हायपरसोनिक मिसाइलों से लैस रशियन लड़ाकू विमान सीरिया में दाखिल

दमास्कस – हायपरसोनिक किंज़ल मिसाइलों से सज्जित रशिया के ‘मिग-३१के’ लड़ाकू विमान और ‘टीयू-२२एम३’ बॉम्बर विमान सीरिया के खेमिम हवाई अड्डे पर दाखिल हुए| भूमध्य समुद्र में आयोजित नौसेना के युद्धाभ्यास के लिए यह तैनाती होने का बयान रशियन रक्षा मंत्रालय ने किया है| वहीं, यूक्रैन की पूर्वीय सीमा पर युद्ध जैसी स्थिति निर्माण होने के बावजूद रशिया, सीरिया में हुई अपनी तैनाती को अनदेखा करने के लिए रशिया तैयार ना होने की बात इससे स्पष्ट हो रही हैं|

russian-fighter-planes-hypersonic-2सीरिया के खेमिम हवाई अड्डे पर रशियन वायु सेना का दल तैनात है| दोनों देशों के रक्षा सहयोग के तहत रशिया ने यह तैनाती की है| सीरिया की पश्‍चिमी हवाई सीमा में रशिया हवाई युद्धाभ्यास का आयोजन करता है| इसके अनुसार मौजूदा दिनों में भी रशिया ने पूर्वी भूमध्य समुद्र में नौसेना के युद्धाभ्यास का आयोजन किया है|

russian-fighter-planes-hypersonic-1पिछले महीनें, २० जनवरी को रशियन रक्षा मंत्रालय ने अटलांटिक से पैसिफिक क्षेत्र के अलग अलग जगहों पर युद्धाभ्यास करने का ऐलान किया था| इनमें से भूमध्य समुद्र के क्षेत्र में रशियन नौसेना के पैसिफिक, ब्लैक सी और नॉर्दन फ्लीटस् के १५ विध्वंसक और ३० लड़ाकू विमान शामिल होंगे| इसके लिए रशिया के लड़ाकू और बॉम्बर विमानों का बेड़ा मंगलवार को खेमिम हवाई अड्डे पर दाखिल हुआ|

इनमें ‘मिग-३१के’ लड़ाकू और ‘टीयू-२२एम३’ बॉम्बर विमानों का समावेश है| दोनों वर्ग के ये विमान किंज़ल हायपरसोनिक मिसाइलों से सज्जित होने की जानकारी रशियन समाचार चैनल ने प्रदान की| ध्वनि के १० गुना अधिक गति से हमला करने की क्षमता रखनेवाले किंज़ल मिसाइल की मारक क्षमता दो हज़ार किलोमीटर है, ऐसा रशियन सेना का कहना है| इस गति के कारण राड़ार से भी इन मिसाइल्स का पता लगाना कठिन होने की जानकारी रशियन सेना ने साझा की|

हायपरसोनिक मिसाइलों से सज्जित लड़ाकू और बॉम्बर विमानों की तैनाती की जानकारी सामने आ रही थी, ऐसे में रशिया के रक्षामंत्री सर्जेई शोईगू भी सीरिया पहुँचे| उन्होंने सीरियन राष्ट्राध्यक्ष बशर अल अस्साद से मुलाकात की और इसके बाद खेमिम हवाई अड्डे का दौरा किया| वहाँ पर रक्षामंत्री शोईगू ने रशियन अफसरों से बातचीत की|

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