सीरिया पर हमले का निषेध करने वाले ठराव पर – सुरक्षा परिषद में रशिया अकेला पड़ गया

सीरिया पर हमले, निषेध, सुरक्षा परिषद, रशिया, अकेला पड़ गया, संयुक्त राष्ट्र, अमरिका, फ़्रांस, ब्रिटनसंयुक्त राष्ट्र: अमरिका, फ़्रांस और ब्रिटन ने सीरिया पर किए हमले का निषेध करने वाला ठराव रशिया ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में रखा। लेकिन सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देश अमरिका, फ़्रांस और ब्रिटन ने इस प्रस्ताव को ठुकराया। इन तीनों देशों के खिलाफ जाकर चीन ने भी रशिया को साथ देने से इन्कार किया। इस वजह से इस बार सुरक्षा परिषद में रशिया अकेला पड़ गया।

अकेले पड़े रशिया ने इस पर अपना वैफल्य व्यक्त किया है। सीरिया में हुए रासायनिक हमले की दंतकथाएं अमरिका, फ़्रांस और ब्रिटन ने रची हैं। रशिया ने दंतकथा के खिलाफ सत्य रखा था। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय राजनीति और मुत्सैदगिरी दंतकथाओं पर खड़ी है, यह सुरक्षा परिषद की बैठक में स्पष्ट हुआ है, ऐसा कहकर रशिया के संयुक्त राष्ट्रसंघ के राजदूत वॅसिली नेम्बेझिया ने इसपर खेद व्यक्त किया है।

सीरिया पर हमले, निषेध, सुरक्षा परिषद, रशिया, अकेला पड़ गया, संयुक्त राष्ट्र, अमरिका, फ़्रांस, ब्रिटनशनिवार सवेरे अमरिका और मित्र देशों ने सीरिया पर किए हवाई हमलों का निषेध करने लके लिए रशिया ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलवाई थी। ‘पश्चिमी देशों के हमले मतलब गुंडागर्दी थी’, ऐसा आरोप नेम्बेझिया ने इस समय किया। साथ ही पश्चिमी देशों ने सीरिया पर किए हमलों पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय निषेध दर्ज करे और इन हमलों को रोकने के लिए दबाव डाले, ऐसी माँग रशियन राजदूत ने इस बैठक में की।

इस ठराव पर अमरिका, फ़्रांस, ब्रिटन के साथ साथ नेदरलैंड, स्वीडन, कुवैत, पोलैंड और आयवरी कोस्ट इन देशों ने रशिया के ठराव के खिलाफ मतदान करके सीरिया पर हमलों का समर्थन किया है। इथिओपिया, कझाकस्तान, इक्वेटोरियल गिनिआ और पेरू यह देश इस बैठक में अनुपस्थित थे। सिर्फ चीन और बोलिव्हिया इन देशों ने रशिया के ठराव के पक्ष में मतदान किया। लेकिन चीनी राजदूत ने सीरिया पर हमले के बारे में पश्चिमी देशों के खिलाफ मजबूत भूमिका नहीं ली। इस वजह से सुरक्षा परिषद की बैठक में एक पल रशियन राजदूत नेम्बेझिया बहुत हताश दिखाई दिए।

सुरक्षा परिषद में ठराव असफल साबित होने के बाद नेम्बेझिया ने पश्चिमी देशों पर टीका बढ़ाई। संयुक्त राष्ट्रसंघ, उनका संविधान और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए यह अत्यंत दु:खद दिन है। सुरक्षा परिषद के नियमों का उल्लंघन पर उल्लंघन करने वाला दिन इसके पहले रशिया ने देखा नहीं है, ऐसी टीका रशियन राजदूत नेम्बेझिया ने की है।

दौरान, पिछले हफ्ते भर में सीरिया के मामले में हुई यह पांचवी बैठक थी। इसके पहले हुई चार बैठकों में सीरिया पर हुए रासायनिक हमलों पर निषेध करने के लिए अमरिका ने ठराव रखा था। उसपर रशिया ने नकाराधिकार इस्तेमाल करके सीरिया की अस्साद राजवट को बचाया था। इसका विरोधी चित्र शनिवार को हुई सुरक्षा परिषद की बैठक में देखने मिला। सीरिया की समस्या पर चीन ने रशिया को दिया झटका जानकारों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।

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