रशिया-यूएई व्यापारी और आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए उत्सुक

सेंट पीटस्‌‍बर्ग – रशिया और यूएई को लाभ पहुंचाने वाले व्यापारी और आर्थिक सहयोग करने के लिए उत्सुक होने का ऐलान दोनों देशों ने किया।  रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन और यूएई के राष्ट्राध्यक्ष शेख मोहम्मद बिन झाएद की हुई चर्चा के बाद व्यापारी सहयोग बढ़ाने पर सहमति हुई। रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने यूएई को अच्छा सहयोगी देश करार दिया। इसी बीच यूएई के राष्ट्राध्यक्ष ने रशिया पर हमारा भरोसा होने की बात कही।

पिछले दो दिनों से रशिया के सेंट पीटस्‌‍बर्ग में अंतरराष्ट्रीय आर्थिक बैठक हो रही हैं। यूक्रेन युद्ध के कारण रशिया ने आयोजित किए इस बैठक को ज्यादा समर्थन प्राप्त नहीं हो रहा हैं, ऐसा दावा पश्चिमी माध्यम कर रहे हैं। लेकिन, अमरीका और यूरोपिय देशों ने लगाए प्रतिबंध जीन देशों को मंजूर नहीं हैं ऐसे खाड़ी, अफ्रीका और लैटिन अमरिकी महाद्वीप के देशों के नेता इस बैठक में शामिल हुए हैं, इसपर रशियन माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। यूएई के राष्ट्रप्रमुख शेख मोहम्मद बिन झाएद भी इस बैठक में मौजूद थे और रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने उन्होंने मुलाकात की।

इस दौरान दोनों नेताओं की वैश्विक गतिविधियों के मुद्दे पर गहरी चर्चा हुई। यूक्रेन से बातचीत करके रशियन सैनिकों की रिहाई के लिए यूएई ने किए कोशिशों के लिए राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने आभार जताया। साथ ही कठिन दौर में ओपेक प्लस के सदस्य रशिया के लिए सौदी अरब और यूएई ने अपनाई अहम भूमिका भी पुतिन ने ज़िक्र किया। यूएई के साथ ही खाड़ी के अन्य देशों से सहयोग बढ़ाने की कोशिश रशिया कर रही हैं, ऐसा पुतिन ने कहा। इसी बीच यूक्रेन युद्ध में हमारा देश तटस्थ हैं और दोनों गुटों की शांति वार्ता आयोजित करने के लिए यूएई की कोशिश जारी रहेगी, यह ऐलान राष्ट्राध्यक्ष शेख मोहम्मद ने किया।

रशिया में आयोजित आर्थिक बैठक में यूएई के राष्ट्राध्यक्ष की देखी गई मौजूदगी ध्यान आकर्षित कर रही हैं। यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर अमरीका, यूरोपिय देशों ने रशिया पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की है। खाड़ी देश भी रशिया पर यह कार्रवाई करने में शामिल हो, यह मांग अमरीका ने की थी। साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन की कीमतें नियंत्रित रखने के लिए ईंधन उत्पादन बढ़ाने का आवाहन भी अमरीका ने किया था। लेकिन, सौदी और यूएई ने अमरीका का यह आवाहन ठुकरार रशिया से सहयोग जारी रखा था। साथ ही ईंधन उत्पाद कम करके इन अरब देशों ने अमरीका को ही झटका दिया था।

सौदी और यूएई की इस भूमिका के कारण खाड़ी में अमरीका का प्रभाव खत्म होने का दावा किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में रशिया में आयोजित आर्थिक बैठक में यूएई के राष्ट्रप्रमुख मौजूद रहना अमरीका के लिए संदेश पहुंचाता दिख रहा है।

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