रशियन ‘गाझप्रोम’ की यूरोप में हो रही ईंधन आपूर्ति पर नई चेतावनी

मास्को – मोल्दोवा को हो रही ईंधन आपूर्ति का कुछ हिस्सा यूक्रेन ने अपनी ओर किया है, ऐसा आरोप रशियन ईंधन कंपनी ‘गाझप्रोम’ ने लगाया। यदि, यूक्रेन ने ईंधन की चोरी बंद नहीं की और मोल्दोवा ईंधन का भुगतान करने में असफल हुआ तो आगे के समय में ईंधन आपूर्ति कम करने की चेतावनी रशियन कंपनी ने दी। रशिया से यूक्रेन की ईंधन पाइपलाइन के ज़रिये यूरोपिय देशों को हो रही ईंधन आपूर्ति लगभग बंद हैं और सीर्फ मोल्दोवा की ओर जा रही ईंधन पाइपलाइन कार्यरत हैं। लेकिन, अब इससे हो रही ईंधन आपूर्ति रोकने के संकेत रशिया ने दिए हैं।

‘गाझप्रोम’यूक्रेन के पड़ोसी देश मोल्दोवा भारी मात्रा में रशियन ईंधन पर निर्भर हैं। अन्य यूरोपिय देश रशियन ईंधन की आयात कम कर रहे हैं, फिर भी मोल्दोवा के सामने अन्य विकल्प ना होने से इस देश ने रशियन ईंधन की आयात जारी रखी हैं। रशिया की मांगे स्वीकार करके मोल्दोवा ने नवंबर महीने के लिए आवश्यक ईंधन का अग्रीम भुगतान भी किया है। लेकिन, रशिया से सप्लाई हो रहा पूरा ईंधन वायु मोल्दोवा को प्राप्त नहीं हो रहा है, यह दावा गाझप्रोम कंपनी ने किया।

‘गाझप्रोम’यूक्रेन ने रशिया से मोल्दोवा पहुँच रहें ईंधन वायू में से कुल पांच करोड़ घनमीटर से भी अधिक ईंधन वायू अपने कब्ज़े में रखा होने का आरोप गाज़प्रोम ने लगाया है। यूक्रेन ने यह ईंधनचोरी बंद नहीं की तो २८ नवंबर से मोल्दोवा की ईंधन सप्लाइ कम करने की चेतावनी रशियन कंपनी ने दी है। यूक्रेन ने रशिया के यह आरोप ठुकराए हैं और ठंड़ की बढ़ती मांग के चलते रशिया ‘ब्लैकमेल’ कर रही हैं, यह आरोप लगाया है।

‘गाझप्रोम’रशिया के तेज़ मिसाइल हमलों की वजह से यूक्रेन की आधे से अधिक बिजली वितरण व्यवस्था तबाह हुई हैं। यूक्रेन की राजधानी किव के साथ कई शहरों के कुल एक करोड़ नागरिकों की बिजली और पानी सप्लाई बंद हुई हैं। कुछ दिन पहलें ही देश की बिजली की बचत करने के लिए यूक्रेनी नागरिक देश छोड़ने का विकल्प अपनाए, ऐसी सलाह यूक्रेन की अग्रीम बिजली कंपनी ‘डीटीईके’ ने दी थी। साथ ही यूक्रेन को सहायता कर रहे देश शीघ्रता से ब्लैंकेटस्‌ की आपूर्ति करें, ऐसी विनती भी यूक्रेन की सरकार ने की थी।

पिछले कुछ दिनों में यूक्रेन यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में तापमान शून्य डिग्री के करीब पहुँचा है और कई ठिकानों पर भारी बर्फ जमा होना शुरू हुआ है। ऐसी स्थिति में बिजली एवं ‘हिटिंग यंत्रणा’ उपलब्ध ना होना यूक्रेनी जनता की चुनौतियां बढ़ा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर रशियन कंपनी ने यूक्रेन पर ईंधन वायू की चोरी करने का आरोप लगाना ध्यान आकर्षित कर रहा हैं।

रशिया से हो रही ईंधन आपूर्ति बंद होने से यूरोपिय देशों को भी कड़ी ठंड़ का सामना करना होगा, ऐसें इशारें दिए गए हैं। अगले महीने यूरोपिय देश रशियन ईंधन पर ‘प्राईस कैप’ लगाना भी शुरू करेंगे और इससे पहले यूरोपिय देशों ने अन्य ज़रियों से रशियन ईंधन खरीदना शुरू करने की जानकारी सामने आयी है।

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