हवाई सुरक्षा यंत्रणा थाड की तैनाती बढ़ाकर दक्षिण कोरिया चीन के साथ संबंध ‘रिसेट’ करेगा

सेऊल – ’उत्तर कोरिया के क्षेपणास्त्र परीक्षणों के कारण दक्षिण कोरिया की सुरक्षा खतरे में पड़ने लगी है। ऐसी परिस्थिति में, अमरीका से अतिरिक्त थाड हवाई सुरक्षा यंत्रणा की खरीद करके उसकी तैनाती की जाएगी। इसके लिए चीन के साथ संबंध रिसेट भी किए जाएँगे। दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष के चुनाव में बढ़त लिए हुए यून सुक एओल ने यह घोषणा की। साथ ही, आनेवाले समय में भारत, अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के क्वाड संगठन में दक्षिण कोरिया को सहभागी करने के लिए प्रयास किए जाएंगे, ऐसे संकेत एओल ने दिए।

Yoon-Sukदक्षिण कोरिया के विद्यमान राष्ट्राध्यक्ष मुन जे-इन और उनकी सत्ताधारी डेमोक्रॅटिक पार्टी ने अब तक चीन के साथ अच्छे संबंध रखने की नीति अपनाई है। सन 2017 में दक्षिण कोरिया ने अमरीका की ’टर्मिनल हाय अल्टीट्युड डिफेन्स सिस्टिम-थाड’ तैनात करने का फैसला किया था। चीन ने दक्षिण कोरिया की इस तैनाती पर ऐतराज़ जताकर आर्थिक सहयोग रोका था। उसके बाद राष्ट्राध्यक्ष मुन जे-इन ने चीन के सामने घुटने टेके थे। उसी के साथ, इसके बाद नई थाड की तैनाती, अमरीका की ’ग्लोबल मिसाईल शिल्ड’ में सहभागी होने का आवाहन और अमरीका तथा जापान के साथ लष्करी मोरचा बनाना इन बातों से राष्ट्राध्यक्ष मुन जे-इन ने स्पष्ट इन्कार किया था।

चीन की नाराज़गी को टालने के लिए और आर्थिक सहयोग प्राप्त करने के लिए दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने यह भूमिका अपनाई है। लेकिन उनके विरोधक और पीपल पावर पार्टी के अध्यक्ष पद के अग्रसर उम्मीदवार यून सुक एओल ने, चीन की खुशामद करने की इस नीति की आलोचना की है। एओल के सुरक्षाविषयक सलाहकार किम सुंग हान ने, अन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल के साथ बातचीत करते समय यह जानकारी दी। साथ ही, अगर एओल चुनकर आए, तो राजधानी सेऊल की सुरक्षा के लिए अमरीका से अतिरिक्त थाड हवाई यंत्रणा की खरीद करके उसे तैनात किया जाएगा, ऐसी घोषणा भी उन्होंने की।

Missile Defense Agency FTO-01 Flight Testराष्ट्राध्यक्ष मुन जे-इन ने चीन को दिये आश्वासन तोड़े जाएँगे। अमरीका के थाड से इन्कार करके भी चीन ने दक्षिण कोरिया पर आर्थिक कार्रवाई की ही है। इस कारण, चीन द्वारा आर्थिक कार्रवाई की जाएगी, इसलिए दक्षिण कोरिया अपने सुरक्षा के मामले में समझौता नहीं करेगा, ऐसा किम ने इंटरव्यू के दौरान कहा। उसी के साथ, थाड यंत्रणा की तैनाती क्यों आवश्यक है इसकी जानकारी चीन को दी जाएगी, ऐसा किम ने स्पष्ट किया। लेकिन सामरिक अस्पष्टता का असर दक्षिण कोरिया की सुरक्षा पर होने नहीं दिया जाएगा, ऐसा किम ने आगे कहा।

दक्षिण कोरिया चाहे कितने भी प्रस्ताव रखें, तो भी उत्तर कोरिया के क्षेपणास्त्र और परमाणु कार्यक्रम में बदलाव नहीं होगा। दक्षिण कोरिया की सुरक्षा को मज़बूती देने के लिए अमरीका की ‘ग्लोबल मिसाईल शिल्ड’ में सहभागी होने के बारे में विचार किया जाएगा। साथ ही, अमरीका, जापान के साथ त्रिपक्षीय लष्करी मोरचे में और भारत, अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के क्वाड में स्थान प्राप्त करने के लिए दक्षिण कोरिया इसके बाद प्रयास करेगा, ऐसा किम ने बताया।

आनेवाले ९ मार्च को दक्षिण कोरिया में राष्ट्राध्यक्ष पद का चुनाव हो रहा है। उसमें अगर यून सुक एओल को विजय प्राप्त हुई, तो दक्षिण कोरिया की विदेश नीति में बड़ा बदलाव आएगा, ऐसा दावा किया जाता है। पिछले कुछ महीनों से जापान और ताइवान में चीन की आक्रामकता के विरोध में भूमिका अपनाने की शुरुआत की है। इसमें अगर दक्षिण कोरिया भी शामिल हुआ, तो चीन की चिंताएँ बढ़ सकती हैं।

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