यूक्रेन में रशिया की जंग नाटो, अमरीका और ब्रिटेन के विरोध में है – नैशनल सिक्युरिटी कौन्सिल के प्रमुख निकोलाय पत्रुशेव

मास्को – ‘यूक्रेन का युद्ध रशिया बनाम यूक्रेन युद्ध नहीं है। यह रशिया और नाटो के बीच की जंग है। इसमें अमरीका और ब्रिटेन भी शामिल हैं’, यह दावा रशिया के ‘नैशनल सिक्युरिटी कौन्सिल’ के प्रमुख निकोलाय पत्रुशेव ने किया। पश्चिमी देश लगातार रशिया के टुकड़े करने की योजना बना रहे हैं, यह आरोप भी पत्रुशेव ने लगाया। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्को ने भी इसका समर्थन किया। रशियन अधिकारी यह आरोप लहा रहे थे तभी नाटो और यूरोपिय महासंघ के ‘स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप’ के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाने का ऐलान किया गया।

नैशनल सिक्युरिटी कौन्सिलअमरीका और पश्चिमी देश यूक्रेन को भारी मात्रा में हथियारों की सहायता एवं खुफिया जानकारी एवं तकनीक प्रदान कर रहे हैं। अमरीका के साथ कई यूरोपिय देशों के पूर्व अधिकारी, सैनिक एवं नागरिक यूक्रेन में संघर्ष कर रहे हैं। इसके लिए यूक्रेन की सेना में स्वतंत्र ‘फॉरेन लिजन’ का निर्माण किया गया है। इसके तहत लगभग पांच हज़ार विदेशी नागरिक यूक्रेन में जंग लड रहे हैं, यह कहा जा रहा है।

नैशनल सिक्युरिटी कौन्सिलइसके अलावा मौजूदा जंग में यूक्रेनी रक्षा बल भारी मात्रा में पश्चिमी हथियार और तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है। अमरीका, ब्रिटेन और फ्रान्स जैसे देश यूक्रेन को गोपनीय जानकारी भी प्रदान कर रहे हैं। अमरीका, ब्रिटेन जैसे देशों के छोटे दल भी यूक्रेन में कार्यरत होने की बात कही जा रही है। विदेशी सैनिकों के इन दलों को रशिया ने लगातार लक्ष्य किया है और अब तक दो हज़ार से अधिक विदेशी सैनिक मारे गए हैं या घायल होने की बात कही जा रही है।

इस पृष्ठभूमि पर नैशनल सिक्युरिटी कौन्सिल के प्रमुख ने यूक्रेन में रशिया नाटो और पश्चिमी देशों के खिलाफ लड़ रही है, यह बयान करके ध्यान आकर्षित किया है। इससे पहले रशिया ने पश्चिमी देशों को यूक्रेन में दिए जा रहे योगदान को लेकर लगातार आगाह किया था। नाटो और अमरीका अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन युद्ध में शामिल होने का बयान भी रशिया ने किया था। लेकिन, पत्रुशेव ने रशिया नाटो, अमरीका और ब्रिटेन से संघर्ष कर रहे हैं, यह खुलेआम कहकर आनेवाले दिनों में यह लड़ाई अधिक तीव्र होने के संकेत दिए हैं।

पश्चिमी देशों के गुट को रशिया की सीमा १५ वीं सदि में जहां पर थी वहां तक धकेलने की तैयारी में हैं, ऐसा आरोप पत्रुशेव ने लगाया। रशिया को कमज़ोर बनाने के लिए पश्चिमी देश यूक्रेन का खून बहा रहे हैं, यह आरोप भी उन्होंने लगाया।

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