अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प वर्तमान समय के हिटलर – सीरिया पर हमले के बाद रशियन नेताओं का टीकास्त्र

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

मॉस्को: डोनाल्ड ट्रम्प यह वर्तमान समय के हिटलर क्रमांक २ है, ऐसी कड़ी टीका रशिया के नेता करने लगे हैं। सीरिया में अमरिका, फ्रान्स और ब्रिटेन के हमले के बाद रशिया से ऐसी स्वरूप की तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ रही है और रशियन नेता एवं राजनीतिक अधिकारी अमरिका के विरोध में कठोर भाषा का उपयोग करते दिखाई दे रहे है।

ट्रम्प को वर्तमान समय का हिटलर नंबर दो ऐसा कहा जा सकता है। ट्रम्प ने इस हमले के लिये भी हिटलर ने रशियन संघराज्य पर किये हमले का समय ही चुनी है, ऐसे शब्दों में रशिया के संसद के वरिष्ठ नेता अलेक्जांडर शेरिन ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष को लक्ष्य किया है। हिटलर के नेतृत्व में नाझीसेना ने १९४१ कि सुबह ४ के लगभग रशियन संघराज्य पर हमला किया था। अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और ब्रिटेन ने एवं फ़्रांस ने शुक्रवार की सुबह ४ के लगभग हमला करने की बात कही जाती है, यह दावा शेरिन ने टीका करते हुए किया है।

शेरिन इनके साथ रशिया के संयुक्त राष्ट्रसंघ के दूत ‘व्हैझिली नेबेझिया’ रशिया के अमरिका में स्थित राजदूत ऐनातोली ऐन्तानोव्ह एवं रशिया के विदेश मंत्रालय ने भी अमरिका की कड़ी आलोचना की है। सीरिया की स्थिति प्रतिदिन अधिक से अधिक खतरनाक बनती जा रही है। सीरिया में रशियन सैनिक तैनात हैं, यह अन्य देश भूल नहीं सकता। अमरिका की भूमिका झगड़ालू होकर उनसे आने वाले संदेश को देखकर कोई भी इस की आशंका से इनकार नहीं कर सकता, ऐसा कहकर रशिया के संयुक्त राष्ट्रसंघ के राजदूत नेबेझियाने दोनों देशों में परमाणु युद्ध भड़क सकता है, ऐसा कड़ा इशारा दिया है।

रशिया के अमरिका में स्थित राजदूत ऐनातोली ने सीरिया पर हुए हमले पूर्वनियोजित षड्यंत्र होने का आरोप किया है। रशिया को फिर एक बार धमकाया गया है, रशिया ने इससे पहले भी धमकियां एवं कारवाईयों के विरोध में गंभीर परिणाम सहने होंगे, ऐसा इशारा दिया था। अब आनेवाले समय में संपूर्ण जिम्मेदारी अमरिका, ब्रिटेन और फ्रान्स की होगी। रशिया का अपमान स्वीकारा नहीं जाएगा और सहन भी नहीं किया जाएगा, ऐसी धमकी ऐनातोलीने दी है।

रशिया के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया झाकरोव्हाने सीरिया के हमले पर तीव्र नाराजगी व्यक्त की है। सीरिया में प्रथम अरब स्प्रिंग का परीक्षण किया गया, उसके बाद आयएस का उपयोग किया गया और उसके बाद स्मार्ट अमेरिकन रॉकेट दागे गए हैं, ऐसे शब्दों में झाकरोव्हा ने सीरियन सल्तनत के विरोध में किए जाने वाले कारवाईयों पर ध्यान केंद्रित किया है।

सीरिया शांतिपूर्ण भविष्य के लिए आगे बढ रहा है, तभी उस पर हमला किया गया है, यह आरोप झाकारोव्ह ने किया है। ऐसे हमले करने वालों को ‘विचित्र’ कहा जा सकता है, ऐसी टीका भी रशियन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने की है।

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