यूक्रैन पर हमला करना रशिया के लिए बड़ी भूल साबित होगी – ब्रिटेन के विदेशमंत्री का इशारा

यूक्रैन पर हमलालंदन/मास्को – ‘रशिया ने यूक्रैन पर हमला करना रशिया के लिए बहुत बड़ी भूल साबित होगी। रशिया के हमले पर पशिमी देश ज़ोरदार प्रत्युत्तर देंगे। इसमें रशिया के हित और अर्थव्यवस्था को काफी बड़ा नुकसान पहुँचानेवाले प्रतिबंधों का भी समावेश होगा। इससे बचने के लिए रशिया के सामने सिर्फ चर्चा का विकल्प है’, ऐसा तीखा इशारा ब्रिटेन की विदेशमंत्री लिज़ ट्रुस ने दिया। ट्रुस के इशारे पर रशियन विदेशमंत्री ने प्रत्युत्तर दिया है। यूक्रैन का नाटो में समावेश करके सैन्य तैनाती करने की कोशिश की तो यूरोप में युद्ध छिड़ जाएगा, यह इशारा विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने दिया।

यूक्रैन पर हमलायूक्रैन के मुद्दे पर रशिया और पश्‍चिमी देशों के बीच पिछले कुछ दिनों से तीव्र जुबानी मुठभेड़ जारी है। अमरीका और ब्रिटेन के साथ नाटो लगातार गंभीर परिणामों के इशारे रशिया को दे रहे है। तो, रशियन नेतृत्व सरेआम बड़े युद्ध की संभावना और खतरा व्यक्त कर रहे हैं। यूक्रैन के एक मंत्री ने तीसरा विश्‍वयुद्ध छिड़ने का बयान भी किया है। ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय का बयान भी इसी जुबानी मुठभेड़ का हिस्सा दिखाई दे रहा है।

यूक्रैन पर हमला करने के मुद्दे पर इशारा देने के साथ ही ब्रिटेन की मंत्री ने रशिया के प्रस्ताव का भी स्वागत किया है। रशिया ने बीते हफ्ते पश्‍चिमी देशों के सामने ‘सिक्युरिटी पैक्ट’ का प्रस्ताव रखा है। इस प्रस्ताव में यूक्रैन को नाटो की सदस्यता से दूर रखने की माँग की गई है। रशिया के प्रस्ताव पर पश्‍चिमी देशों ने अगले कदम उठाना शुरू करने की बात कही जा रही है। अमरीका ने नाटो एवं यूरोपिय महासंघ के अफसरों से बातचीत की है। अगले महीने रशिया के साथ एक बैठक का आयोजन होगा, यह संकेत भी दिए गए हैं।

यूक्रैन पर हमलाइसी बीच, रशिया ने सिक्युरिटी पैक्ट के तहत रखी माँगों पर भी बड़ा जोर दिया है और पश्‍चिमी देशों पर दबाव डालने की कोशिश शुरू की है। रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने एक साक्षात्कार के दौरान यूक्रैन की नाटो सदस्यता का मुद्दा उठाया है।

यूक्रैन पर हमला‘यूक्रैन को नाटो की सदस्यता देना रशिया की सुरक्षा के लिए खतरा है। सदस्यता प्रदान करने के बाद यूक्रैन में मिसाइलों की तैनाती की जा सकती है। रशिया की सुरक्षा के लिए खतरा साबित होनेवाले इन मिसाइलों की तैनाती रशिया कभी स्वीकार नहीं करेगी। इससे सभी शामिल देशों के लिए खतरा निर्माण होगा। यूरोप में युद्ध छिड़ सकता है’, यह इशारा लैवरोव ने दिया।

रशिया ने यूक्रैन की सीमा के करीब लगभग १ लाख सैनिक तैनात करने के दावे पिछले कुछ दिनों से लगातार सामने आ रहे हैं। इन दावों के साथ ही रशिया की सैन्य गतिविधियों की जानकारी साझा कर रहे फोटो प्रसिद्ध हुए हैं। रशिया हमले की तैयारी में होने के आरोप पश्‍चिमी देश लगा रहे हैं। इन आरोपों से इन्कार करके रशिया ने लगातार यह सैन्य तैनाती रशिया की सुरक्षा का हिस्सा होने का बयान किया है।

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