अगले युद्ध में इस्राइल का पूर्णरूप से उच्चाटन करेंगे – ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख की धमकी

तेहरान: ‘इसके पहले भड़के युद्ध में इस्राइल ने हिजबुल्लाह और हमास की ताकत का अनुभव लिया है। इसलिए भविष्य में युद्ध भड़का तो उस युद्ध में इस्राइल का पूर्णरूप से उच्चाटन करेंगे’, यह धमकी ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख मेजर जनरल ‘मोहम्मद अली जाफरी’ ने दी है। साथ ही सऊदी अरेबिया अथवा अन्य किसी की भी माँग पर हिजबुल्लाह का निरस्त्रीकरण नहीं होगा, ऐसी घोषणा भी जाफरी ने की है।

ईरान के सरकारी न्यूज़ चैनल के साथ बातचीत करते समय जाफरी ने इस्राइल पर टीका की है। ‘इन दिनों लेबनॉन इस्राइल के निशाने पर है’, ऐसा आरोप भी जाफरी ने लगाया है। साथ ही ऐसा भी आरोप लगाया है कि, लेबनॉन की राजनीतिक अस्थिरता का फायदा उठाकर इस्राइल लेबनॉन पर हमला कर सकता है।

लेकिन ‘लेबनॉन पर हमला किया तो इस्राइल को ईरान और ईरान समर्थक हिजबुल्लाह का सामना करना पड़ेगा। इसके पहले सन २००६ में लेबनॉन के दूसरे युद्ध में हिजबुल्लाह ने इस्राइल के साथ ३३ दिनों तक संघर्ष किया था। सन २००८ में गाजापट्टी में लड़े गए २२ दिनों के युद्ध में हमास ने इस्राइल को जोरदार टक्कर दी थी। इस वजह से इस्राइल विरोधी संघर्ष में ईरान समर्थक गुटों का सामर्थ्य सिद्ध हुआ है’, ऐसा दावा जाफरी ने किया है।

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दस वर्ष पहले इन संगठनों की ताकत आज की तुलना में बहुत ही कम थी। लेकिन वर्तमान में दोनों ईरान समर्थक संगठनों की ताकत बड़े पैमाने पर बढ़ने का इशारा जाफरी ने दिया है। भविष्य में इस्राइल ने लेबनॉन के हिजबुल्लाह पर हमला किया तो ईरान और ईरान समर्थक गुट हिजबुल्लाह की सहायता करने के लिए युद्ध में उतरेंगे, यह धमकी भी जाफरी ने दी है।

उसीके साथ ही लेबनॉन के हिजबुल्लाह को निशस्त्र करने की माँग को भी जाफरी ने ख़ारिज किया है। लेबनॉन की राजनीतिक अस्थिरता के लिए हिजबुल्लाह जिम्मेदार है, ऐसा आरोप लेबनॉन के प्रधानमंत्री साद अल हरिरी ने अपना इस्तीफा देते समय किया था।

उधर सऊदी अरेबिया ने भी ‘अरब लीग’ की बैठक में हिजबुल्लाह का निरस्त्रीकरण किए बिना लेबनॉन में स्थिरता प्रस्थापित नहीं हो सकती, ऐसा दावा किया था। हिजबुल्लाह को लेबनॉन के राजनीतिक घटनाक्रमों में स्थान चाहिए तो हथियार नीचे रखने पड़ेंगे, ऐसा आवाहन अरब लीग ने किया था। लेकिन जाफरी ने अरब लीग की माँग को ख़ारिज किया है।

‘हिजबुल्लाह को निशस्त्र करने के मुद्दे पर समझौता नहीं हो सकता। लेबनॉन की कुछ कठपुतलियों को छोड़कर सम्पूर्ण लेबनॉन सशस्त्र हिजबुल्लाह का समर्थन कर रहा है’, ऐसा दावा जाफरी ने किया है। बुधवार को और एक इंटरव्यू में भी जाफरी ने हिजबुल्लाह का हथियारबंद रहना आवश्यक है, ऐसा कहा है। लेबनॉन का दुश्मन देश इस्त्राइल का सामना करने के लिए हिजबुल्लाह को हथियारबंद रहना पड़ेगा, ऐसा दावा जाफरी ने किया था।

दौरान, हिजबुल्लाह आतंकवादी संगठन होने का आरोप इस्त्राइल, सऊदी अरेबिया और अमरिका की ओर से हमेशा से, किया जा रहा है।

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