हायब्रीड वॉरफेअर के खतरे की पार्श्वभूमि पर पोलैंड द्वारा बेलारुस की सीमा पर ‘मेटल वॉल’ की नींव

‘मेटल वॉल’वॉर्सा/ मिन्स्क – रशिया समर्थक बेलारुस के द्वारा ‘हायब्रीड वॉरफेअर’ के इस्तेमाल से निर्माण धोखे को ध्यान में रखते हुए पोलैंड ने बेलारुस की सीमा पर ‘मेटल वॉल’ की शुरुवात कर दी है। लगभग ११५ मील लंबी की सुरक्षा दीवार बनाई जानेवाली है और उस पर थर्मल कैमरे, मोशन सेन्सर्स और अलार्मस्‌लगाए जाएँगे, ऐसी जानकारी पोलैंड के अधिकारी ने दी है। जून महीने तक मेटल वॉल बनाने का कार्य पूर्ण हो जाएगा, ऐसा कहा गया है।

‘मेटल वॉल’पिछले कुछ महीनों से रशिया-युक्रेन की सीमा पर होनेवाला तनाव अधिक बढ़ने के कारण बेलारुस ने रशिया का समर्थन करने की भूमिका निभाई है। रशिया के लड़ाकू विमान, बॉम्बर्स, क्षेपणास्त्र यंत्रणा के साथ सेना की तुकड़ी भी बेलारुस में प्रवेश कर चुकी है, ऐसा भी सामने आया है। रशिया बेलारूस का उपयोग करके युक्रेन पर हल्ला करनेवाला है, ऐसा भी दावा किया गया है। उसी समय रशिया बेलारुस का उपयोग करके युरोप को अस्थिर करने का प्रयत्न करेगा, ऐसा भी माना गया है।

‘मेटल वॉल’बेलारुस ने पिछले वर्ष पोलैंड और लिथुआनिया में बहुत बड़े प्रमाण में निर्वासितों को घुसाया था। उसके बाद पोलैंड और लिथुआनिया इन दोनों देशों ने सीमा पर सुरक्षाव्यवस्था को बहुत बड़े प्रमाण में बढ़ा दिया था। पोलैंड ने भी सीमा पर आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी थी। लिथुआनिया ने अपनी सीमा पर तार की बाड़ लगाना शुरू कर दिया था। किंतु अब पोलैंड ने उसके भी आगे जाकर बेलारुस के बराबर की सीमा पर मेटल वॉल बनाने की शुरुवात कर दी है। इस दीवार की ऊँचाई लगभग १८ फीट होगी और इसके लिए ४० करोड़ डॉलर्स का खर्च होगा, ऐसा अनुमान लगाया गया है। इस मेटल वॉल के बाँधकाम की शुरुवात हो चुकी है, इसी माहिती पोलैंड के सूत्रों द्वारा प्राप्त हुई है।

पोलैंड द्वारा शुरू की गई इस दीवार के निर्माण का मुख्य कारण बेलारूस से शरणार्थियों के आने का खतरा है। यूरोपीय संघ का दावा है कि बेलारूस इस साजिश के जरिए यूरोप के खिलाफ  ‘हायब्रीड वॉरफेअर’   खेल रहा है। पोलैंड ने भी उनका समर्थन किया है। इस मुद्दे पर बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको द्वारा लगातार दी जा रही धमकियों पर भी यूरोपीय देशों ने ध्यान खींचा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.