अमरिका ने ईरान के विदेशमंत्री को व्हिसा देने से किया इन्कार – अमरिका और रशिया-चीन के बीच तनाव में बढोतरी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरन्यूयॉर्क/तेहरान: अमरिका और ईरान के बीच बढ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर अमरिका ने ईरान के विदेशमंत्री जावेद झरिफ को व्हिसा देने से इन्कार करने की बात सामने आयी है| अमरिका के इस निर्णय पर चीन और रशिया ने नाराजगी व्यक्त की है और झरिफ को व्हिसा देना अमरिका का कर्तव्य होने का इशारा किया है| उसी समय अमरिका ने, इराक में अपने दूतावास पर हुए हमले के मामले में संयुक्त राष्ट्रसंघ में भूमिका अपनाते समय रशिया और चीन ने अडंगा लाने की नाराजगी व्यक्त की है|

ईरान के मेजर जनरल कासेम सुलेमानी पर अमरिका ने पिछले हफ्ते में कार्रवाई की थी| अमरिकी ड्रोन हमले में सुलेमानी मारे गए थे| इसके बाद अमरिका और ईरान के बीच बने तनाव में लगातार बढोतरी हो रही है और इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित की गई है| इस बैठक को उपस्थित रहने के लिए ईरान के विदेशमंत्री जावेद झरिफ ने व्हिसा प्राप्त करने के लिए अर्जी दाखिल की थी|

पर, अमरिका के विदेश मंत्रालय ने झरिफ को व्हिसा देने से इन्कार किया है| इस निर्णय का कारण अभी बताया नही गया है| पर इस वजह से ईरान के साथ चीन और रशिया ने भी अमरिका की आलोचना की है| ‘अमरिका में कोई तो आएगा और अमरिका की कार्रवाई की पृष्ठभूमि रखेगा, इसी डर से हमें व्हिसा देने से इन्कार किया गया है’, यह दावा ईरान के विदेशमंत्री ने किया|

चीन ने भी इस मुद्दे पर अमरिका के कान खिंचे है और आयोजक देश के तौर पर शामिल होनेवाले देशों के लोगों को जरूरी सुविधा प्रदान करना अमरिका का कर्तव्य है, यह बात चीन ने रखी है| ईरान के विदेशमंत्री के लिए व्हिसा देने की मांग रखते समय चीन ने अमरिका की हरकत पर आलोचना भी की है| सुलेमानी पर की गई कार्रवाई यानी अमरिका का एकतरफा साहसवाद होता है, यह आरोप चीन ने रखा है| रशिया ने भी अमरिका की इस कार्रवाई पर नाराजगी व्यक्त की है|

ईरान के पक्ष में बोल रहे रशिया और चीन को अमरिका ने बडी फटकार लगाई है| पिछले हफ्ते में बगदाद में अमरिका के दूतावास पर हमला हुआ था| इस हमले के बाद सुरक्षा परिषद में निषेध व्यक्त करने के लिए ठराव रखा जा रहा था, तभी रशिया और चीन ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था| दूतावास के विरोधी कार्रवाई में लगभग २७ देश समर्थन दे रहे थे, तभी रशिया और चीन अपने विचार पर कायम है, यह आरोप अमरिका ने किया है|

एकदुसरे पर रखें इन आरोपों के कारण ईरान के मुद्दे पर अमरिका और चीनरशिया के बीच बने तनाव में फिर से बढोतरी होती दिख रही है| इससे पहले अमरिका ने ईरान के साथ किए परमाणु समझौते से बाहर होने का निर्णय करने के बाद भी इन देशों के बीच ऐसा ही तनाव बना था|

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