रशिया का लड़ाकू सुखोई-३० विमान सीरिया के लताकिया में गिरा; दोनों वैमानिक ढेर

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कैनबेरा: सीरिया के हेमिम हवाई अड्डे से उड़ान किया रशिया का सुखोई-३० यह प्रगत लड़ाकू विमान लताकिया के पास गिरा है। गुरुवार को हुए इस दुर्घटना में विमान में स्थित दोनों वैमानिक ढेर हुए हैं। इस दुर्घटना के बाद रशियन रक्षा मंत्रालय ने खुलासा करते कहा की, इस विमान पर हमला नहीं हुआ था।

पिछले महीने में अमरिका ने ब्रिटेन एवं फ्रान्स की सहायता से सीरिया में किए हमले के बाद रशिया ने प्रत्युत्तर के लिए जोरदार तैयारी शुरू करने की बात सामने आ रही थी। इस पृष्ठभूमि पर सुखोई जैसे प्रगत लड़ाकू विमान की दुर्घटना रशिया के लिए झटका मानी जा रही है।

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गुरुवार के सुबह हेमिम हवाई अड्डे से सुखोई-३० एसएम इस लड़ाकू विमान ने उड़ान भरी थी। उसके बाद कुछ समय में ही लताकिया के पास जबला सागरी क्षेत्र में रशियन लड़ाकू विमान गिरा। रशियन विमान गिरने का छायाचित्र प्रसार माध्यम तथा सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध किए गए हैं। इस दुर्घटना के बाद रशिया की रक्षा विभाग ने निवेदन प्रसिद्ध करके विमान गिरने के वृत्त का समर्थन किया है।

प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार पक्षी इंजन में घुसने की वजह से विमान गिरा, यह कारण होने की बात दिखाई दे रही है। वैज्ञानिकों ने आखिर तक विमान नियंत्रण में लाने का प्रयत्न किया था। पर दोनों वैज्ञानिकों की इस दुर्घटना में मृत्यु हुई है। विमान पर किसी भी प्रकार का हमला नहीं हुआ है, ऐसा रशियन रक्षा मंत्रालय से प्रसिद्ध किए गया निवेदन में कहा गया है। सुखोई-३० एसएम रशियन हवाई दल में सक्रिय होनेवाले सर्वाधिक प्रगत लड़ाकू विमानों में से एक होकर सीरिया में हुई दुर्घटना इस वर्ग की विमान को हुई पहली दुर्घटना है।

पिछले ३ महीने में सीरिया में दुर्घटनाग्रस्त हुआ रशिया का यह तीसरा विमान है। मार्च महीने में रशियन लष्कर के एएन-२६ मालवाहक विमान को हवाई अड्डे पर हुए दुर्घटना में ३९ लोगों की जान गई थी। तथा फरवरी महीने में सीरिया के उत्तर में इद्लिब प्रांत में रशिया का लड़ाकू विमान गिरा था। इन दोनों दुर्घटनाओं के पीछे तांत्रिक कारण होने का खुलासा रशिया से किया गया था।

हेमिम यह रशिया ने सीरिया मे बसाया सबसे बड़ा हवाई अड्डा है। इस हवाई अड्डे पर रशिया के लड़ाकू बॉम्बर, स्टेल्थ एवं मालवाहक विमान और एस-४०० यह मिसाइल भेदी यंत्रणा तैनात है।

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