रक्षा सहयोग के लिए सौदी और यूएई ने अमरीका के बजाय फ्रान्स-इस्रायल से हाथ मिलाया

रियाध – कुछ हफ्ते पहले अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने सौदी अरब और यूएई को प्रगत रक्षा सामान प्रदान करने का ऐलान किया था। अमरीका खाड़ी के अपने मित्रदेशों के साथ खड़ी होगी, यह वादा बायडेन ने किया था। लेकिन, सौदी और यूएई का अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष पर भरोसा नहीं रहा, यह दिख रहा है। दोनों खाड़ी देशों ने ईरान से बने खतरे को रेखांकित करके अपनी नौसेना और वायु सेना के लिए दूसरें देशों से खरीद शुरू की है। सौदी फ्रान्स से विध्वंसक और यूएई इस्रायल से हवाई सुरक्षा यंत्रणा खरीद रहा है।

पिछले कुछ हफ्तों में ईरान की सेना की गतिविधियों ने विश्‍व का ध्यान आकर्षित किया है। १ सितंबर को ईरान की नौसेना ने रेड सी के क्षेत्र में अमरिकी नौसेना के दो मानवरहित ड्रोन जहाज़ों को हिरासत में लिया था। एक हफ्ते बाद ईरान ने अमरिकी जहाज़ों के विरोध में दो बार इसी तरह की कार्रवाई की थी। ४ सितंबर को ईरान ने रशिया से अतिप्रगत लड़ाकू ‘सुखोई-३५’ विमान खरीदने के संकेत दिए। इसके कुछ ही घंटे बाद ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने, अपने गश्‍तीपोत ‘वर्टीकल’उड़ान भरनेवाले मिसाइलों से सज्जित होने का ऐलान किया।

पर्शियन खाड़ी से रेड सी के क्षेत्र में ईरान की जारी ये सैन्य गतिविधियाँ हमारे व्यापारी हितसंबंधों के लिए खतरा होने का आरोप सौदी, यूएई एवं अन्य अरब देश लगा रहे हैं। एक महीनें पहले खाड़ी देशों के दौरे पर पहुँचे अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने, सौदी और यूएई को रक्षा सहयोग प्रदान करने का ऐलान किया था। लेकिन, अमरीका की बागड़ोर संभालने के साथ ही पैट्रियॉट हवाई सुरक्षा यंत्रणा हटानेवाले बायडेन प्रशासन ने, काफी पहले ही खाड़ी देशों का भरोसा खो दिया, यह दावा किया जा रहा है।

इस वजह से अमरीका ने अब कितना भी भरोसा दिलाया, तो भी ईरान के बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर सौदी और यूएई अपनी सुरक्षा की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए अन्य देशों से सहयोग बढ़ाने को अधिक अहमियत दे रहे हैं। इसके लिए ये दोनों देश अपनी नौसेना और वायुसेना की क्षमता बढ़ा रहे हैं, ऐसा विश्‍लेषकों का कहना है। ईंधन से समृद्ध सौदी और यूएई ये अबतक अमरीका से ही सबसे ज़्यादा मात्रा में हथियार खरीद करनेवाले देश थे। सौदी के बेड़े में अमरिकी निर्माण के ‘एफ-१५’ लड़ाकू विमान और यूएई के बेड़े में ‘एफ-१६’ विमान मौजूद हैं।

यूएई भी जल्द ही फ्रान्स से ८० रफायल और गोविंड वर्ग के विध्वंसक खरीद रहा है। इसके अलावा यूएई ने इस्रायल से ‘स्पाइडर’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा खरीदी है, इसपर भी अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। येमन के हौथी विद्रोहियों के मिसाइल और ड्रोन हमलों को रोकने में अमरीका की ‘पैट्रियॉट’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा नाकाम साबित होने के बाद, यूएई ने इस्रायल के साथ सहयोग बढ़ाया, ऐसा दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं। यूएई की तरह सौदी भी फ्रान्स से विध्वंसक खरीदेगा, ऐसीं खबरें प्राप्त हो रही हैं।

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