इस्राइल की तरफ से हमास की सुरंगें और प्रशिक्षण अड्डों पर जोरदार हवाई हमले; गाझा से हुए रॉकेट हमलों को प्रत्युत्तर

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जेरुसलेम – शनिवार की सुबह इस्राइल के लड़ाकू विमानों ने गाझापट्टी में स्थित हमास की सुरंगों और प्रशिक्षण अड्डों पर जोरदार हवाई हमले किए। शुक्रवार को इस्राइल की सीमा के पास हुए प्रदर्शन और गाझापट्टी से हुए रॉकेट हमले इनको प्रत्युत्तर देने के लिए यह हमले किए गए हैं, ऐसा दावा इस्राइल के लष्कर ने किया है। हवाई हमलों में ‘काईट बम’ बनाने वाले केंद्र और प्रशिक्षण अड्डे लक्ष्य किए गए हैं और किसी भी प्रकार की जीवित हानी न होने की जानकारी भी इस्राइली रक्षा बलों ने दी है।

पिछले तीन महीनों से हमास के नेतृत्व में इस्राइल की सीमा के पास प्रदर्शन शुरू हैं। इन प्रदर्शनों के साथ साथ गाझा के पैलेस्टिनियों की तरफ से ‘काईट बम’ और ‘बलून बम’ के हमले बढ़ गए हैं। पिछले कुछ हफ़्तों से हमास ने इस्राइल में वापस रॉकेट हमले भी शुरू किए हैं।

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शुक्रवार की रात इस्राइल के पाँच इलाकों में करीब ३१ से अधिक रॉकेट हमले किए गए हैं। इन हमलों में किसी भी तरह का जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। कुछ रॉकेट हमले इस्राइल के ‘आयर्न डोम’ इस यंत्रणा की सहायता से नाकाम किए गए हैं, ऐसा दावा भी इस्राइल ने किया है।

इन हमलों को प्रत्युत्तर के तौर पर इस्राइल के हवाई दल ने गाझा पर जोरदार हवाई हमले किए। उसमें गाझापट्टी हमास की दो सुरंगें और प्रशिक्षण अड्डों को लक्ष्य बनाया गया। इन अड्डों पर ‘काईट बम’ और ‘बलून बम’ का निर्माण किया जाता था, ऐसा इस्राइल ने दावा किया है।

कुछ दिनों पहले ही इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने, ‘केरेम शालोम’ यह इस्राइल और गाझापट्टी को जोड़ने वाली प्रमुख सीमारेखा इसके आगे बंद रहेगी, ऐसी घोषणा की थी। आतंकवादी संगठन हमास की तरफ से इस्राइल के खिलाफ चल रही कार्रवाइयां रोकने के लिए इस सीमारेखा को बंद करना पड़ेगा, ऐसी सलाह इस्राइली लष्कर ने दी थी। उसके बाद यह निर्णय लिया गया है।

सीमारेखा बंद होने के बाद हमास घेरा गया है। इसके खिलाफ प्रत्युत्तर के तौर पर वापस रॉकेट हमले शुरू किए गए हैं, ऐसा कहा जा रहा है। इस्राइली लष्कर ने इन रॉकेट हमलों की गंभीर दखल लेकर हवाई हमले किए हैं और आने वाले समय में बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। इस वजह से इस्राइल और गाझापट्टी का संघर्ष अधिक बढने की संभावना निर्माण हुई है।

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