यूक्रेन युद्ध में विजयी होने के बाद रशिया का अगला टार्गेट ‘पोलैण्ड’ होगा – पोलैण्ड के पत्रकार की चेतावनी

वार्सा – यूक्रेन युद्ध में रशिया की जीत हुई तो रशिया का अगला टार्गेट ‘पोलैण्ड’ होगा, ऐसी चिंता पोलैण्ड को सता रही हैं। रशिया विरोधी युद्ध में यूक्रेन को पोलैण्ड ने जीतनी बड़ी सहायता की उतनी यदि अन्य देश करते तो अबतक यूक्रेन युद्ध खत्म हुआ होता, ऐसा दावा पोलैण्ड के नेता कर रहे हैं। इस वजह से यूक्रेन युद्ध में रशिया की जीत होने के बाद पोलैण्ड को इसकी कीमत चुकाने के लिए मज़बूर किए बिना रशिया नहीं रहेगी, यह ड़र पोलैण्ड के पत्रकार व्यक्त कर रहे हैं। इसी वजह से पोलैण्ड ने अपनी सेना का आधुनिकरण शुरू किया है और अपना रक्षा खर्च बढ़ाकर जीडीपी के चार प्रतिशत किया है, ऐसी चर्चा शुरू है। 

अगला टार्गेट ‘पोलैण्ड’पोलैण्ड और यूक्रेन करीबन ५३५ किलोमीटर की सीमा से जुड़े हैं। युद्ध शुरू होने के बाद यूक्रेन से लगभग ८० लाख शरणार्थी पोलैण्ड पहुंचे हैं। ऐसी स्थिति में पोलैण्ड ने यूक्रेन को हर तरह की सहायता प्रदान नहीं की तो रशिया का अगला टारगेट पोलैण्ड ही होगा, ऐसा दावा इस देश के उप-विदेश मंत्री पॉवेल यान्बलोन्स्की ने किया। लेकिन, इस युद्ध में यूक्रेन की हार होकर रशिया की जीत हुई तो रशिया का अगला लक्ष्य पोलैण्ड होगा, ऐसी चिंता पोलैण्ड के राजनीति की पत्रकारिता कर रहे लुकास यान्कोवस्की ने व्यक्त की। रशिया ने शुरू किया युद्ध यूक्रेन की ज़मीन तक सीमित नहीं रहेगा। बल्कि इस युद्ध की वजह से पूर्व यूरोपिय देशों की स्वतंत्रता और सुरक्षा के लिए खतरा बना है, यह दावा यान्कोवस्की ने किया।

रशिया की शर्त पर यूक्रेन युद्ध खत्म हुआ तो इसके परिणाम पोलैण्ड को भुगतने पड़ेंगे, ऐसा इशारा यान्कोवस्की ने दिया। इससे पहले साल २०१४ में हुए रशिया-यूक्रेन युद्ध मिन्स्क समझौते के कारण खत्म हुआ था। लेकिन, इसके बाद यूक्रेन में रशिया समर्थक सरकार स्थापित हुई। इस सरकार ने रशिया के अनुकूल निर्णय किए थे। ऐसा इस बार भी हुआ तो पोलैण्ड अधिक असुरक्षित होगा, ऐसी चेतावनी यान्कोवस्की ने दी। इसी बीच पोलैण्ड पहुँचे यूक्रेनी शरणार्थियों की वजह से उभरी समस्याओं का दाखिला भी यान्कोवस्की ने दिया।

इससे पहले करीबन तीस लाख से भी अधिक यूक्रेनी पोलैण्ड पहुंचे हैं और पोलैण्ड के हर शहर में यूक्रेनी शरणार्थी पाए जा रहे है। पोलैण्ड की कुल जनसंख्या में यूक्रेन से पहुंचे शरणार्थियों की मात्रा आठ प्रतिशत हुई है, इसका अहसास यान्कोवस्की ने कराया है। इस वजह से इस जंग में रशिया की जीत और यूक्रेन की हार हुई तो इसके खतरनाक परिणाम पोलैण्ड को भुगतने पड़ेंगे, ऐसा यान्कोवस्की ने कहा है।

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