अमरीका को निर्यात हो रहे ईंधन में सौदी कटौती करेगा – अमरिकी वेबसाईट का दावा

रियाध/वॉशिंग्टन – जुलाई महीने से सौदी अरब अमरीका को हो रहे ईंधन निर्यात में कटौती करेगा, ऐसा दावा अमरिकी वेबसाईट ने किया है। इस महीने के शुरू में आयोजित ‘ओपेक प्लस’ की बैठक में सौदी अरब ने अपने ईंधन उत्पादन में प्रतिदिन १० लाख बैरल्स ज्यादा कटौती करने का ऐलान किया था। इस कटौती का असर सौदी की ईंधन निर्यात पर भी होगा और इससे प्रमुखता से अमरीका और यूरोपीय देशों को नुकसान पहुंचेगा, ऐसा कहा जा रहा है।

जुलाई महीने के शुरू से सौदी अरब कच्चे तेल का उत्पादन कम करके प्रति दिन ९० लाख बैरल्स के स्तर पर लाएगा। इस गिरावट का असर सौदी की ईंधन निर्यात पर भी होगा और निर्यात के लिए सौदी के पास प्रतिदिन ६० लाख बैरल्स से भी कम कच्चा तेल उपलब्ध होगा। यह कटौती करने के साथ ही सौदी ने एशिया के ईंधन आयातक देशों को हो रही निर्यात में बदलाव नहीं होगा, ऐसा वादा किया है। इस वजह से उत्पादन में कटौती करने का सबसे अधिक नुकसान पश्चिमी देशों को और उसमें भी अमरीका को पहुंचेगा ऐसा दावा ‘ब्लूमबर्ग ’ ने किया है।

फिलहाल सौदी अरब से अमरीका को प्रतिदिन पांच लाख बैरल्स से भी कम ईंधन निर्यात हो रही हैं। लेकिन, जुलाई महीने में यह निर्यात लगभग ५० प्रतिशत या उससे अधिक कम होगी, ऐसा ‘ब्लूमबर्ग’ ने कहा हैं। अमरिकी आयातक कंपनियां आयात कम करें, इसी इरादे से सौदी ने अमरीका में निर्यात हो रहे ईंधन की कीमते भी बढ़ाई होने की जानकारी सामने आयी है। सौदी अरब ने किए इस निर्णय के पीछे बायडेन प्रशासन और सौदी का तनाव प्रमुख वजह होने की बात समझी जाती है।

कुछ दिन पहले ही सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने अमरीका के ताल्लुकात तोड़कर अमरिकी अर्थव्यवस्था को झटके देने की धमकी दी थी। सौदी अरब ने ईंधन उत्पादन में कटौती करने का निर्णय रशिया को लाभ पहुंचाने वाला होने का दावा अमरीका ने किया था। इससे अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने सौदी को गंभीर परिणाम और प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी थी। राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनावी प्रचार में भी बायडेन ने पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के लिए सौदी को ज़िम्मेदार बताकर सख्त कार्रवाई करने के आदेश देन की भूमिका अपनाई थी।

सौदी के साथ अपने संबंध काफी बिगड़ते देखकर अमरीका ने अब इसे सुधारने के लिए आवश्यक गतिविधियां शुरू की थी। इसके लिए अमरीका के विदेश मंत्री ब्लिंकन ने सौदी का दौरा भी किया था। लेकिन, इसे ज्यादा सफलता हासिल नहीं हुई, ऐसा दावा तब अमरिकी माध्यमों ने किया था।

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