गतिविधियां शुरू करने के संकेत दिए थे| यह गतिविधियां यानी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी इन्होंने पीछले सप्ताह में दी चेतावनी का परिपालन होने का दावा भी कमालवंदी इन्होंने किया था| ईरानी प्रवक्ता ने किए इस वक्तव्य की पृष्ठभूमि पर रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लॅव्हरोव्ह इन्होंने ईरान परमाणु समझौते का पालन कुछ समय के लिए रोक सकता है, ऐसा कहा था|

रशियन विदेशमंत्री के इस वक्तव्य से रशिया ईरान को परमाणु समझौते का भंग करने के लिए सहायता करेगी, यह समझा जा रहा था| लेकिन, रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन इन्होंने ईरान को परमाणु समझौता बरकरार रखने की सलाह देकर इस विषय पर सभी जिम्मेदारी रशिया नही उठाएगी, यह संकेत दिए है|

‘ईरान के नेताओं के साथ की बातचीत में इस देश ने किसी भी हालाथ में परमाणु समझौते से बाहर नही होना चाहिए और वही उनके लिए सबसे अधिक फायदे की बात होगी, यह चेतावनी रशिया ने समय समय पर दी है| क्यों की, अमरिका समझौते से बाहर होने के बाद इसे जवाब देने के लिए ईरान समझौते से पीछे हटा तो अन्य सभी देश ऐसी स्थिति के लिए ईरान पर ही जिम्मेदारी थोंपेंगे| ईरान को यह कदम उठाने के लिए अमरिका जिम्मेदार हुई है, यह बात अन्य देश भूल जाएंगे’, इन शब्दों में पुतिन ने ईरान को सावधानी बरतने का इशारा दिया है|

ईरान को यह इशारा देते समय रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने यूरोपिय देशों को भी फटकार लगाई| मेरा विधान शायद यूरोपियन मित्रदेशों को राजनयिक नजरिए से सही होने का एहसास नही होगा, यह एहसास मुझे पूरी तरह से होने की बात पुतिन ने आगे कही| ‘अमरिका समझौते से पीछे हटी और उसके बाद यह समझौता टुटने की प्रक्रिया शुरू हुई| लेकिन, यूरोपियन देश यह समझौता बचाने के लिए कुछ भी कर नही सके है| ईरान को हुए आर्थिक नुकसान का भुगतान यूरोपिय देशों ने नही किया’, यह आरोप रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने रखा|

पुतिन ईरान को समझौते से बाहर ना होने की सलाह दे रहे थे तभी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने ईरान बातचीत के लिए जल्द ही तैयार होगा, यह विश्‍वास व्यक्त किया है| हमने ठोस निर्णय किए है और ईरान जल्द ही अमरिका के साथ बातचीत करने के लिए तैयार होगा, ऐसा ट्रम्प ने कहा है| ईरान के नेताओं ने हमसें संपर्क किया तो उनके साथ बातचीत करके अच्छी तरह से समझौता करना मुमकिन होगा, यह दावा ट्रम्प ने पिछले सप्ताह में ही किया था|

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