रशिया के ईंधन क्षेत्र पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर यूरोपिय महासंघ में अब भी मतभेद कायम होने की बात स्पष्ट हुई है

ईंधन क्षेत्रब्रुसेल्स/वॉशिंग्टन/मास्को – रशिया के ईंधन क्षेत्र पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर यूरोपिय महासंघ में अब भी मतभेद कायम होने की बात स्पष्ट हुई है| गुरुवार को ब्रुसेल्स में हुई बैठक से यह बात सामने आयी| जर्मनी, नेदरलैण्ड, ऑस्ट्रिया जैसे देशों का विरोध अब भी बरकरार है और करीबी दिनों में भी यह बात असंभव होने का बयान यूरोपिय नेताओं ने बड़े अफ़सोस से किया है| इसी बीच, रशियन ईंधन पर निर्भरता कम करने के लिए यूरोपिय महासंघ ने अमरीका के साथ लंबे समय की भागीदारी का समझौता करने का ऐलान किया|

ईंधन क्षेत्ररशिया के यूक्रैन पर हमलों को एक महीना पूरा हो रहा है और इस दौरान यूरोपिय महासंघ ने चार चरणों में रशिया पर बड़े प्रतिबंध लगाए हैं| इन प्रतिबंधों के तहत रशिया के ८७० से अधिक नेता, अधिकारी एवं उद्यमियों को लक्ष्य किया गया है| साथ ही ६२ रशियन कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं, यह जानकारी महासंघ ने साझा की| लेकिन, इन कंपनियों में रशिया की ईंधन कंपनियों का समावेश नहीं है| रशिया ने ईंधन के मुद्दे पर ब्लैकमेल करना बर्दाश्त नहीं करेंगे, ऐसे इशारे देने वाला यूरोपिय महासंघ अभी भी रशियन ईंधन के आयात पर रोक लगाने में असफल रहा है|

इस ईंधन में सिर्फ नैसर्गिक ईंधन वायु ही नहीं, बल्कि कच्चे तेल और कोयले का भी समावेश है| महासंघ के प्रमुख देश जर्मनी ने ईंधन संबंधि प्रतिबंधों का विरोध करने के लिए आक्रामक रवैया अपनाने का दावा यूरोपिय अधिकारी कर रहे हैं| कोयले के आयात पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर महासंघ ने जरा भी संकेत नहीं दिए हैं, इस ओर महासंघ के अधिकारी ने ध्यान आकर्षित किया| यूरोपिय महासंघ को मिल रहे नैसर्गिक ईंधन वायु में से ४० प्रतिशत ईंधन वायु और कच्चे तेल में से लगभग २५ प्रतिशत आपूर्ति रशिया से होती है|

ईंधन क्षेत्रइसलिए बाल्टिक देशों के साथ कई देशों के विरोध के बावजूद यूरोप के कुछ ही देशों ने रशिया के ईंधन निर्यात का जोरदार विरोध किया है और वे अपनी इस भूमिका पर कायम हैं| महासंघ के प्रतिबंधों का सबसे अधिक नुकसान रशिया को होना चाहिये, यूरोपिय देशों को नहीं, इन शब्दों में बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्झांडर डे क्रू ने प्रतिबंधों के मुद्दे पर महासंघ के मतभेदों की ओर ध्यान आकर्षित किया| यूरोपिय देश अपनेआप से युद्ध नहीं लड़ रहे हैं, ऐसा सूचक बयान भी उन्होंने किया| इसी बीच, यूरोप जब तक रशिया से ईंधन खरीदता रहेगा तब तक हम उसके युद्ध को आर्थिक सहायता करते रहेंगे, इस बात का ध्यान रहे, इन शब्दों में फिनलैण्ड ने प्रतिबंध लगाने की भूमिका का समर्थन किया|

इसी बीच, रशियन ईंधन पर निर्भरता घटाने के लिए यूरोपिय महासंघ ने अमरीका के साथ ईंधन भागीदारी समझौता किया है| महासंघ की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयन ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के साथ बैठक के बाद यह ऐलान किया| इस समझौते के अनुसार अमरीका और सहयोगी देश यूरोपिय देशों को हो रही ईंधन की आपूर्ति बढ़ाकर १५ अरब घनमीटर करेंगे| अमरीका यूरोप को ईंधन भंड़ार की नई सुविधाएँ विकसित करने के लिए सहायता प्रदान करेगी और साफ ऊर्जा के लिए भी सहायता दी जाएगी, यह बात भी इस दौरान कही गई|

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