अस्साद की सुरक्षा के लिए रशिया की ‘रिंग ऑफ़ स्टील’

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

दमास्कस: सीरिया के राष्ट्राध्यक्ष मतलब जानवर होने की संभावना करने वाले अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने आने वाले समय में अस्साद को ‘टारगेट’ बनाया जाएगा, ऐसा इशारा दिया था। इस बात को ध्यान में रखकर राष्ट्राध्यक्ष अस्साद की सुरक्षा के लिए ‘एस-४००’ के ‘रिंग ऑफ़ स्टील’ यह सुरक्षित कड़ी निर्माण किए जाने का दावा ब्रिटन की मीडिया कर रही है। ‘एस-४००’ को रशिया की अभेद्य सुरक्षा यंत्रणा माना जाता है।

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सीरिया पर कार्रवाई की घोषणा करने के बाद अमरिका का ‘यूएसएस ट्रुमन’ यह विमानवाहक जंगी जहाज भूमध्य समुद्र की तरफ रवाना हुआ है। लगभग ९० लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर्स से सज्जित यह जंगी जहाज सीरिया में तैनात ‘एस-४००’ इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा को प्रत्युत्तर है, ऐसा कहा जाता है। इस विमानवाहक जंगी जहाज के साथ साथ ‘टॉमाहॉक’ मिसाइलों से सज्जित जंगी जहाज भी जल्द ही भूमध्य समुद्र में दाखिल होने वाले हैं, ऐसा दावा किया जा रहा है। विमानवाहक जंगी जहाज और विनाशिकाओं की मदद से अमरिका सीरिया के लष्करी अड्डों को लक्ष्य बनाएगा, ऐसा दावा अमरिका और यूरोप के लष्करी विश्लेषक कर रहे हैं।

लेकिन एक ही समय पर कम से कम ८० विमानों को लक्ष्य बनाने की क्षमता अपनी ‘एस-४००’ यंत्रणा में होने का दावा रशिया कर रहा है। सन २०१५ में सीरिया में तैनात की गई यह यंत्रणा राष्ट्राध्यक्ष अस्साद के लिए हवाई छत्र के तौर पर काम कर रही है, ऐसा दावा ब्रिटन की मीडिया कर रही है। रशिया ने इससे पहले ही सीरिया में जैमर्स बिठाएं हैं। इस वजह से अमरिका की राडार यंत्रणाओं की कार्यक्षमता पर परिणाम करके अमरिका के हवाई हमलों को रोकने में रशिया सफल साबित होगा, ऐसा दावा मीडिया कर रही है।

दौरान, ट्रम्प ने सीरिया पर हमले करने के इशारे देने के बाद रशिया ने सीरिया में अपनी लष्करी तैनाती बढाई है। रशियन लष्कर की एक टुकड़ी ‘ईस्टर्न घौता’ के दौमा इलाके में दाखिल हुई है। आने वाले समय में दौमा की परिस्थिति न बिगड़े, इसके लिए यह तैनाती करने का दावा रशियन और सीरियन यंत्रणा कर रहीं हैं। लेकिन दौमा में किए गए रासायनिक हमले के सबूतों को नष्ट करने के लिए रशिया ने अपने जवानों को रवाना करने का आरोप, ब्रिटन की मीडिया कर रही है। पिछले हफ्ते में ‘दौमा’ इलाके में किए गए रासायनिक हमले में ८० लोगों की जान गई थी। इन रासायनिक हमलों के लिए सीरियन लष्कर जिम्मेदार होने का आरोप अमरिका, पश्चिमी और खाड़ी मित्र देश साथ ही स्थानीय यंत्रणाओं ने किया था।

रशिया के टीवी न्यूज़ चैनल की तरफ से ‘बंकर’ निर्माण की जानकारी
मॉस्को: परमाणु हमले से भी खुद को सुरक्षित रखने वाले ‘न्यूक बंकर्स’ और ‘बॉम्ब शेल्टर’ कैसे निर्माण किया जा सकता है, इसकी जानकारी रशियन टीवी न्यूज़ चैनल दे रहे हैं। विश्वयुद्ध भड़का तो खुद की सुरक्षा के लिए क्या किया जा सकता है, इसकी जानकारी भी यह चैनल्स रशियन जनता को दे रहे हैं।

रशियन सरकार संलग्न ‘रोसिया-२४’ इस चैनल ने परमाणु हमला हुआ तो न्यूक्लिअर बंकर में सहारा लेने वालों ने अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए, ऐसी सूचना दी है। उसीके साथ ही कैन में रखा हुआ मांस, ओट्स पांच सालों तक इस्तेमाल किया जा सकता है, ऐसी जानकारी भी इस चैनल ने दी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.