अमरीका और ब्रिटेन के साथ ‘जी७’ देशों का रशिया के ‘गोल्ड रिज़र्वज्’ पर प्रतिबंध लगाने के संकेत

वॉशिंग्टन/लंदन – रशियन अर्थव्यवस्था के सभी प्रमुख क्षेत्रों पर प्रतिबंध लगा रहे पश्‍चिमी देशों ने अब अपना ध्यान रशिया के सोने के आरक्षित भंड़ार की ओर मोड़ा है| अमरीका और ब्रिटेन के साथ ‘जी ७’ गुट ने रशिया के सोने के आरक्षित भंड़ार पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है| इसके अनुसार रशिया की सेंट्रल बैंक के साथ सोने से जुड़े कारोबार करनेवाले व्यक्तियों एवं कंपनियों पर कार्रवाई की जाएगी|

 ‘जी ७’यूक्रैन युद्ध शुरू होने के बाद अमरीका के साथ पश्‍चिमी देशों ने रशिया पर प्रतिबंध लगाने का सिलसिला जारी रखा है| इन प्रतिबंधों की वजह से रशियन अर्थव्यवस्था का नुकसान होगा और राष्ट्राध्यक्ष पुतिन युद्ध आगे कर नहीं सकेंगे, इस उम्मीद से यह प्रतिबंध लगाए गए हैं| इन सख्त प्रतिबंधों के तहत रशिया की सेंट्रल बैंक, विदेशी मुद्रा भंड़ार एवं ‘स्विफ्ट’ यंत्रणा के ज़रिये अंतरराष्ट्रीय कारोबार को लक्ष्य किया गया था| लेकिन, इसमें अब तक सोने का समावेश नहीं था| ऐसे में रशियन राष्ट्राध्यक्ष इसका इस्तेमाल कर सकते हैं, यह दावा करके अब रशिया के सोने के आरक्षित भंड़ारों को भी लक्ष्य करने की तैयारी शुरू हुई है|

अमरिकी संसद में कुछ ही दिन पहले ‘स्टॉप रशियन गोल्ड’ नामक विधेयक पेश किया गया है| अब अमरीका की वित्तमंत्री जैनेट येलन ने भी इस मुद्दे पर संसद के वरिष्ठ सदस्यों एवं अफसरों से चर्चा शुरू करने की खबर सामने आयी हैं| ‘रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन मौजूद सोने के भंड़ारों का इस्तेमाल करके अर्थव्यवस्था सुरक्षित रखने की कोशिश कर सकते हैं| इन भंड़ारों को लक्ष्य करके हम रशिया को अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था से और भी अलग थलग कर सकते हैं’, यह दावा अमरीका के सिनेटर ऐन्गस किंग ने दिया|

अमरीका के अलावा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पोरिस जॉन्सन ने भी रशियन सोने पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन किया| ‘रशिया के पास मौजूद विदेशी मुद्रा भंड़ार की निधि के अलावा सोने के भंड़ार को भी लक्ष्य करना मुमकिन हो सकता है| दबाव जितना बढ़ाना मुमकिन होगा, उतनी ही युद्ध की अवधि घटाना मुमकिन हो सकता है| पुतिन पर आर्थिक फंदा कसना होगा’, यह इशारा प्रधानमंत्री जॉन्सन ने दिया| अमरीका के विधेयक और जॉन्सन के इस प्रस्ताव की पृष्ठभूमि पर ब्रुसेल्स में हुई ‘जी ७’ की बैठक में रशिया के सोने के आरक्षित भंड़ार पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर सहमति होने का वृत्त है|

रशिया में २,२९६ टन सोने का आरक्षित भंड़ार होने की बात कही जा रही है| इसके अलावा रशिया के विदेशी मुद्राभंड़ार में ६०० अरब डॉलर्स से अधिक जमा है और इसमें सोने का मूल्य कुल १३२ अरब डॉलर्स है| विदेशी मुद्राभंड़ार में सोने की मात्रा बढ़कर २२ प्रतिशत हुई है| रशिया के सोने का हिस्सा भी २२ प्रतिशत है| रशिया में सोने का उत्पादन तेज़ी से बढ़ाने की बात सामने आ रही है| सोने का सबसे अधिक उत्पादन कर रही विश्‍व की १० प्रमुख कंपनियों में से तीन कंपनियॉं रशियन हैं| सन २०२० में रशिया ने ३३१ टन सोने का उत्पादन किया था और इसके साथ ही वह विश्‍व में सबसे ज्यादा सोने का उत्पादन करनेवाला दूसरा देश बना था|

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